TIMES OF CRIME
पटना । बिहार की राजधानी पटना में स्थित सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में समस्तीपुर जेल से आए कैदी का इलाज हथकड़ी लगाकर किया जा रहा है। कैदी हथुआ वार्ड में भर्ती है। चार दिनों पहले उसे भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे कैदी वार्ड में भेजने के बदले हथुआ वार्ड में भेज दिया। उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है। कैदी को शराब पीने के मामले में पकड़ा गया था।
सुरक्षाकर्मियों पर लापरवाही का आरोप
समस्तीपुर जेल प्रशासन ने कैदी राकेश कुमार राय को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा है। उसके साथ हवलदार एवं दो सिपाही हैं। सिपाहियों ने कैदी को हथकड़ी लगाकर रस्सी उसके बेड में बांध दी है। परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन मरीज का ठीक से इलाज नहीं करा रहा है। दवा बाजार से खरीदकर परिजन ला रहे हैं। जबकि जेल प्रशासन को इसका खर्च वहन करना है। हथकड़ी लगे होने से उसे भोजन करने में भी तकलीफ हो रही है।
मामले की जांच की जा रही है। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से कैदी के संबंध में बात हो रही है। उन्हें नियमानुसार काम करने की सलाह दी गई है। कैदी को सुरक्षा मुहैया कराना पुलिस प्रशासन का दायित्व है।
डॉ. विजय कुमार गुप्ता, प्राचार्य, पीएमसीएच
किसी भी बीमार कैदी का हथकड़ी लगाकर इलाज कराना अमानवीय है। कानून के भी खिलाफ है। पुलिस प्रशासन को कैदी पर नजर रखने की जरूरत है।
श्रुति सिंह, अधिवक्ता, पटना हाईकोर्ट
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