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Monday, February 3, 2020

मामला विवादित भूमि पर बने विशाल मेगा मार्ट का' बिजली विभाग को जानकारी नहीं और खड़े हो गए मेगा मार्ट के बाहर ट्रांसफार्मर के खंभे

मामला विवादित भूमि पर बने विशाल मेगा मार्ट का' बिजली विभाग को जानकारी नहीं और खड़े हो गए मेगा मार्ट के बाहर ट्रांसफार्मर के खंभे

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा 8305895567
नो डिफरेंस राशि जमा ना ट्रांसफार्मर की अनुमति अब बिना सुपरविजन के ही हो रहा काम
नागदा. विवादित भूमि पर चल रहे विशाल मेगा मार्ट प्रबंधन भी अब रोजाना नियमों को ताक में रखकर जवाबदारो को चुनौती देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है प्रबंधन अब बिना अनुमति के ही मार्ट के बाहर ट्रांसफार्मर लगाने के लिए तैयारी कर रहा है.  इस बात की जानकारी ना बिजली विभाग को दी गई ना ही उनके कर्मचारी सुपरविजन के लिए वहां पहुंचे अब ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि किस की सांठगांठ से प्रबंधन के हौसले इतने बुलंद हैं.
जानकारी अनुसार विवादित भूमि पर बने विशाल मेगा मार्ट प्रबंधन द्वारा मेगा मार्ट की बिजली सप्लाई के लिए स्वयं का ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है इस ट्रांसफार्मर के लिए प्रबंधन ने विद्युत वितरण कंपनी से ना तो अनुमति ली है नहीं अब तक प्रबंधन ने अस्थाई कनेक्शन का बकाया लगभग ₹98000 का डिफरेंस राशि भी अब तक तक जमा नहीं की है इतना ही नहीं ट्रांसफार्मर लगाने का काम विद्युत वितरण कंपनी की निगरानी में होना चाहिए लेकिन प्रबंधन इस की भी आवश्यकता नहीं समझ रहा है सबसे बड़ी बात तो यह है कि ट्रांसफार्मर लगाए जाने की जानकारी विद्युत वितरण कंपनी को ही नहीं है सूत्रों की माने तो शनिवार शाम तक मेगा मार्ट परिसर में ट्रांसफार्मर के लिए खंबे खड़े किए जा चुके हैं और जवाबदार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहे हैं
जवाबदारो को नहीं जानकारी
गौरतलब है कि ट्रांसफार्मर लगाने के लिए मेगा मार्ट प्रबंधन ने अनुमति ली है या नहीं इस संबंध में जब विद्युत वितरण कंपनी की डी नेहा शुक्ला से चर्चा की गई थी तो उनका कहना था कि अनुमति मिली या नहीं इसकी जानकारी हमें नहीं है इसके लिए अनुमति वरिष्ठ कार्यालय से ली जाती है हालांकि डीजे ने मेगा मार्ट प्रबंधन द्वारा बिना अनुमति जनरेटर चलाने के कारण उन्हें नोटिस जारी करने की बात जरूर कही थी लेकिन सवाल यह उठता है.
कि भले ही ट्रांसफार्मर के लिए अनुमति वरिष्ठ कार्यालय से मिलती होगी परंतु प्रबंधन द्वारा इसका प्रपोजल तैयार कर नागदा कार्यालय से ही भेजा गया होगा अब ऐसे में स्थानीय अधिकारियों को अनुमति की जानकारी नहीं होना भी बड़ा सवाल है साथ ही ट्रांसफार्मर खड़े करने के लिए नियम अनुसार विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा सुपर विजन किया जाना भी जरूरी होता है लेकिन शनिवार को जब मेगा मार्ट प्रबंधन खंबे खड़े किए तो वहां पर विभाग का एक भी अधिकारी या कर्मचारी नजर नहीं आया
नियमानुसार होगी जांच
मेगा मार्ट प्रबंधन की मनमानी के संबंध में जब विद्युत वितरण कंपनी के एस ई भूपेंद्र सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि शनिवार को ही चार्ज लिया है मामले की जानकारी मिली है यदि कोई नियम अनुसार काम नहीं कर अनियमितता कर रहा है तो मामले को गंभीरता से जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी

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