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Sunday, May 17, 2020

चेन्नई से बैतूल पहुंचे जिले के श्रमिक अपनी घर वापसी पर खुश, मेडिकल टीम द्वारा इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग एवं आवश्यक कार्रवाई की

चेन्नई से बैतूल पहुंचे जिले के श्रमिक अपनी घर वापसी पर खुश, मेडिकल टीम द्वारा इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग एवं आवश्यक कार्रवाई की

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ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल // तनवीर सिंह सौलंकी 8839762253 
बैतूल | अन्य प्रदेशों में फंसे जिले के श्रमिकों को वापस लाने हेतु चलाई जा रही विशेष श्रमिक ट्रेन रविवार 17 मई को चेन्नई से बैतूल पहुंची। इस ट्रेन से बैतूल, छिंदवाड़ा एवं खंडवा जिले के 47 श्रमिकों को बैतूल रेल्वे स्टेशन पर उतारा गया। रेल्वे स्टेशन पर ही उनकी स्क्रीनिंग एवं आवश्यक जांच की गई। इस दौरान श्रमिकों को रेल्वे स्टेशन पर ही नाश्ता एवं पानी भी उपलब्ध कराया गया।     
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार 17 मई को सुबह 7.40 बजे श्रमिक ट्रेन चेन्नई से बैतूल पहुंची। इस ट्रेन से बैतूल जिले के 11, छिंदवाड़ा जिले के 34 एवं खंडवा जिले के 02, कुल 47 श्रमिकों को बैतूल रेल्वे स्टेशन पर उतारा गया। रेल्वे स्टेशन परिसर में ही स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम द्वारा इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग एवं आवश्यक कार्रवाई की गई।     
श्रमिक ट्रेन से बैतूल आए नारायणपुर चोपना निवासी श्री ईश्वर कुमार बताते हैं कि वे चेन्नई में एक पावर प्लांट में कार्य करते हैं। लॉकडाउन के कारण पावर प्लांट बंद होने से उन्हें घर में ही रहना पड़ा। धीरे-धीरे उनके पास की राशि और राशन खत्म हो गया। वापस आने के लिए कोई साधन नहीं होने के कारण वे परेशान हो गए थे। इसी दौरान सरकार द्वारा श्रमिक ट्रेन की सुविधा उपलब्ध कराई गई, जिससे वे चेन्नई से बैतूल पहुंचे एवं जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई बस द्वारा उन्हें अपने गृह ग्राम नारायणपुर चोपना पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। श्री ईश्वर सुगमता से अपने घर पहुंचने के लिए वे सरकार एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार मानते हैं।     
तमिलनाडू में मजदूरी का कार्य करने वाले छिंदवाड़ा निवासी श्री आशीष पटेल बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्य बंद होने से उन्हें घर में ही रहना पड़ा। उनके पास की जमा पूंजी एवं राशन खत्म होने के कारण उन्हें परेशानी होने लगी। वे अपने घर वापस आना चाहते थे, किन्तु कोई साधन नहीं था। ऐसे समय में सरकार द्वारा चलाई गई श्रमिक ट्रेन ने उनकी यह समस्या हल कर दी। आशीष बताते हैं कि सरकार द्वारा उन्हें ट्रेन का टिकिट, सफर के दौरान भोजन-पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। बैतूल रेल्वे स्टेशन पर भी उन्हें नाश्ता-पानी मिला। वे बैतूल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई बस से अपने छिंदवाड़ा जिले के लिए रवाना हुए।     
घोड़ाडोंगरी निवासी श्री प्रकाश उइके भी श्रमिक ट्रेन से चेन्नई से बैतूल पहुंचे। श्री प्रकाश उइके बताते हैं कि वे चेन्नई में मजदूरी का कार्य करते थे। लॉकडाउन के कारण कार्य बंद होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। सरकार द्वारा चलाई गई श्रमिक ट्रेन से वे सकुशल सुगमता से बैतूल पहुंच चुके हैं एवं बैतूल से घोड़ाडोंगरी के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि सफर के दौरान ट्रेन में ही उन्हें भोजन-पानी उपलब्ध कराया गया एवं बैतूल रेल्वे स्टेशन पर भी नाश्ता-पानी दिया गया।
वे सरकार द्वारा चलाई गई श्रमिक ट्रेन एवं बस व्यवस्था से बेहद खुश हैं एवं इस सुविधा के लिए सरकार एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार मानते हैं।  

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