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Friday, July 3, 2020

आटो चालक लेकर आया दो घायल बंदर, उपचार के दौरान एक की मौत, मुलताई-पांढूर्णा मार्ग पर मोही घाट में अज्ञात वाहन ने मारी थी टक्कर

आटो चालक लेकर आया दो घायल बंदर, उपचार के दौरान एक की मौत, मुलताई-पांढूर्णा मार्ग पर मोही घाट में अज्ञात वाहन ने मारी थी टक्कर

TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल 
  • मार्ग पर घायल बंदर को पानी पिलाया। 
  • पशु चिकित्सालय में बंदरों का उपचार
  • आटो चालक जिनके द्वारा घायल बंदरों को मुलताई लाया
मुलताई। नगर से पांढुर्णा मार्ग पर टोल टेक्स के आगे मोही घाट में किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से दो बंदर घायल हो गए। इसी दौरान तिगांव से मुलताई आ रहे आटो चालक ने घायल बंदरों को आसपास के लोगों की सहायता से मुलताई लाया तथा वन विभाग को सूचना दी। लेकिन पशु चिकित्सालय में उपचार के दौरान एक बंदर की मौत हो गई वहीं दूसरा उपचार के बाद ठीक बताया जा रहा है। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के ताप्ती वार्ड निवासी आटो चालक श्रीपंवार पांढुर्णा मार्ग पर तिगांव सवारी छोड़ कर मुलताई वापस आ रहे थे इसी दौरान उन्हे मोही घाट पर मार्ग के बीच एक लहुलुहान बंदर नजर आया वहीं थोड़ी दूर पर एक दूसरा बंदर भी घायल पड़ा हुआ था। श्री पंवार ने मानवता का परिचय देते हुए आसपास के लोगों की सहायता से घायल बंदरों को मुलताई लाया और वन विभाग को इसकी सूचना दी गई। वन विभाग के द्वारा उसी आटो से घायल बंदरों को पशु चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी दशरथ बारंगे द्वारा दोनों बंदरों का उपचार किया गया। 
लेकिन उपचार के दौरान एक बंदर को सिर पर अधिक चोट आने से उसकी मौत हो गई वहीं दूसरा उपचार के उपरांत कुछ ठीक हो गया। पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी बारंगे के अनुसार दोनों बंदर नर है तथा बंदरों की उम्र लगभग चार से पांच वर्ष के बीच है जिसमें एक बंदर को अधिक चोट आने से उसे बचाया नही जा सका। वहीं दूसरे बंदर की हालत पहले की अपेक्षा ठीक है। उन्होने बताया कि किसी ठोस वस्तु बंदर के माथे पर लगी थी जिससे उसकी मौत हो गई। 

आटो चालक ने दिया मानवता का परिचय

फोरलेने पर घायल बंदरों के प्रति यूं तो कोई भी वाहन चालक संवेदनाएं नही दिखाता है और आगे बढ़ जाता है लेकिन नगर के आटो चालक श्री पंवार ने मानवता का परिचय देते हुए दोनों घायल बंदरों को अपने आटो से मुलताई लाकर उपचार कराया गया। श्री पंवार ने बताया कि बंदरों की गंभीर हालत देखकर उन्होने आसपास के लोगों को जमा किया तथा उन्हे पानी पिलाया। हालांकि घायल बंदरों को आटो से मुलताई तक लाना कोई आसान काम नही था फिर भी उन्होने यह कर दिखाया। 

आटो एंबुलेंस के सदस्य हैं श्री पंवार

जिले में संचालित आटो एंबुलेंस योजना के आटो चालक श्री पंवार सदस्य हैं। जब उन्होने मार्ग पर घायल बंदरों को देखा तो सबसे पहले आटो एंबुलेंस योजना संचालित करने वाली गौरी बालापुरे को इसकी सूचना दी। उनकी अनुमति के बाद तत्काल उनके द्वारा घायल बंदरों को मुलताई लाया गया। हालांकि एक बंदर को नहीं बचाया जा सका लेकिन इसके बावजूद श्री पंवार द्वारा किया गया कार्य मानवीय एवं सराहनीय भी है जिन्होने पशुओं के लिए भी पूरी संवेदना जताते हुए एक बंदर की जान बचा ली।

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