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Wednesday, April 21, 2010

नगर निगम के पास 21.33 करोड़ में से चार करोड़ जो पहली किश्त मिली थी वो पैसा कहां है

क्राइम रिपोर्टर// सरिता त्रिवेदी (टाइम्स ऑफ क्राइम) mob: 99818 16515
सागर // करीब दो दशकों से लगातार लाखा बंजारा तालाब को बचाने की कोशिश की जा रही है। 2006 में पर्यावरण मंत्रालय ने तालाब राष्ट्रीय संरक्षण योजना तहत 21.33 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये थे पूर्व में नगर निगम को 4 करोड़ रूपये सौंपे गये थे लेकिन झील संरक्षण का काम ढंडे बस्ते में पड़ा है। एटको के मार्गदर्शन में हो रहे झील संरक्षण कार्य के नियुक्त कंसल्टेंट एजेंन्सी द्वारा भुगतान न होने के कारण तीन माह पूर्व कार्य छोड़ दिया गया इस बस स्टेंड एवं तिली रोड़ पर तालाब किनारे बनाए गये फुटपाथ की गुणवत्ता को लेकर प्रश्नचिन्ह लगाए गए लगातार होने वाली शिकायतों के बाद उक्त निर्माण कार्य की जांच भी की जा रही है। महापौर कमला बुआ से बातचीत के दौरान पूछा कि इस ऐतिहासिक तालाब के संरक्षण की जो योजना स्वीकृत हुई है उसके क्रियान्वयान की दिशा में निगम द्वारा कोई कारगर कदम क्यों नहीं उठाऐ जा रहे हैं तालाब संरक्षण के लिये केन्द्र सरकार ने 21.33 करोड़ की योजना स्वीकृत की पहली किश्त चार करोड़ रूपये का निगम द्वारा क्या किया गया इस चार करोड़ रूपये निगम ने कहां खर्च किये विवरण दे। महापौर जी का कहना है कि मैंने अभी-अभी पद संभाला है, फिर भी मैं बताना चाहूंगी चार सुलभ काम्पलेक्स एक धोबीघाट का निर्माण पूर्ण हो सका तालाब में जो फब्बारे लगाने के लिये गुजरात की फर्म से 36 लाख एवं फुटपाथ निर्माण एवं रैलिंग लगाने का अनुबंध किया गया लेकिन उसकी गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लग चुके हैं। निर्माण कार्य को लेकर शिकायतें की गई थी। लेकिन जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई पर्याप्त राशि होने के बावजूद ठोस कार्य करवाने की बजाय जनता की वहावाही लूटने के लिए महापौर महोदया द्वारा उनके स्टाफ स्वयं जलकुंभी निकालने का कार्य कर रहा है, जो पूर्णत: दिखावा है।

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