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Wednesday, April 21, 2010

शासन की अनुमति के बिना संचालित हो रहे अल्टरनेटिव कॉलेज कॉलेज प्रबंधन के आगे सरकारी तंत्र विफल

ब्यूरो प्रमुख // राजेन्द्र कुमार जैन (अम्बिकापुर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख राजेन्द्र जैन से सम्पर्क : 98265 40182
छत्तीसगढ़ राज्य में पैरामेडिकल कोर्स संचालित कर रही अधिकांश संस्थाओं का छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता नहीं है। इसके बावजूद अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज उच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर सालों से बिना किसी रोक-टोक के डिग्रियां बाट रही है। जिसके एवज में छात्र-छात्राओं से मोटी राशि शुल्क के रूप में वसूली है। पी.पी. अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज, अग्रसेन चौक समता कॉलोन नगरनिगम बगीचा के पास रायपुर दि अल्टरनेटिव मेडिकल भिलाई मार्डन मेडिकल कॉलेज, राजनादगांव हार्दिक विद्यापीठ अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज एण्ड रिसर्ज हॉस्पिटल, नेताजी चौक जांजगीर, नेशनल मेडिकल कॉलेज ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन मसानगंज बिलासपुर नाम संस्थाओं द्वारा चिकित्सा शिक्षा के नाम वा छात्र-छात्रओं से लूट जारी है। इन संस्थाओं से मिलने वाली डिग्रियों को मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया नई दिल्ली तथा छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता नहीं है। ये संस्थाऐं आपसी लोगों की परिषद गठित कर परीक्षाएं संचालित कर डिग्रियां बांट रही है जो वैधानिक रूप से अमान्य है। अत्यंत आश्चर्य जनक तथ्य यह है कि मात्र 3-4 कमरों में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न शहरों जैसे अंबिकापुर, कोरबा, डोगरगढ़ मनेन्द्रगढ़ जांजगरी, बिलासपुर, धमतरी, रायपुर में कुकुरमुत्तों की तरह ऐसी अमान्य संस्थाओं की शाखाएं भी संचालित हो रही है। मेडिकल शिक्षा देने वाली इन संस्थाओं में सुविधाओं का नितांत अभाव रहता है यहां प्रशिक्षित शिक्षक भी नहीं रहते लेकिन छात्रों से प्रवेश के नाम पर हजारों रूपये की फीस वसूली जाती है। छत्तीसगढ़ के चिकित्सा शिक्षा के नाम पर लूट मचाने वाली संस्थाओं की जांच की तथा एक संस्था के संचालक को फर्जी संस्था चलाने के कारण जेल में पहुंचा दिया। नेशनल मेडिकल कॉलेज ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसीन अम्बिकापुर द्वारा एमबीबीएस, बीएएमएस, डीएसमएस, बीईएमएस, एमएस कोर्स का संचालक किया जा रहा है। उक्त कोर्स को छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त नहीं है।

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