Pages

click new

Sunday, May 9, 2010

आईसना का प्रांतीय सम्मेलन आयोजित


लेखनी को सशक्तकर ईमानदारी के साथ समाज में अपना भरोसा कायम कर -श्री अग्रवाल
गुना//संवाददाता (टाइम्स ऑफ क्राइम)
वर्तमान समय में पत्रकारिता के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। पत्रकारिता के क्षेत्र में जो चुनौतियां हैं, उसे निभाने के लिए पत्रकारों को अपनी लेखनी सशक्त करते हुए ईमानदारी के साथ समाज में अपना भरोसा कायम करना होगा। छोटे एवं लघु समाचार पत्र जिस खूबी से क्षेत्रीय समस्याओं को शासन प्रशासन के सामने ला, समाजिक दायित्व निभा रहे हैं, वह सराहनीय हैं।प्रदेश के सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास एवं विमानन राज्यमंत्री श्री के.एल.अग्रवाल ने उक्त विचार आज गुना मुख्यालय पर आयोजित ऑल इंडिया स्माल न्यूज एसोसिएशन के प्रांतीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। स्थानीय मानस भवन में आयोजित उक्त सम्मेलन की अध्यक्षता गुना विधायक श्री राजेन्द्र सिंह सलूजा ने की। इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता परिषद के उपाध्यक्ष श्री रमेश शर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत गुना श्री सुमेर सिंह गढ़ा, अशोकनगर श्री मलकीत सिंह, अध्यक्ष जिला केन्द्रीय सहकारी बैक श्री राधाबल्लभ किरार, आईसना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिवशंकर त्रिपाठी, माखनलाल चतुर्वेदी विश्व विद्यालय के पत्रकारिता प्रकोष्ठ प्रभारी श्री पुष्पेन्द्रपाल सिंह सहित गुना के सर्वश्री भूपेन्द्र रघुवंशी, निर्मल सोनी, कल्याण लोधा और आईसना के राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जलित कर अतिथियों द्वारा किया गया।राज्यमंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि देश की आजादी में पत्रकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्तमान में मीडिया जिस प्रकार से कार्य कर रहा है उससे न केवल वह समाज का आईना बना है बल्कि शासन प्रशासन का ध्यान आम जनता की उन समस्याओं की और भी इंगित करा रहा है। जिनके समाधान से जनता को सीधा लाभ मिलता है। इस दिशा में छोटे एवं लघु समाचार पत्रों की भूमिका कर प्रकाश डालते हुये श्री अग्रवाल ने कहा कि जिन क्षेत्रों तक बड़े समूह के पत्रों की पहुंच नहीं हो पाती वहां क्षेत्रीय एवं लघु समाचार पत्र आसानी से पहुंच जाते हैं और स्थानीय समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित भी करते हैं। उन्होंने कहा कि लघु पत्रकारिता को प्रोत्साहन मिलना चाहिये। पत्रकारों का आव्हान करते हुये राज्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार अपनी लेखनी में सच्चाई को बरकरार रखें तो कोई ऐसी ताकत नहीं कि जो समाचार पत्र को आगे बढऩे से रोक सके। मीडिया के प्रति मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सकारात्मक सोच का हवाला देते हुये राज्यमंत्री ने कहा कि आज के सम्मेलन में जो मांगे सामने आई हैं उन्हें मेरे द्वारा प्रदेश स्तर पर रखा जायेगा।राष्ट्रीय एकता परिषद के उपाध्यक्ष श्री रमेश शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय आन्दोलन में क्षेत्रीय पत्रकारिता का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। जिन्होंने राष्ट्रीय जागृति के लिये कार्य किया। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश शासन की जनसम्पर्क नीति बनकर तैयार है। जिसमें पत्रकारिता से जुड़े लोगों और समाचार पत्रों के संपादकों एवं स्वामियों के हित में अनेक निर्णय लिये गये है। वर्तमान में जन सम्पर्क विभाग की विज्ञापन नीति के तहत छोटे एवं लघु समाचार पत्रों को काफी लाभ दिया जा रहा है। अधिमान्यता नियम में भी संशोधन किये गये हैं। उन्होंने वर्तमान पत्रकारिता के संदर्भ में कहा कि पत्रकारिता के अस्तित्व पर जो प्रश्न चिन्ह लग रहा है और पत्रकारिता के सम्मान में जो कमी आई है, उसका मुख्य कारण समाचार पत्रों पर बाजार हावी होना है। उन्होंने पत्रकारिता में बड़ते प्रदूषण को खत्म करने की बात कही और पत्रकारों से राष्ट्र एवं जनहित में ईमानदारी के साथ पत्रकारिता करने का आव्हान किया।जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सुमेरसिंह गढ़ा ने ग्रामीण क्षेत्र की पत्रकारिता में चुनौती पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के साथ ग्राम विकास के लिये किये जा रहे कार्यों को भी समाचार पत्रों में स्थान मिलना चाहिये। उन्होंने विज्ञापन नीति में सभी समाचार पत्रों के साथ समानता का व्यवहार अपनाने की बात कही। माखनलाल चतुर्वेदी विश्व विद्यालय भोपाल से आये श्री पुष्पेन्द्रपाल सिंह ने कहा कि परिस्थितियों के साथ मानसिकता में भी अब बदलाव आया है। छोटे एवं लघु समाचार पत्रों के प्रति भी पाठकों का नजरिया अब बदला है। वर्तमान समय में जिन परिस्थितिों के बीच लघु समाचार पत्र प्रकाशित हो रहे हैं उनका संघर्ष बड़े समाचार पत्रों की तुलना में बहुत अधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा की पहल पर अब तहसील स्तरीय पत्रकारों को भी अधिमान्यता दी जा रही है। साथ ही छोटे समाचार पत्रों के हित में अनेक निर्णय लिये गये हैं।प्रारंभ में आईसना के प्रांत अध्यक्ष श्री अवधेश भार्गव ने बताया कि समाज के हित में पत्रकारिता करना आईसना का मुख्य उद्वेश्य है। इसी उद्वेश्य के साथ हमारी संस्था राष्ट्रीय स्तर से तहसील स्तर तक कार्य कर रही है। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि वे अपने कलमरूपी शस्त्र का उपयोग समाजहित में करें। इस अवसर पर अनेक अतिथि वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। आईसना के जिला इकाई के अध्यक्ष श्री अशोक कुशवाह और कार्यक्रम सह संयोजक श्री दीपक राठौर ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री नरेश कश्यप ने किया। स्वागत भाषण पत्रकार श्री महावीर सिंह तोमर ने दिया। सम्मेलन के द्वितीय सत्र में आईसना के पदाधिकारियों ने प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये पत्रकारों से रू-ब-रू चर्चा कर जहां एक और पत्रकारिता के गुर बताये वहीं दूसरी और उनकी समस्याओं को भी सुना।आईसना के प्रांतीय सम्मेलन में गुना जिले के मीसाबंदियों, समाजसेवियों, अभिभाषक एवं पत्रकारों को सम्मानित किया गया। आयोजक संस्था द्वारा सम्मेलन के अतिथियों को स्मृति स्वरूप प्रतीक चिन्ह भेंट किये गये। आभार प्रदर्शन आईसना के प्रांतीय उपाध्यक्ष श्री सुभाष शर्मा द्वारा किया गया। सम्मेलन के समस्त प्रतिभागियों को गुना के ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल टेकरी सरकार का लेमिनेटेड चित्र भेंट किया गया।

No comments:

Post a Comment