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Tuesday, October 12, 2010

बुरहानपुर : लालबत्ती बनी शहद की छत्ती

ब्यूरो प्रमुख// योगेश कल्याण पवित्रे (बुरहानपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से सम्पर्क 99939 16016
बुरहानपुर. सामाजिक संस्था के प्रति आम नागरिकों की रूचि निरंतर घटती जा रही है। इन संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रमों और समारोहों में न्यूनतम से न्यूनतम उपस्थिती इस बात का संकेत है कि अब नागरिक यह सोचते है कि आप के आयोजनों की शोभा बनने के बाद हमें क्या मिलेगा जबकि किसी राजनीतिक संस्था और सत्तारूढ दल के कार्यक्रम और लालबत्ती के इर्द गिर्द ऐसी भीड़ एकटठ होती है जैसे शहद की छत्ती के इर्द गिर्द मंडराती मधुमक्खियां।बुरहानपुर शहर मेला और उत्सवों का शहर रहा है। निमाड़ जिले में कभी बालाजी उत्सव चरमोंत्कर्ष पर रहा है हजारों नागरिक बालाजी मेले में शहर और गांव से बड़े पैमाने पर जन समूह उमड़ा करता था। आज ऐसे मेलों में भीड़ घटती जा रही यही स्थिती मां रेणुका माता के मेले में दिखाई देती है। जो नर नारियां और बच्चें सुबह और शाम महाआरती में सम्मिलित होते रहे है वह रेणुका देवी का मेला शहर की बढ़ती आबादी के साथ इस धार्मिक मेले की उपस्थिती घटती जा रही है। गणेश विसर्जन और दुर्गोत्सव के चल समारोह भय और दहशत के बीच भीड़ कम होती जा रही है। शहर में सांस्कृतिक गति विधियां घटती जा रही है।जैसे-जैसे समारोहों में उपस्थिती कम होती जा रही है वैसे-वैसे लालबत्तियों के आंस-पास भी इक_ी हो रही है। इसके आयोजनों में शिक्षा है सीख है सांस्कृतिक आयोजन है और इसके साथ-साथ उस प्रश्न का जवाब भी आखिर उसके मिल जाता है कि उन्हे क्या मिलेगा। लालबत्ती की ओर कृपा से उसे कानून नही बल्कि कृपा के कारण कई कामपूर्ण हो जाते है इसके लिये जनप्रतिनिधियों में कार्य क्षमता भी होना चाहिये। बुरहानपुर शहर का प्रतिनिधित्व 4 लालबत्तियां कर रही है। केन्द्रीय राज्यमंत्री अरूण यादव शालेय शिक्षामंत्री श्रीमति अर्चना चिटनीस महापौर श्रीमति माधुरी पटेल तथा निगमाध्यक्ष श्रीमति गोरी शर्मा के पास लाल बत्तियां है किन्तु वे अपनी कार्य प्रणाली से आम आदमी को संतुष्टी मिलती है ऐसा आम आदमी अनुभव करता है। आज नागरिक का संबंध समारोहों से नहीं व्यक्तियों के नाम से जुड रहा है। बुरहानपुर शहर में इस बार रेणुका मेला बालाजी मेला और दुर्गा विसर्जन समारोह का आयोजन इस सप्ताह सम्पन्न होने जा रहा है यह आयोजन पुन: अपने अतीत के गौरव की वापसी के लिये शालेय शिक्षामंत्री श्रीमति अर्चना चिटनीस इसमें व्यक्तिगत रूप से रूचि ले रही है। वे प्रति दिन इन समारोहों की अभिवृद्धि के लिये प्रयासरत है।
- समिती गठित -
अर्चना चिटनीस ने विगत सप्ताह शहर के नागरिकों की एक बैठक आहुत कर ताप्ती बालाजी उत्सव की एक समिति गठित की यह समिति इन समारोहों में निबंध प्रतियोगिता श्रेष्ठ बैलगाड़ी संयोजन और गौ संरक्षण प्रतियोगिताओं का आयोजन कर उन्हें पुरस्कार भी प्रदान करेगी प्रतिदिन बालाजी नगर भ्रमण यात्रा में व्यायाम शालाओं के सम्मिलित होने से चल समारोह का आकर्षण बढ़ता जा रहा है । माकूल पुलिस व्यवस्था के कारण भय और दहशत हटती जा रही है। शहर पुन: अपने परम्परागत आयोजन की ओर लौट रहा है इसमें भी लालबत्ति का योगदान भी भुलाया नही जा सकता। यहां यह बात उल्लेखनीय है, कि यह शहर गंगा जमुना संस्कृति का शहर रहा है सूफी संतो की बहाई प्रेम और भाई चारा की सरिता यहां सदैव प्रवाहित होती रही है किन्तु दो वर्ष पूर्व बालाजी की रथ यात्रा में निहीत स्वार्थी तत्वों के व्यवधान के कारण शहर का साम्प्रदायिक नष्ट हुआ था। हमारे क्राइम रिपोर्टर की खबरों के आधार पर हमारी पुलिस और प्रशासन से अपील है कि वे कानून और व्यवस्था की स्थिती पर नियंत्रण करने में कोई काताहि नहीं बरते और स्थिती को नियंत्रित करने में अपने संपूर्ण योगदान दे ताकि अतीत के गौरव रहे हमारे आयोजन पुन: अपना प्राचीन वैभव लौटा सके।

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