Pages

click new

Monday, November 29, 2010

Download News in English अंबिका सोनी अखिल बाबरी मस्जिद कार्य समिति अखिल भारतीय हिन्दू महासभा अजमेर अटल बिहारी वाजपेयी अनुच्छेद 370 अन्तराष्ट्रीय खबरें अन्ना हजारे अन्नाद्रमुक अबू सलेम अमर सिंह अमित शाह अमृतसर अमेरिका अयोध्या अररिया [बिहार] अरुंधती राय अरुण जेटली अरुण शौरी अर्जुन मुंडा अर्थ तंत्र अल कायदा अलवर अशोक चव्हाण अशोक सिंघल असम अहमदनगर अहमदाबाद आंध्र प्रदेश आंध्रप्रदेश आजम खां आतंकवाद आतंकवादी आदर्श सोसायटी आरजेडी आर्य समाज आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड आशा भोंसले आशाराम बापू आस्ट्रेलिया इंदौर इम्फाल इलाहाबाद इसराइल इस्लामाबाद ईद ईरान ईवीएम मशीन ईसाई उग्रवादी उड़ीसा उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड उद्धव ठाकरे उमर अब्दुल्ला उमा भारती उड़ीसा ए के एंटनी एआईएडीएमके एएमयू एन.डी.तिवारी एनडीए एबीवीपी एम करुणानिधि एम मुकर्रम अहमद एम. करुणानिधि एमएनएस एस एम कृष्णा ओबामा ओम प्रकाश सिंहल ओसामा बिन लादेन औरंगाबाद कमलनाथ करवाचौथ कराची करीमनगर कर्नाटक कल्बे जावेद कल्बे सादिक कल्याण सिंह कवितायें कश्मीर कश्मीरी पंडित कांग्रेस काठमांडो किसान कुरआन शरीफ कुल्लू के सी सुदर्शन केरल कोच्चि कोटद्वार कोलकाता खालिस्तान गंगा गणेश चतुर्थी गया गांधीनगर गाजियाबाद गिलानी गुजरात गुलाम अली आजाद गुवाहाटी गोधरा कांड गोपीनाथ मुंडे गोवा ग्राउंड जीरो ग्वालियर चंडीगढ़ चंद्रबाबू नायडू चीन चुनाव चेन्नई छत्तीसगढ़ जदयू जनगणना जनजातीय विद्रोही जबलपुर जम्मू जयंती नटराजन जयपाल रेड्डी जयपुर जयप्रकाश नारायण जयललिता जया बच्चन जर्मनी जसवंत सिंह जहानाबाद जावेद हबीब जेकेएलएफ जेडीयू जेहाद जेहादी झारखंड टीआरएस टीडीपी डकैती डा़ प्रवीण भाई तोगड़िया तंजौर तमिलनाडु तरुण विजय तस्लीमा नसरीन तालिबान तिब्बत तिरुवनंतपुरम तृणमूल कांग्रेस तेलंगाना मुद्दा दमन सिंह दरगाह दरभंगा दारूल उलूम देवबंद दिगंबर कामत दिग्विजय सिंह देगंगा दंगे देहरादून धमाके नई दिल्ली नई दिल्‍ली नक्सलवादी नक्सली नजमा हेपतुल्ला नयी दिल्ली नरेन्द्र मोदी नरेश ज्ञानेंद्र नवजोत सिंह सिद्धू नवसारी नागपुर नारी शक्ति नासिर मदनी निठारी काण्ड नितिन गडकरी नीतीश कुमार नेपाल नैनीताल न्यूयॉर्क पंचायत पंजाब पटना पटियाला पणजी परमाणु करार पाकिस्तान पानीपत पी चिदंबरम पीटर बर्गेन पीडीपी पॉमेला एंडरसन प्रकाश सिंह बादल प्रचंड प्रणव मुखर्जी प्रतिभा पाटिल प्रभात झा प्रियंका वाड्रा प्रियदर्शिनी मट्टू हत्याकांड फतवा फतुहा फरीदाबाद फ़लस्तीन फारुक अब्दुल्ला फिरदोसी बाबा बंगाल बंबई उच्च न्यायालय बजरंग दल बब्बर खालसा बरेली बर्लिन बसपा बांग्लादेश बाघ संरक्षण बाढ़ बाल ठाकरे बिग बॉस बिहार बिहार विधानसभा चुनाव बी. एस. येदियुरप्पा बीजिंग बीजेपी बुलंदशहर बूटा सिंह बेंगलुरु बॉलीवुड भाकपा भागलपुर भाजपा भारत स्वाभिमान ट्रस्ट भारत स्वाभिमान मंच भिवानी भुवनेश्वर भोपाल भ्रष्टाचार मंदिर मंहगाई मणि महेश यात्रा मणिपुर मणिशंकर अय्यर मधुबनी मधुर भंडारकर मधेपुरा मध्यप्रदेश मनमोहन सिंह मनरेगा मनिंदरजीत सिंह बिट्टा मनीष तिवारी ममता बनर्जी मल्कानगिरी मस्जिद महँगाई महंत आदित्यनाथ महबूबा मुफ्ती महमूद मदनी महात्मा गाँधी महाराजगंज मांझी माओवादी माकपा मायावती मीडिया मीरवाइज उमर फारूक मुंगेर मुंबई मुख्तार अब्बास नकवी मुजफ्फरनगर मुजफ्फरपुर मुम्बई मुरली मनोहर जोशी मुलायम सिंह मुलायम सिंह यादव मुस्लिम मुस्लिम लीग मेघालय मेलबर्न मोनिका बेदी मोहन भागवत यशवंत सिन्हा यासीन मलिक यूपीए रक्षाबंधन रतलाम रविशंकर प्रसाद रांची राजग राजद राजनाथ सिंह राजीव गांधी राजीव दीक्षित राजीव प्रताप रुड़ी राबड़ी देवी राम जेठमलानी राम विलास पासवान रामविलास पासवान रायपुर रायबरेली रावलपिंडी राष्ट्रमंडल खेल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राहुल गाँधी रीता बहुगुणा रुचिका केस लंदन लखनऊ लता मंगेशकर लश्कर-ए-तैयबा लालकृष्ण आडवाणी लालू यादव लाहौर लुधियाना लेख लोजपा वरुण गांधी वामदल वाराणसी वाशिंगटन विडियो-Video विद्या भारती विद्यालय विनय कटियार विश्व हिन्दू परिषद् वी पी सिंह वीडियो वैज्ञानिक हरि प्रसाद वोटिंग मशीन व्यापार जगत व्रत और त्यौहार शत्रुघ्न सिन्हा शरद यादव शाह महमूद कुरैशी शाहनवाज हुसैन शिअद शिकोहाबाद शिलांग शिल्पा शेट्टी शिवराज सिंह चौहान शिवसेना शीला दीक्षित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी श्रीनगर सज्जन कुमार सपा सहारा खातून साइबर अपराध साई साध्वी प्रज्ञा सिख विरोधी दंगे सिमी सिरसा सीबीआई सुखबीर सिंह बादल सुन्नी वक्फ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट सुब्रमण्यम स्वामी सुभाषचंद्र बोस सुरेंद्र जैन सुरेश कलमाड़ी सुषमा स्वराज सैयद अली शाह गिलानी सैयद अहमद बुखारी सोनिया गाँधी सोफिया मदनी सोमनाथ सोहराबुद्दीन केस स्कूल स्पेक्ट्रम घोटाला स्वागत स्वामी निजानंद तीर्थ स्वामी रामदेव स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती स्विटजरलैंड हंसराज भारद्वाज हज हत्या हरिद्वार हरियाणा हाशिम अंसारी हिंदुत्व हिन्दुराष्ट्र हिन्दू हिमाचल प्रदेश हिसार हुर्रियत कॉन्फ्रेंस हैदराबाद होशंगाबाद

Saturday, November 27, 2010

मध्य प्रदेश में दबंगों ने महिला को जिंदा जलाया

दामोह, शनिवार, नवंबर 27, 2010
मध्य प्रदेश के दमोह में एक महिला को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। यहां के चिरौला गांव में दबंगों ने महिला पर कैरोसीन छिड़ककर आग लगा दी। मामला मिड डे मील से जुड़ा है।26 साल की तुलसा बाई एक सेल्फ हेल्प ग्रुप की ओर से स्कूल में बच्चों को खिलाती थी, लेकिन गांव के कुछ रसूखदार लोगों को इससे नाराजगी थी, जो मिड डे मील योजना को खुद हथियाना चाहते थे।धमकियों पर भी जब तुलसा बाई नहीं मानी, तो उन्हें सरेराह जलाकर मारने की कोशिश की गई। डॉक्टरों के मुताबिक 60 फीसदी जल चुकी तुलसा बाई की हालत नाजुक बनी हुई है। इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।

Friday, November 26, 2010

धड़ल्ले से की जा रही आयकर चोरी, व्यापारियों को नहीं दी जाती पक्की रसीदें

रिपोर्टर// बलराम शर्मा (सिंगरौली // टाइम्स ऑफ क्राइम)
रिपोर्टर से सम्पर्क : 99263 33470

सिंगरौली जिले के थोक विक्रेताओं द्वारा छोटे व्यापारियों को फुटकर सामान खरीदी पर पक्की रसीद नहीं दी जाती है, जिससे फुटकर विक्रेताओं को अक्सर दिक्कतें उठानी पड़ती है। वहीं बड़े व्यापारी पक्की रसीदें न देकर प्रति वर्ष लाखो रूपये की कर चोरी कर शासन के राजस्व वसूली को चूना लगा रहे हैं। किन्तु आयकर अधिकारी अपना कमीशन लेकर उक्त मामलों में मौन चुप्पी साधे रहते हैं। उल्लेखनीय है कि सीधी शहर में करीब आधा सैकड़ा विभिन्न सामग्रियों को दुकानें संचालित हैं। जिसमें गल्ला व्यावसाइयों से लेकर कपड़ा, जूता, परचून, दवाइयां, हार्डवेयर आदि की दुकानें शामिल हैं। सैकड़ो फुटकर व्यवसायी प्रतिदिन लाखों रूपये की सामग्री की खरीद फरोक्त करते हैं। किन्तु इन छोटे व फुटकर व्यापारियों को कभी भी थोक विक्रेताओं द्वारा पक्की रसीद नहीं दी जाती है। इस तरह से उनका 30 नवम्बर का सामान पक्की रसीदें न होने की वजह से अपने आप 31 नवम्बर का हो जाता है और कभी-कभी तो इन्हें पक्की रसीद न होने की वजह से भारी मुसीबते भी झेलनी पड़ती है। खासकर गल्ला व शक्कर के व्यापारियों की दुकानों में तो अक्सर पुलिस के छापे पड़ते रहते हैं और दो चार बोरी चावल जप्त होना तो आम बात हो गयी है। इधर थोक विक्रताओं द्वारा फुटकर व्यापारियों को बेवकूफ बनाकर लाखों रूपये की आयकर चोरी कर शासन को चूना लगा रहे हैं। यहां पर उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा भी जब कभी छापामार की कार्यवाही की जाती है तब बड़े मगरमच्छों को तो छोड़ दिया जाता है। किन्तु छोटे व्यापारी अक्सर शिकार बन जाते हैं और दो-चार छोटे फुटकर व्यापारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने पर कर्तव्यों को इतिश्री मान लेते है। जबकि इन्हीं के सामने बड़े व्यापारी धड़ल्ले से वगैर पक्की रसीद दिये सामानों की बिक्री करते रहते हैं। अगर कभी धोखे से वे किसी बड़े व्यापारी की दुकान में पहुॅंच गये तो इनका उसके साथ शाम का भोजन तय हो गया और शराब के दौर के बाद अपना कमीशन से सारी कार्यवाही सही हो गयी। इस तरह विभागीय अधिकारियों की सह पर शहर में धड़ल्ले से आयकर की चोरी जारी है।

निगम अधिकारी को गंदे पानी से नहलाया

विशेष संवाददाता // आर.एस.शर्मा(इंदौर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
इंदौर. कई दिनों से गंदे पानी और ड्रैनेज की समस्या से परेशान हो रहे यहा के राजमौहल्ला क्षेत्र के रहवासियों का संयम आज जवाब दे गया और उन्होने निगम अधिकारी को उसी गंदे पानी से नहला दिया। सुबह नार्थ राज मौहल्ला में रहने वाले सैकडो लोग राज मौहल्ला स्थित नगर निगम के झोन कार्यालय पर पहुचें। कई दिनो से गंदे पानी और ड्रैनेज की समस्या से परेशान इन लोगों ने आज अपने साथ लाए गंदे पानी से निगम के जोनल अधिकारी को नहला दिया। इतना करने के बाद भी जब लोगो का गुस्सा शांत नही हुआ तो इन लोगों ने सभी कर्मचारियों को कार्यालय में ही बंद कर दिया1 इसके बाद महापौर कृष्णमुरारी मौघे के खिलाफ् जमकर नारे बाजी की। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों की समझाइश के बाद लोगों का प्रदर्शन समाप्त हुआ।

श्रम निरीक्षक की उदासीनता के कारण बेखौफ उड़ाया जा रहा हैं श्रम कानून का माखौल

प्रतिनिधि// सावित्री लोधी (अशोक नगर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से सम्पर्क 98262 ८५५८१

अशोक नगर। जिले में श्रम कानूनों का खुलेआम उल्लंघन यह दर्शाता हैं कि जिले में श्रम अधिकारी अपदस्थ हैं। एक श्रम निरीक्षक जो पडोसी जिले से आते हैं, उन पर एक नहीं कई-कई भार हैं। वे 6 दिन कड़ा परिश्रम कर रविवार को श्रम कानूनों की धज्जियां उडाते हैं। इसी प्रकार जिले में अभी पूरे विभागों के ऑफिस नहीं खुले हैं। अभी कई दफ्तर गुना से ही ही चल रहे हैं। इसलिए लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए गुना से ही चल रही हैं। जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि ईसागढ, चंदेरी, मुंगावली, शाढौरा, पिपरई, बंगलाचौराह, बहादुरपुर आदि कस्बो में श्रम एक्ट का बेधडक होकर उल्लंघन किया जा रहा हैं। इसके चलते सप्ताह मं एक भी दिन अवकाश नहीं हैं। दुकानों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए श्रम अधिनियम लागू हेाने के बाद भी अरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस ओर प्रशासनिक अधिकारियों का भी ध्यान न होने से श्रम निरीक्षण आरके गोयल सुस्त और दुकानदार सख्त हैं। एक दुकानदार का कहना हैं कि लंबे समय से श्रम निरीक्षक द्वारा बाजार बंद नहीं कराया गया। इस कारण अब रविवार अवकाश का दिन नहीं लगता हैं और बाजार खुला रहता हैं।

समय से नहीं हो रहे बाजार बंद

श्रम नियमों का उल्लंघन करते हुए बाजार समय पर बंद नही किए जा रहे हैं। अकेले जिला मुख्यालय पर अनियमितताओं का आलम यह हैं कि तहसील मुख्यालय की स्थिति क्या होगी, आसानी से समझा जा सकता हैं। अशोकनगर में स्टेशन रोड, इंदिरा पार्क रोड, गांधी पार्क, ईसागढ, पछाडीखेडा, विदिशा रोड की दुकाने श्रम दुकानों के अनुसार नहीं चल रही हैं, जिस कारण श्रम नियमों को अंगूठा बताया जा रहा हैं। वहीं श्रमिकों से खूब काम लिया जाकर उन्हें पर्याप्त मेहनताना नहंी दिया जा रहा हैं। जबकि श्रम विभाग की दरे ओर दुकाने खुलने व बंद होने का समय निर्धारित हैं। इसके बाद भी सबकुछ ऐसे ही चल रहा हैं।

जिले में संपूर्ण नियमों की आज भी कमी

जिलेभर में सात वर्षों के उपरांत भी अब तक श्रम विभाग का कार्यालय नहीं खुलवाया हैं। सारा कार्य निकट जिले से चल रहा हैं। यदि देखा जाए तो सिर्फ श्रम विभाग ही नहीं बल्कि अन्य दो दर्जन विभागों से अधिक के कार्यालय नहीं हैं। एक ही छत और एक ही हाल में 6-6 दफ्तर संचालित हैं। इसके कारण आज शहर का शासकीय पोली कॉलेज और उसके छात्रावास में विभिन्न ऑफिस खुले हुए हैं। जगह कम ओर दफ्तरों की संख्या के कारण ठसाठस की स्थिति पैदा होती हैं। यहां उल्लेख करने वाली बात यह हैं कि अशोकनगर को जिला बने सात वर्ष से अधिक का समय निकल गया। वहीं जनप्रतिनिधियों ने अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वाहन क्यों नहीं किया। जिले में एक से एक धुरंधर और असरदार नेता, जनप्रतिनिधि मौजूद हैं। फिर भी जिले का कामकाज रामभरोसे चल रहा हैं।

शराब पीना तो दूर अब शराब को हाथ नहीं लगाएंगे संकल्पधारी मजदूर

प्रतिनिधि// उदय सिंह पटेल (सिहोरा// टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनधि से संपर्क:- 9329848072
सिहोरा से 3 किलो मीटर दूरी पर स्थित सूर्यबंशम माईंस के लगभग 300 मजदूरों ने शराब छोड़ऩे का संकल्प लिया, मौके पर उपस्थित सिहोरा के एस.डी.ओ.पी. श्री शर्मा थाना प्रभारी सिहोरा श्री अशोक तिवारी, तथा सामाजिक कार्यकत्र्ता अरूण जैन,अनिल जैन,राजामोर आदि की उपस्थिति में अतिथियों तथा पत्रकारों का फूलमालाओं से स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि माईंस के डायरेक्टर श्री मनीष जी नायक ने इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये और कहा कि दुनियां में लाखों व्यापारी है, जो मजदूरों से सिर्फ काम का वास्ता रखते है। और उनके बीच उत्पन्न सामाजिक बुराईयों पर गौर नहीं करते, किन्तु इस माईंस के डायरेक्टर ने मजदूरों की भलाई की ओर ध्यान देते हुए सभी मजदूर भाईयों से शराब छोडऩे की पहल की। और अपनी तरफ से समझाईश दी कि शराब के नशे से तन और धन की बर्बादी हो रही है, और सबसे अधिक गृहकलह और आपराधिक मामले बढ़ रहे हैं। अत: अतिथियों के उद्बोधन से तमाम मजदूर प्रभावित होकर माईंस के लगभग 300 मजदूरों ने अपनी स्वेच्छा से शराब छोडऩे का संकल्प हनुमान मंदिर के समक्ष लिया। उल्लेखनीय है कि इसी कार्यक्रम के दौरान सिहोरा के एस.डी.ओ.पी. शर्मा ने ग्राम सिलोड़ी को गोद लेने का एलान किया, थाना प्रभारी सिहोरा ने महिलाओं को इस दिशा में पुलिस की मदद करने का आव्हान किया। कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 200 महिलाओं के बीच में से एक महिला ने उठकर स्वीकार किया कि वह होली के त्योंहार में शराब पी लेती थी, किन्तु आज से संकल्प लेती हंू कि वह शराब को हाथ भी नहीं लगाएगी। महिला की इस हकीकत से प्रभावित हो थाना प्रभारी सिहोरा द्वारा उक्त महिला को एक हजार रूपये नकद सम्मान स्वरूप प्रदान किये। इस अवसर पर क्षेत्र के पत्रकार नरेश चौहान, राजू तिवारी, रामनारायण श्रीवास, जहीर अंसारी, सुधीर,जैन, अनिल अग्रवाल, प्रवीण कुररिया, जनाब करीम खान, नंदू तिवारी फोटोग्राफर गंगापटेल, मनीष सेन, सतीश तिवारी, आदि पत्रकार मौजूद थे।

Thursday, November 25, 2010

शायरी

शायरी दर्द-ए-दिल

एक जनाजा और एक बरात टकरा गए,
उनको देखने वाले भी चकरा गए,
ऊपर से आवाज आई-"ये कैसी विदाई है?
महबूब की डोली देखने साजन कि अर्थी भी आई है!!
------------********------------------------
वो तो दिवानी थी मुझे तन्हा छोड गई,
खुद न रुकी तो अपना साया छोड गई,
दुख न सही गम इस बात का है..
आंखो से करके वादा होठो से तोड गई!!!!!!!
------------**********-------------------
जब आंसू आए तो रो जाते हैं,
जब ख्वाब आए तो खो जाते हैं,
नींद आंखो में आती नही,
बस आप ख्वाबो में आऒगें,यही सोच कर सो जाते हैं.............
----------*********--------------
अपने दिल की बात उनसे कह नही सकते,
बिन कहे भी जी नही सकते,
ऎ खुदा! ऎसी तकदीर बना,
कि वो खुद हम से आकर कहे कि,
हम आपके बिना जी नही सकते,
---------**********-----------
होठ कह नही सकते जो फ़साना दिल का,
शायद नजरो से वो बात हो जाए,
इसी उम्मीद में इंतजार करते हैं रात का,
कि शायद सपनों मे ही मुलाकात हो जाए.......
------------*********----------------
दिल तो तोड ही दिया आपने,
अब चिता भी जला देना,
कफ़न ना मिले तो,
ये दुपट्टा ही ऒढा देना,
कोई पुछे कि बिमारी क्या थी हमें,
तो नजरे झुका के महोब्बत बता देना........
------------********----------------
हमारें आंसू पोछ कर वो मुस्कुराते हैं,
इसी अदा से तो वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाए हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में तो हम खुद को रुलाते हैं!!!!!!!!!
--------------*********-----------------
दील में प्यार का आगाज हुआ करता है,
बातें करने का अंदाज हुआ करता हैं,
जब तक दिल को ठोकर नही लगती,
सब को अपने प्यार पर नाज हुआ करता है!!!!!!
-----------***********------------------
दिल जीत ले वो जीगर हम भी रखते हैं,
कातिल कर दे वो नजर हम भी रखते हैं,
वादा किया हैं किसी को सदा मुस्कुराने का,
वरना आंखो में समंदर हम भी रखते हैं!!!!!!!!
--------------**********-----------------
ईंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था,
कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था,
जिन्हें मिली बे-वफ़ाई महोब्बत में,
वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था........
----------------*********-----------------
हजार झोपडीयां जल कर राख हो जाती है,
तब जा कर कहीं इक महल बनता है,
आशीकों के मरने पर कफ़न भी नही मिलता,
और हसीनों के मरने पर ताजमहल बनता हैं!!
-----------*********----------------
उस दिल से "प्यार” करो जो तुम्हें दर्द दें,
पर उस दिल को कभी दर्द न दो जो तुम्हें "प्यार”
करेंक्यों कि तुम सारी दुनीया के लिए "एक” हो,
लेकिन किसी एक के लिए सारी दुनीया हो...-
----------**********--------------------
वादे करते हैं,कसमें खाते हैं,
फ़िर भी न जाने लोग क्यूं साथ छोड जाते हैं,
हमे तो तकलिफ़ होती है फ़ुल तोडने में भी,
न जाने कैसे लोग दिल तोड जाते हैं!!!!!!!!!!
-----------**********---------------
करोगें याद गुजरें जमाने को,
तरसोगें हमारे साथ एक पल बिताने को,
फ़िर आवाज दोंगे हमें वापस बुलाने को,
और हम कहेंगे दरवाजा नही है स्वर्ग से वापस आने को!!!!!!!!
-----------------***********------------------------
दिल की आवाज को इजहार कहते हैं,
झुकी निगाहों को इजहार कहते हैं,
सिर्फ़ पाने का नाम इश्क नही,
कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं!!!!!!!!!
------------**********---------------
हंसी ने लबों पे टिकना छोड दिया,
ख्वाबों ने सपनो में आना छोड दिया,
नही आती अब तो हिचकियां भी,
शायद आपने हमें याद करना भी छोड दिया..
-----------**********--------------जब
भी याद आती हैं,मुस्कुरा लेते हैं,
कुछ पलो के लिए हर गम भुला देते हैं,
कैसे भीग सकती है पलकें आपकी,
आपके हिस्से के आंसू तो हम बहा लेते हैं!!!!
-----------***********------------
लौट जाते हैं लोग गम हमारा देख कर,
जैसे लौट जाती है लहरे किनारा देख कर,
तु कंधा न देना मेरे जनाजे को,
कही जींदा न हो जाऊं तेरा सहारा देख कर!!!!!
----------***********-------------
गम इस कदर मिला,
गबरा के पी गए,
खुशी थोडी सी मिली,
मिल के पी गए,
यूं तो न थे हम पीने के आदी,
शराब को तन्हा देखा,
तो तरस खा के पी गए!!!!!!!!
-----------*********-----------
लीखूं कुछ आज ये वक्त का तकाजा हैं,
दिल में दर्द अभी ताजा है,
गिर पडते हैं आंसू मेरे कागज पर,
लगता है कलम में स्याही कम दर्द ज्याद है...
----------**************----------
दिल का दर्द

दिल के एक कोने से आवाज आती है,
हमें हर पल उनकी याद आती है,
दिल पुछ्ता है हर बार हमसे,जिन्हें हम याद करते हैं इतना,
क्या उन्हें भी कभी हमारी याद आती ??????
------------********--------------
रह रह कर आपकी याद आती है,
आपके न आने की वजह सताती है,
सोच रहे हैं जरुर कोई गम है,
या आपके दिल में हमारे लिए जगह कम है!!!!!!
------------********--------------
हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने,
आँखो को एक चाँद दिखा दिया आपने,
हमें तो जिंदगी दी किसी और ने,
पर इतना प्यार देकर जीना सिखा दिया आपने!!!!
------------**************-------------
तेरा दुःख हम सह नही सकते ,
भरी महफ़ील में कुछ कह भी नही सकते,
हमारे गिरते हुए आँसू पकड कर तो देख,
वो भी कहते हैं हम आपके बिना रह नही सकते,
-------------**********-----------
कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,
मेरी हर खुशी तेरे नाम होगी,
कुछ माँगकर तो देख हमसे,
होठों पे हँसी और हथेली पर जान होगी!!!
----------*********------------
जिंदगी में किसी का ऎतबार मत करना,
दोस्ती की हदों को पार मत करना,
खो दोंगे उसे हमेशा के लिए,
इसलिए जो अच्छा लगे उनसे प्यार मत करना!!!
----------*************-------------
वो मौसम वो बहार उसके सामने कम थी,
साथ गुजरा हुआ वक्त,वो फ़ीजा कम थी,
जुदा तो आखीर होना ही था जालीम,
क्या करें इन हाथों में मिलन की लकीरें कम थी!!!!!!!
--------------***********---------------
साथ न सही तन्हाई तो मिलती ही है,
मिलन न सही जुदाई तो मिलती ही है,
कौन कहता है प्यार में कुछ नही मिलता,
वफ़ा न सही बे-वफ़ाई तो मिलती ही है!!!!!
------------**********--------------
काँच को चाहत थी पत्थर पाने की,
इक पल में फ़िर टूट कर बिखर जाने की,
चाहत बस उतनी थी उस दिवाने की,
अपने टूकडों में तस्वीर उसकी सजाने की!!
----------************-----------
रास्तें पे न बैठो ठंडी हवा तंग करेगी,
गुजरे हुए लम्हों की हर सजा तंग करेगी,
किसी को न लाऒ दिल के इतने करीब,
बाद में उसकी हर इक अदा तंग करेगी!!!
----------*********-------------

Wednesday, November 24, 2010

बेटा नम्बरी तो बाप दस नम्बरी

महिला से मारापीटी, ब्लाउज फाडऩे वाले युवक सुमन को एम.पी. नगर पुलिस ने दी क्लीन चित
विशेष संवाददाता // अनिल शाक्य(भोपाल // टाइम्स ऑफ क्राइम)
राजधानी पुलिस की इन दिनों थू थू हो रही है, क्योंकिं अपराधियों के हौसले बुलन्द है और यही कारण है कि पुलिस को अपराधियों के आगे नतमस्तक हो उनकों बचाने की कोशिश की जाती है और पीडि़त की शिकायतों का ऐसा कचूमर निकाला जाता है, भगवान ही बचाये।मामला गोयल निकेत परिसर, थाना एम. पी. नगर भोपाल दिनांक 23 नवम्बर 2010 की सुबह 10.30 बजे के करीब का है, फ्लेट क्रमांक टी-11 घनश्याम की पत्नि ममता बाई अपने मकान पर गई थी, जिस पर परिसर निवासी एन. आर. सुमन ने अवैध कब्जा कर रखा है, जहां पर अवैध रूप से कालेज के 10-15 लड़कों को रख कर अवैध हॉस्टल संचालित कर रहा है। उस मकान में ममता बाई अपने मकान के सिलसिले में उस मकान को खाली कब कर रहे हों, पूछने पहुंची, तो वहां एन.आर. सुमन और उसका पुत्र गिरीश सुमन पहुंच गये और ममता बाई से गाली गलौच किया. वहीं गिरीश सुमन ने ममता बाई का ब्लाउज फाड़ महिला की इज्जत उतारने की कोशिश की, और ममता को नाखूनों से नोंच डाला। ममता चिल्लाती हुई अपने को बचाती भाग कर एम. पी. नगर थाना अपनी रिपोर्ट लिखाने पहुंची। वहीं पीछे -पीछे गिरीश सुमन और उसका पिता सुमन भी पहुंच गया, और अपनी आदत अनुसार पुलिस पर दबाब डालवाकर रिपोर्ट को नहीं लिखने पर मजबूर कर दिया, ज्ञात हो कि एन.आर. सुमन केे अपराधों पर कुछ पुलिस विभाग के आला अफसर भी परदा डलवाने की भूमिका निभाते है, ''टाइम्स ऑफ क्राइमÓÓ उचित समय इसका खुलासा करेगा। पुलिस थाना एम.पी. नगर ने वहीं किया जो आरोपी चाहते थे। महिला ममता की शिकायतों को नजर अन्दाज कर अपराधिक प्रकरण का ''पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य अपराध की सूचनाÓÓ बनाते हुए आरोपियों को संरक्षण दिया, वहीं महिला की इज्जत बचाने की कोशिश में लगी शिवराज सरकार की व्यवस्था पर प्रश्रचिन्ह खड़ा कर दिया।फरियादी अपनी शिकायतों को अब आला अधिकारियों के पास लेकर घूम रहे है, फरियादी ममता ने हमारे संवाददाता को फटा हुआ ब्लाऊज और नाखूनों से नोचने के खूनी निशान दिखायें। वहीं घटना स्थल पर उपस्थित गवाह जितेन्द्र पवार और ब्रजेश रजक ने आंखों देखी घटना की जानकारी दी। --- अपराधियों के साथ खड़ी पुलिस --- वैसे तो अपराधियों को सूचना पर पकड़ लेती है, परन्तु जहां खुले आम गुण्डागर्दी हो रही है, उन गुण्डों पर पुलिस कार्यवाहीं नहीं करती यही वजह है कि पुलिस से जनता का विश्वास कम होता जा रहा है, ममता का भी यही हाल है, जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्र चिन्ह खड़ा कर रही है आखिर महिलाओं पर होने वाले अपराधों के प्रति भोपाल पुलिस कितनी सजग है।

अटपटे सवाल चटपटे जवाब

चोर और पुलिस में अंतर क्या है ?
1। चोर सिर्फ चोर होता है, लेकिन पुलिस चोर और पुलिस दोनों ही होते है, हालांकि सभी नहीं होते, पर कुछ तो होते है।
(मोहित कामडे, खरा बालाघाट)
2। चोर लोगों की तिजोरी साफ करते है, पुलिस लोगों की जेब।
प्रमोद कुशवाहा, जबलपुर
3। चोर और पुलिस में कोई अंतर नहीं है, दोनों एक ही थैली के चट्टे बट्टे है।
विनोद सक्सेना, छिन्दवाड़ा
4। दोनों का मकसद जनता को लूटना है।
रजनी रावत, विदिशा
5। चोर रात के समय ,पुलिस कभी भी अपना काम कर लेती है।
राहुल प्रसाद, रीवा
6। चोर और पुलिस मौसेरे भाई माने जाते है।
पंकज राजोरिया, बड़वाह
7। चोर चाकू दिखाकर जनता को लूटते है, पुलिस वर्दी का रोब दिखाकर।
आनंद शुक्ला, होशंगाबाद
8। चोर चोरी करते समय तीन-चार व्यक्ति को अपने साथ रखते है, पुलिस यह कार्य अकेल ही करती है।
दीपक तिवारी, सतना
9। चोर पुलिस में अंतर वर्दी का है, पुलिस के पास वर्दी है चोर बिना वर्दी के।
आर्य विदिशा
10। चोर चोरी करते समय पकड़ा जा सकता है, पुलिस को रिश्वत लेते पकड़ा जाना आसान नहीं है। शुभम वर्मा, देवास
11। चोर घरों में चोरी करते है, पुलिस थाने में बैठकर लोगो को थाने बैठकर लोगों की जेब खाली करते है।
विवेक सेन, शुजालपुर
12। चोरों को पहचाना मुश्किल होता है, पुलिस वाले दूर से ही पहचाने जा सकतेहै।
दिनेश सूर्यवंशी, राजग

मध्यप्रदेश राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के चार घोटालेबाज अधिकारी और एक कर्मचारी निलंबित

रिपोर्टर// दिपक दुबे (भोपाल // टाइम्स ऑफ क्राइम)
toc news internet channel
मध्यप्रदेश राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के चार अधिकारी और एक कर्मचारी को निलंबित किया गया है। इन्हें खरीफ-2010 के सोयाबीन प्रजनक बीज के अवैध विक्रय, कई बीज उत्पादक संस्थाओं को अनाधिकृत रूप से सोयाबीन प्रजनक बीज प्रदाय किये जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त होने और प्रारंभिक जांच में शिकायतों के सही पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। मध्यप्रदेश राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के प्रबंध संचालक श्री के.पी. जाटव ने मुख्य बीज प्रमाणीकरण अधिकारी/संयुक्त संचालक कृषि श्री जी.पी. प्रजापति को निलंबित कर्मियों के संबंध में प्राप्त शिकायतों की जांच का कार्य सौंपा है। श्री प्रजापति को खरीफ-2010 सोयाबीन प्रजनक बीज विक्रय संबंधी प्रकरण की विस्तृत जांच कर जांच प्रतिवेदन एक माह के अंदर प्रस्तुत करने के लिये निर्देशित किया गया है।निलंबित चारों अधिकारियों में श्री सी.एस. सिंह सहायक बीज प्रमाणीकरण अधिकारी इंदौर, श्री महिपाल सिंह सहायक बीज प्रमाणीकरण अधिकारी महीदपुर, श्री सुरेश कुमार सहायक बीज प्रमाणीकरण अधिकारी उज्जैन और श्री राजीव सिन्हा सहायक बीज प्रमाणीकरण अधिकारी पचलासी (उज्जैन) शामिल हैं। इनके अलावा बीज प्रमाणीकरण संस्था के संभागीय कार्यालय सागर में पदस्थ सहायक श्रेणी-3 श्री कमल कान्त अहिरवार को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

गुदगुदाते चुटकुले....जोक्स हिन्दी... लाफ्टर शो 4

सातवां जन्म
एक दिन पति और पत्नी मंदिर गए।
पति (पत्नी से) : तुमने भगवान से क्या मांगा?
पत्नी (पति से) : आप और मैं सात जन्म तक साथ रहें और आपने क्या मांगा?
पति : यही कि यह जन्म मेरा सातवां जन्म हो।
******************************************************************
कमीज नीचे गिरीएक
शराबी और उसकी बीबी रात को सो रहे थे। आधी रात को अचानक पति की चीख सुनकर पत्नी की आंख खुल गई। उसने पति से पूछा : क्या बात हो गई?
पति बोला : कुछ नहीं, मेरी कमीज नीचे गिर गई थी।
खीझ कर पत्नी बोली : तो इतनी जोर से क्यों चीखे?
पति बोला : उस कमीज के अंदर मैं भी था।
******************************************************************
फ्री में...
ऑफिस में बॉस एक दिन समय से पहले पहुंच गया तो पाया कि मैनेजर उनकी सेक्रेटरी का चुंबन ले रहा है।
बॉस ने डांटते हुए कहा- क्या मैं तुम्हें यह सब करने के लिए पैसे देता हूं?
मैनेजर ने जवाब दिया- नहीं सर, यह सब तो मैं फ्री में करता हूं...। ******************************************************************
मेरा पैसा मेरे हवाले...
एक लुटेरे ने एक आदमी की कनपटी पर पिस्तौल तान दी और बोला: जल्दी से अपना सारा पैसा मेरे हवाले कर दो।
आदमी ने लुटेरे से कहा, तुम जानते नहीं मैं कौन हूं? मैं रूलिंग पार्टी का नेता हूं।
यह सुनकर लुटेरे ने कहा, तो फिर मेरा पैसा मेरे हवाले करो। ******************************************************************
क्योंकि सास भी कभी...
नौकरानी ने सुशीला से कहा, मेमसाब गजब हो गया।
पड़ोस की तीन औरतें बाहर आपकी सास को पीट रहीं हैं।
सुशीला नौकरानी के साथ बालकनी में आई और चुपचाप तमाशा देखने लगी।
नौकरानी ने पूछा, आप मदद करने नहीं जाएंगी?
सुशीला: नहीं ! तीन ही काफी हैं। ******************************************************************
मेरे भाई की शादी है!
एक बार जंगल के राजा शेर की शादी हुई।
सब लोग खा पीकर नाच गाने में मस्त थे। बंदर ने देखा एक चूहा भी मस्त होकर नाच रहा है।
बंदर ने पूछा कि तुम क्यूं नाच रहे हो।
चूहे ने कहा -मेरे छोटे भाई की शादी है। बंदर -लेकिन शेर कब से तुम्हारा भाई होने लगा।
चूहा - शादी से पहले मैं भी शेर था। ******************************************************************
डरने की क्या बात!
रात को कब्रिस्तान में एक आदमी कब्र के ऊपर बैठा हुआ था।
इतने में एक मुसाफिर उधर से गुजरा और पूछा : इतनी रात को कब्रिस्तान में बैठे हो, तुम्हें डर नहीं लगता?
आदमी बोला, इसमें डरने की क्या बात है। कब्र के अंदर गरमी हो रही थी इसलिए थोड़ी देर के लिए बाहर आ गया।
******************************************************************
डर लगता
हैसनता प्लैटफॉर्म के किनारे लेटे थे !
बंता : क्या कर रहे हो ?
संता : आत्महत्या। बंता : तो पटरी के बीच में लेटो !
संता : डर लगता है !
अंबर खान , मुंबई
******************************************************************
धोनी की तरह ...
संता , बंता से: तुम तो बहुत बड़े क्रिकेटर बनना चाहते हो।
तुम्हारी रुचि किसमें है, बैटिंग या बॉलिंग में ?
बंता: मॉडलिंग में। धोनी की तरह ...
******************************************************************
जंगल में शेर
आयादो सरदार जंगल में थे। तभी सामने से शेर आ गया।
पहले ने मिट्टी उठाई और शेर की आँखों में फेंक कर भागने लगा। दूसरा वहीं खड़ा रहा।
पहला बोला: अरे भाग क्यों नही रहा ?
दूसरे ने जवाब दिया: मिट्टी तो तूने डाली है, मैं क्यों भांगू। ******************************************************************
नेहा: क्या शादी के बाद भी तुम मुझे इतना ही प्यार करोगे ?
राहुल: क्यों नहीं? मुझे तो शादीशुदा गर्ल्स बहुत पसंद हैं।

बालाघाट: मलेरिया या डेंगू का कहर

अब तक 14 की मौत की, प्रशासन सन्न
सिटी चीफ // मुकेश तिवारी (बालाघाट // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से सम्पर्क 9301220500
बालाघाट। बालाघाट जिले के परसवाड़ा तहसील में आने वाले एवं शहर मुख्यालय से मात्र 10 किलोमीटर दूर है ग्राम जरेरा। अब तक एक सप्ताह में 14 मौते एक ही गांव में हो चुकी है। स्वास्थ्य अमला इस निष्कर्ष में नहीं पहुंचा हैकि इसे मलेरिया कहें या डेंगू की बीमारी। आज 28 वर्ष की उम्र की महिला जांगुला बाई को चलते मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने एक दिन कैम्प लगाकर रक्त पट्टी लेकर एवं जांच के लिए नमूने लेकर मेडिकल कालेज जबलपूर भेज दिया है। एवं हाथ पर हाथ रखकर यह इंतजार किया जा रहा है कि अभी तक रिपोर्ट नहीं आयी है। जब खून की जांच रिपोर्ट आयेगी तब निष्कर्ष निकाला जाएगा। उपचार किस विधि से किया जाएगा। चूंकि डेंगू की बीमारी में खून प्लेटलेट्स की मात्रा कम हो जाती है। एवं इसकी जांच की सुविधा जिला चिकित्सालय में खून से प्लाज्या को पृथक करने की मशीन नहीं है। अत: इलाज में विलंब हो रहा है। एवं मलेरिया की बीमारी के लिए चिकित्सकों को खून की जांच करनी आती नही है। एवं वर्तमान में कोई में कोई जिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ नहीं है। यदि है तो भी उन्हें खून की जांच मे मलेरिया के कीटाणु फेल् सीपेरम दिखता दिखता ही नहीं है एवं वे जांच रिपोर्ट में मलेरिया नेगेटिव की रिपोर्ट पेश कर देते है। एवं रोगी की जांच में भ्रम पैदा कर देते है कि मरीज को मलेरिया हैं ही नहीं। यदि देखा जाय तो मलेरिया के पुष्टि होने पर मरीज का इलाज कुल 150-200 रूपये में हो जाता है। किंतु इससे बड़े चिकित्सकों चलाये जा रहे बडे नर्सिग होमों को मेंटेनेस नहीं हो सकता है। एवं वे आई.सी.यू में भर्ती न कर पाये तो एक मरीज के पीछे 15-20 हजार रूपये का बिल कैसे बना पायेंगे। चिकित्सकों के इस अमानवीय दृष्टिकोणों पर किसी जनप्रतिनिधि,या शासन में बड़े पदों पर बैठे नुमाइंदो की नजर नहीं पड़ रही है। क्योंकि ये मौते बहुत छोटे गांव के गरीब परिवारों के घर हो रही है। यदि ये आलम स्वास्थ्य विभाग के घरों में होता है तो शायद भारत के सबसे अच्छे मेडिकल स्पेशलिस्ट एवं प्रदेश के बड़े से बड़े चिकित्सा केन्द्र से महज 24 घंटे के अंदर इलाज एवं दवाईयों एवं जांच की सुविधा उपलब्ध हो जाती। इन गरीब एवं मध्यम परिवार क अधिकतर लोग हैं, जो अपने निए कर्ज एवं चंदे की व्यवस्था से इलाज करा रहे है। इस दौरान उनके बी.पी.एल कार्ड, जाब कार्ड, दीनदयाल योजना आदि कागजों की मांग प्रशासन के स्वास्थ्य अधिकारी कर रहे है वे मरीज का इलाज कराये या सरकारी योजनाओं के कार्ड लेने वापिस घर जाए। स्वास्थ्य अमला बैठे-बैठे इन गरीब मजदूरों को या तो जबलपूर मेडिकल रिफर कर रहे या कहते है नागपुर जाओ। यहां सुविधा नहीं है। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डा. साहू का कहना ह ैहमने रक्त के जांच के सेंपल जबलपूूर मेडिकल कालेज भेज दिया है किन्तु एक सप्ताह व्यतीत हो जाने के बाद भी जांच की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। यह कहकर पल्ला झाड़ ़दिया। पूर्व जनपद सदस्य श्री क्ष्ीारसागर ने बताया कि यदि सी.एम.ओ. चाहते तो एक प्रतिनिधि भेजकर एक गाड़ी में सेंपल रखकर 24 घंटे में रिपोर्ट बुला सकते थेे, उनके हाथ घोर लापरवाही बरती जा रहिी है। जिला पंचायत सदस्य उम्मेद लिल्हारे ने बताया मेरे क्षेत्र में हो रही लगातार मौते बर्दाश्त नहीं की जावेगी, इसके खिलाफ कार्यवाहीं कही मांग की जावेगी।

चोर की दाडी में तिनका

एस डी ओ रेंजर, सचिव नाम है इनका
ब्यूरो प्रमुख // संजय लिखितकर 'बम' (बीजापुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
एक बार अकबर के राजमहल में चोर हो गई तो सम्राट ने अपने सिपाहियों एवं गुप्तचरों का आगाह किया, किन्तू उक्त कर्मचारियों ने चोर का पता नही लगा पाये, तो सम्राट ने अपने चतुरसुजान मंत्री बीरबल को चोर का पता लगाने का आदेश दिया बीरबल ने अपने सुझबुझ का परिचय देते हुए सभी नगरवासियों को राजमहल में बुलवाया तथा सम्राट के सामने कहा जहांपनाह जिस भी चोर ने राज्यमहल में चोरी की उस चोर की दाडी में तिनका लगा हुआ है, जिससे वास्तविक चोर अपनी दाड़ी को सैलाने लगा बीरबल ने अपने सिपाहियों को आदेश दिया कि फौरन चोर को पकड लिया जाऐं,उक्त वाक्या एस.डी.ओ.रेंजर व सचिव के उपर सठिक बैठती है।उक्त वाक्या घटित हुआ बीजापुर जिले से 31 कि.मी. दूर विकास खण्ड उसूर में। मई 2010 में वन विभाग के द्वारा राष्ट्रीय रोजगार गैरंटी योजना के तहत् सडक सफाई का काम ग्राम मुरदण्डा से तिम्मापुर तक 12 कि.मी.का करवाया जाना था, जिससे वन विभाग द्वारा न करवा कर सरपंच व सचिव के माध्यम से करवाने की कोशिश की गई थी,सरपंच व सचिव द्वारा असमर्थता जताई गई,तो वन विभाग के एस.डी.ओ.श्री जंागडे एवं रेंजर श्री टोप्पो ने आवापल्ली थाना प्रभारी श्री वी.पी.चौहान से मदद लेने पर श्री चौहान ने बेरोजगारों को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के दो नवयुवक सहदेव वासम व रामलू सोडी के द्वारा इस कार्य को करवाने का यह कह कर करवाया गया कि आपके हाजरी के अनुसार मजदूरों को भुगतान किया जाऐंगा.जिसके चलते इन दो नवयुवकों ने शंका जाहिर करते हुए रेंजर श्री टोप्पों से कार्य की स्वीकृत राशि के संबंध में पुछने पर रेंतर के द्वारा कहा गया कि, आपको आम खाने से मतलब गुटली गिनने से नही प्रत्येक मजदूर को प्रतिदिन सौ रू का भुगतान किया जाएगा, जिससे नवयुवकों ने ग्राम मुरदण्डा एवं तिम्मापुर प्रत्येंक घर से एक ग्रामिण को सड़क सफाई कार्य में लगाया।जब कार्य पूर्ण हो गया तो इन नवयुवकों ने मजदूरी भुगतान के लिए वन विभाग के उक्त अधिकारियों से कहा गया, तो उक्त अधिकारी ने इनसे मजदूरी भुगतान का राशि का हिसाब मंागा तो इन्होने कहां कि कुल मजदुरी भुगतान 432000.00 रू होता है, तो अधिकारियों ने कहा कि शासन द्वारा लगभग 160000.00 रू स्वीकृत है,बाकि का देना संभव नही है,जब ग्रामीण मजदूरों ने इन दोनों नवयुवकों पर भुगतान के लिए दबाव बनाना शुरू किया तो इन दोनो युवकों ने अधिकारियों पर इस संबंध में जानकारी दी, क्योंकि अतिसंवेदन शील घोर नक्सली क्षेत्र में इन दो नवयुवकों ने अपने जान को जोखिम में डालकर कार्य करवाया तथा इनकी जान को खतरा भी था,साथ ही ग्रामीणों का भी भय था कि कही ग्रामीण हमारे साथ में किसी प्रकार का कोई अभद्र व्यावहर न करें, इस बात से वन विभाग के अधिकरी को अवगत कराया, एस.डी.ओ.रेंजर इन दोनो नवयुवकों को बारबार बीजापुर बुलवाया जाता था, लेकिन इन दोनो अधिकारियों का साथ ही वन विभाग का इन के प्रति असहयोगात्मक रवैया अपनाया गया ।आखिरकार परेशान होकर इन दो नवयुवकों ने त्तकालीन कलेक्टर श्री आर. प्रसन्ना को लिखित रूप से तीन बार अवगत कराया गया जिससे तत्कालीय कलेक्टर ने उक्त अधिकारियों को जानकारी के लिए तलब किया, किन्तु एस.डी.ओ.श्री जांगडे एवं श्री रेंजर श्री टोप्पो ने इस जानकारी के लिए कलेक्टर महोदय को भी गुमराह किया, साथ ही ऐ दोनों नवयुवक मजदुर ग्रामीणों को ताने-वाने सुनकर परेशान हो गये।कार्य समाप्ती के बाद तिम्मापुर के सचिव श्री कारम कामेश्वर तिम्मापुर व मुरदण्डा के ग्रामीण मजदुरों के लिए अफवाह फैलादी की मजदुरों की जो भुगतान राशि थी उसे तिम्मापुर के संरपंच श्री सुकलू पूनेम व इन दोनो नवयुवकों ने राशि निकाल कर हडप लिए तो उससे दोनो नवयुवक परेशान हुए व उनका घर से निकलना दुभर हो गया,वे शाररीक एवं मानसिक रूप से परेशान हो गये,अब इनकों सुझबुझ नही रहा था।इसी बीच जिले के नवपदस्त तेजतर्रार कलेक्टर श्री रजत कुमार के आने से सरपंच एवं दोनो नवयुवकों में साहस का संचार हुआ जैसे ही कलेक्टर महोदय आवापल्ली दौरे पर आये उन्होने आवेदन के साथ इस बात से अवगत कराया जिससे कलेक्टर महोदय ने इन्हे अश्वासन दिया साथ ही वन विभाग के आलाअफसरों को तगड़ी फटकार लगाई, जिससे अधिकारी तिलमिला गये और भुगतान के लिए तैयार हो गये।कार्य समाप्ति के बाद हाजरी रजिस्टर के माध्यम से तिम्मापुर सचिव श्री कारम कामेश्वर के जरीये मास्टर रोल एक सप्ताह के स्थान पर 6 दिन का मजदूरी भरवाया गया,हाजरी रजिस्टर के अनुसार ग्राम के मजदूरों का भुगतान 432000.00 रू होता है, किन्तु रेंजर श्री टोप्पो व सचिव श्री कामेश्वर के द्वारा 155950.00 रू देकर इस कार्य की स्वीकृत राशि इतना ही है कहा गया,उक्त राशि का भुगतान दिपावली के पूर्व ही कर दिया गया।इस भुगतान के पूर्व एस.डी.ओ. रेजर, सचिव तीनों ने योजना बनाकर तिम्मापुर व मुरदण्डा जाकर वहां के ग्रामीण मजदूरों को भुगतान करने की योजना बनाई,इस बात से दोनो नवयुवक व सरपंच अंजान थे, जब इन्हे पता चला तो इन्होने पुरे ग्रामीणों को यही बुला लिया साथ ही ग्रामीणों के आने से यहां पर मौजूद दोनो नवयुवको व सरपंच ने ग्रामीणों से कहा कि सामने वन विभाग के रेंजर है,ऐ महोदय साथ दिन के स्थान पर छ. दिन का मास्टररोल भरवाऐ है,तथा दो दिन का भुगतान कर रहे है,ग्रामीणों के सामने आने पर रेंजर ने इन्हें समझाने की कोशिश की किन्तु इससे ग्रामीण अत्यधिक नाराज हो गये क्योंकि सचिव व रेंजर ने दोनों नवयुवकों को एवं सरपंच को पहले बदनाम कर चुके थे,यह वाक्या पुरे तरीके से ग्रामीण मजदूर समझ थे, जिससे मजदूर पुरे राशि भुगतान के लिए अड़ गये, उसी समय रेंजर का रक्तचार बड़ गया, जिससे ग्रामीणों को दया आ गई उन्होने रेंजर के द्वारा यह घोषणा के आधार पर छोड़ा 10 दिन के भीतर सम्पूर्ण राशि का भुगतान कर दिया जाऐगा किन्तु आज दिनॉक तक उक्त राशि का भुगतान नही हुआ,ना ही मास्टर रोल उनके पास है, लगभग 155950.00 रू का भुगतान किस आधार पर किया गया,यहा सोचने का विषय है।जब ग्रामीणों के भीड़ थाने में पहुची तो प्रभारी थानेदार श्री चौहान ने ग्रामीणों का हुजुम देखकर स्थिति के जांच कि और मास्टर रोल को देखा तो रोल में कई लोगों के फर्जी नाम पाये गये उन्होने कहा कि रेंजर व सचिव को चैलेन्ज किया उक्त फ र्जी नामों के व्यक्ति को मेरे सामने लावों क्योकि उक्त नाम के व्यक्ति रहते ही नही है तो मास्टर रोल कैसा फ र्जी बनाया गया,यह विचाणीय प्रश्न है।इस घटना के संबंध में जानकारी लेने के लिए संभागीय ब्यूरो प्रमुख संजय लिखितकर ने एस.डी.ओ. में मो नं. 9424161274 पर संम्पर्क करने पर जानकारी देने से इंकार किया, और साथ ही कहा की इस संबंध में मेरे पास कोई जानकारी नही है मै कलेक्टर महोदय के पास बैठा हुॅ इस प्रकार टालामटोली करते रहे, एक जवाबदार एस.डी.ओ. के द्वारा इतनी बड़ी घटना का व अधिकारी को जानकारी नही होना, से इस बात का अंदाजा लगाया जाता है कि इस मामले में अवश्य शामिल होंगें ।इन सभी तथ्य उजागर होने ग्रामीण मजदूर समझ गये कि वास्तविक चोर तो रेंजर व सचिव है, ऐ लोग बेवजाह से दो नवजवान और संरपंच को बदनाम करने की अधिकारी कोशिश करने में लगे थे किन्तु ''दुध का दुध और पानी का पानी '' हो गया तो दोनों नवयुवक व सरपंच ने राहत की सांस ली।