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Thursday, December 30, 2010

अलाव न जलाए जाने से ग्रामीण में निराशा

ब्यूरो प्रमुख उ।प्र. // सूर्यनारायण शुक्ला (इलाहाबाद// टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 99362 २९४०१

कोरांव, इलाहाबाद भूल से एक पखवाड़े पूर्व जब जिलाधिकारी इलाहाबाद संजय प्रसाद हवाले से यह खबर समाचारपत्रों में प्रकाशित हुई कि ठंड से मुस्तैदी पूर्वक निपटने के लिए जिला प्रशासन को अलाव जलाने के लिए जन अवमुक्त कर दिए गए है, तो एक बारगी ऐसा लगा कि कोई भी कार्य समय से न किये जाने की प्रशासनिक परम्परा शायद इस बार टूटने वाली है, किन्तु जिलाधिकारी की उक्त घोषणा के बाद अब जब ठंड ने समग्र जनपद को अपने बर्फीले आगोश मे जकड़ लिया है दूर-दूर तक अलाव के दर्शन न होने से आमजन मे खासी निराशा व्याप्त है। दिन मे तापमान का पारा जहां सामान्य से ऊपर है वहीं रात बेहद ठंड होने की वजह से ये दिन जनसामान्य के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहे है। सरकारी और निजी चिकित्सालयों में ठंड जनित बीमारियों से ग्रस्त गरीबों की संख्या सर्वाधिक है। इलाके में कई बच्चें निमोनिया जैसे घातक संक्रमण की चपेट में आकर असमय ही कालकवलित हो चुके है। पता नहीं अलाव के अलावा जनसामान्य को मिलने वाली प्रशासनिक नेमत यदि अब नहीं तो कब तक मिल पाएगी। सूरज ढलते ही बेहद ठंड पडऩे की वजह से हाट-बाजारों के चौराहे सत-आठ बजे तक बिल्कुल जनशून्य दिखाई पडऩे लगे है। क्षेत्र में इस शीतलहर से निपटने के क्रम में प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की सक्रियता न प्रदर्शित किए जाने से अनेक सामाजिक कार्यकत्र्ताओं और क्षेत्रीय कार्यकत्ताओं और क्षेत्रीय नेताओं के पेशानियों पर चिन्ता की लकीरें उभरती दिखाई पडऩे लगी है। भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री तुलसी दास राणा ने स्थानीय पदाधिकारियों की एक मीटिंग बुलाकर इस महत्वपूर्ण बिन्दु पर दर्शायी जा रही प्रशासनिक निष्क्रियता के लिए केन्द्रीय एवं प्रादेशिक सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए गरीबों के लिए अविलंब अलाव व कम्बल की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अन्दर समस्या के निदान के क्रम में सकारात्मक निर्णय न लिए गए तो अतिशीघ्र जनान्दोलन को अंजाम दिया जारएगा।

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