एल.एन स्टार समाचार पत्र कार्यालय में रंगीन मिजाज प्रहलाद शर्मा को महिला कर्मी ने जड़ा जोरदार तमाचा
- अय्याशी करने वाले प्रहलाद को प्रबन्धन का संरक्षण।
- एल.एन। स्टार समाचर पत्र कार्यालय में महिला कर्मी असुरक्षित।
विनय जी। डेविड // भोपाल (टाइम्स ऑफ क्राइम)
मोबाइल 98932 21036
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित साप्ताहिक समाचार पत्र LNSTAR जिसको कदम रखे छ माह भी नहीं बीते , जिसने समाज और जनता के बीच अपनी पहचान भी नहीं बनी, वहा पर खुलेआम महिला कर्मियों के साथ उनको अपमानित करना , छडछाड करने के चर्चे मिडिया जगत में गर्म है। उक्त कार्यालय में कुछ अय्याश प्रवृति के पुरुष कर्मी कार्यरत है। जो महिला कर्मियों को अपनी हवश की पूर्ति का सामान समझ रखे है। बताया जाता है कि यहां महिला वर्ग मजबूरी वश कार्य कर रही है अपना पेट पालने के लिए कार्यरत महिलाओं को अपनी आबरू बचाने के लिए यहां आये दिन शिकार होना पड़ता है। परन्तु आज के दौर में इन अय्याश प्रवृति के पुरूषों को सबक सिखाने का काम भी एक महिला कर्मी ने एल।एन.स्टार के एम.पी. नगर स्थित कार्यालय में कर दिखाया।
प्रहलाद शर्मा नामक रसिया यहां विज्ञापन विभाग में उच्च पद पर पदस्थ है जिन्हें अपनी अश्लील हरकतों की वजह से पूरे कार्यालय के सामने महिला से तमाचा खाना पड़ा प्रहलाद की अश्लील हरकतों से परेशान सविता (परिवर्तित नाम) ने प्रहलाद से परेशान प्रहलाद के गालों पर जोरदार तमाचा जड़ दिया जिसे देख पूरा कार्यालय सन्न रह गया। इस थपाड़े के पड़ते ही प्रहलाद को नानी याद आ गई वही पीड़ित महिला जो इस हवसखोर की असलियत पहले से अपने प्रबन्धन को बता रखी थी। परन्तु प्रबन्धन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यह 1६ फरवरी के दोपहर 1२.30 बजे की है जिसने यहां होने वाले कारनामों की पोल खोल दी।प्रहलाद पहले भी एक बार अपनी हरकतों की वजह से पीट चुके है परन्तु अय्याशी की आदत से बाज नहीं आयेघटना के समय कार्यालय में सी.जी.एम श्री एम.के. गुप्ता, श्री गट्टानी, क्षितिज पाराशर, सुरेन्द्र रघुवंशी सीताराम उपस्थित थे। जिन्होंनंे घटना को गंभीरता से लेते हुए मामले को ठंडा कराया और सविता को शांत कर घर को रवाना करवा दिया।
पीड़ित महिला ने ‘‘टाइम्स ऑफ क्राइम’’ को बताया कि घटना के पश्चात उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि प्रहलाद शर्मा की कार्यालय में धौंस चलती है यही वजह है कि वे यहां कार्यरत महिला कर्मियों को अपने बाप की बपौती समझ कर अश्लील हरकते और चुलकट बाजी करते हैं। इस थप्पड़ मारने की घटना से प्रबन्धन ने कोई सीख नहीं ली वही घटना को छुपाने का पूरा प्रयास किया, परन्तु थपाड़े की गूंज मीडिया हलकों में फैल गई वहीं कार्यालय में होने वाले महिलाओं के शोषण की कहानी सामने आ गई।उक्त घटना की जानकारी जब श्री गट्टानी जो घटना के वक्त कार्यालय में उपस्थित थे चाही तो उन्होंने घटना होने से इंकार कर दिया वही प्रहलाद शर्मा का साथ देते हुए मामले को दबाने की कोशिश की गई वही प्रहलाद शर्मा ने कार्यालय से नौकरी छोड़ने के लिए इस्तीफा देने की बात कही। अब देखना यह है कि आखिर प्रबन्धन इस घटना के खिलाफ क्या कदम उठाता है हम अपने पाठकों को आगामी अंक मे पूर्ण कहानी से अवगत करायेंगे।
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