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Wednesday, February 2, 2011

मुख्यमंत्री से घड़ी लेकर लौटे अनुसूचित जाति व जनजाति के होनहार बच्चे

राज्यपाल ने भी दिया संदेश करो समय का सद्उपयोग करे

प्रतिनिधि// सावित्री लोधी
(अशोक नगर//टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से सम्पर्क 98262 85581

अशोकनगर। जनवरी 2011 मूडरा ग्राम का 15 वर्षीय गोपाल आदिवासी पूरे गांव को मुख्यमंंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान द्वारा दी हुई आलार्म घड़ी दिखाकर प्रमुल्लित हो रहा था। उसकी मॉ मोहल्ले वालों को यह भी बता रही थी कि म.प्र. के महामहीम राज्यपाल ने जिले में हाईस्कूल परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होने पर हाथ में बंाधने वाली घडी भी ईनाम में दी हैं। यही आलम अनुसूचित जाति तथा जनजाति के अन्य चार बच्चों का भी था। म.प्र. शासन ने अनुसूचित जाति व जनजाति के होनहार छात्र-छात्राओं को शिक्षा में प्रोत्साहित करने के लिए भोपाल में 5 दिवसीय नेतृत्व विकास शिविर का आयोजन किया। आदि जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक रामशंकर सिंह ने बताया कि इस शिविर में अशोकनगर जिले से 3 छात्र व 2 छात्राऐं शामिल हुए थे। छात्र गोपाल आदिवासी ने बताया कि शिविर में 23 जनवरी से 28 जनवरी तक चला। एक अन्य छात्रा रीना सिंह आदिवासी ने बताया कि शिविर में बच्चों को कैरियर गाईडेंस संबंधी मार्गदर्शन भी दिया गया तथा राजभवन, विधान सभा, सहित भोपाल, सांची की सैर करवाई गई।
मुख्यमंत्री शिवराज क्षसः चौहान ने प्रदेश से आए सभी 205 बच्चों को आलर्म घडी देते हुए संदेश दिया कि समय के पाबंद रहकर शिक्षा अध्ययन करो, सफलता कदम चूमेगी। वहीं महामहिम राज्यपाल ने भी सभी छात्र-छात्राओं को कलाई घडी भेंट कर सम्मानित किया। जाहिर हैं प्रदेश सरकार की आदि पिछडी जातियों के बच्चों को मुख्यधारा से जोडकर प्रोत्साहित करने की यह पहल भविष्य में मिल का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान का चलाया गया यह नश्तर कितने बच्चों के भविष्य को किनारे पर ले जाएगा। भविष्य गवाह होगा। वहीं अशोकनगर जिले के जो पंाच बच्चे संगीता खंडेलवाल पुत्री चंद्रभान ङ्क्षसह कालीटोर 87 प्रतिशत, रीना ङ्क्षसह आदिवासी पुत्री सोवरन ङ्क्षसह चंदेरी 48 प्रतिशत, कुलदीप मनकेले पुत्र नारायणदास चंदेरी 86 प्रतिशत, गोपाल आदिवासी पुत्र सुग्रीव मूडरा 41 प्रतिशत, अनुज केरवट्टा पुत्र देवसहाय 82 प्रतिशत चंदेरी आदि नेतृत्व शिविर में शामिल हुए।

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