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Friday, March 18, 2011

अत्याधिक बोरवेल से मानवजीवन को खतरा

क्राइम रिपोर्टर // असलम खान (शहडोल // टाइम्स ऑफ क्राइम)
क्राइम रिपोर्टर से सम्पर्क : 9407170100
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शहडोल । जल ही जीवन है, जल नहं तो कल नहीं, जल के बिना जीवन मुश्किल है, जल अगर हमारे पास हेै तो कुछदिन भोजन के बिना भी जिया जा सकता है किन्तु जल के बिना जीना मुश्किल ही नही असम्भव है। आज पृथ्वी के अंदर संग्रहित जल का किस तरह दोहन इंसान अपने फायदे के लिए कर रहा है। वो किसी से छिपा नहीं है और अपने स्वार्थ के लिए लोग कही भी बोरवेल मशीन से पृथ्वी का सीना छलनी करने को आतुर दिख रहे हैं। आज कुछ वर्षो से अच्छी बरसात न होने से इंसान अंधाधुंध बोर कराने में लगा है चाहे पानी पीने के लिए हो या फसलों के सिंचाई के लिए एक किसान के पास पांच-पांच बोरवेल है। वहीं पीएचई विभाग ने भी बिना जानकारी के एक ही मुहल्ले में तीन से चार हैण्डपंप लगा दिया है, जिसके कारण वाटर लेबल और नीचे खिसकता जा रहा है बारह मासी कुआं को देखा जाए तो कुआं गर्मी के दिनों में खाली नजर आते हैं जो पहले गर्मी के समय भी पांच से छ: फिट पानी कुओं में बना रहता था। जब कुओं की स्थित इतनी बिगड़ चुकी है तो नदी, तालाबों का सूखना कोई बड़ी बात नही है। अगर वक्त रहते इंसान प्रकृति के साथ छेडऩा बंद नही करता तो मानव जीवन खतरे में पड़ जायेगा।
क्या कर रहा है प्रशासन
प्रशासन की नजर इस तरफ बिल्कुल ही नहीं है प्रतिदिन हो रहा बोरवेल पृथ्वी की छलनी हो रहा सीना शासन के नजर में नही दिख रहा संभाग के हर जिले और गांव में हजारों बोर मशीने बोर करने में लगे हुए हैं जहां जरूरत नहीं है पानी इफराद मात्रा में पीने के लिए उपलब्ध है वहां भी सरपंच, सचिव गांव में बोर कराने में लगे हैं। बड़वाही पंचायत मे भी देखा गया है कि एक मुहल्ले में कई बोर हुए हैं जो नहीं होना चाहिए था। वहीं प्रशसन को अब चेत जाना चाहिए, जहां जरूरत हो वही बोरवेल किया जाये, अगर बिना आवश्यकता के कही बोर किया जा रहा है तो संबंधित के ऊपर काय्रवाई किया जाना चाहिए। अब जरूरी हो गया है कि अत्याधिक हो रहा बोर मानवजीवन के लिए खतरनाक है, पृथ्वी के अंदर संग्रहित जल को कम से कम उपयोग में लाया जाए।

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