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Saturday, April 23, 2011

डॉं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा अंबेडकर चौक पर एक वर्ष के भीतर

जिला प्रतिनिधि // डी. जी. चौरे (बालाघाट // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से सम्पर्क 93023 02479

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बालाघाट । भारत रत्न डॉं.भीमराव अंबेडकर एक बहुजन राजनैतिक नेता और एक बौद्ध पुनरूत्थान वादी एवं भारतीय विधिवैता भारतीय संविधान के शिल्पकार थे। बाबा साहब ने कानून की उपाधि प्राप्त करने के साथ ही विधि अर्थ शास्त्र व राजनैतिक विज्ञान मे अपने अध्ययन और अनुसंधान के कारण कोलबिंया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ एकोनामिक्स से कई डॉक्ट्रेट की डिग्रिया अर्जित की। और अपने देश को एक प्रसिद्ध विद्वान के रूप में लौटाये इसके बाद उन्होने कुछ साल तक वकालत का अभ्यास किया और कुछ पत्रिकाओं का भी प्रकाशन किया जिनके द्वारा भारतीय अष्यप्रस्यों के राजनैतिक अधिकारों और सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की। 08 अगस्त 1930 को एक शोषित वर्ग के सम्मेलन के दौरान अंबेडकर ने अपनी राजनैतिक दृष्टि को दुनिया के सामने रखा जिसके अनुसार शोषित वर्ग की सुरक्षा उसके कांग्रेस और सरकार दोनो से स्वतंत्र होने में है। हमे अपना रास्ता स्वयं बनाना होगा। स्वयं राजनैतिक शक्ति से शोषितों की समस्याओं का निवारण नहीं हो सकता। उनका उद्धार समाज में उचित स्थान पाने मे निहित है।
अपने भाषण मे डॉ.बाबा साहब ने कांग्रेस और गांधी द्वारा चलाये जा रहे नमक सत्याग्रह की शुरूआत की। आलोचना की। बाबा साहन अस्प्रश्य समुदाय में बढ़ती लोकप्रियता और जन समर्थन के चलते उनको 1931 में लंदन में दूसरे गोनमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। यहां उनकी अछूतों को पृथक निर्वाचिका देने के मुद्दे पर तीखी बहस हुई धर्म और जाति के आधार पर पृथक निवाचिका देने के प्रबल विरोधी गांधी ने आंशका जताई अछूतों को दी गई पृथ्क निवाचिका हिंदू समाज की भावी पीढ़ी का हमेशा के लिये विभाजित कर देगी। उसी समय से डॉ.बाबा साहब अंबेडकर के मस्तिष्क यह बात आई कि अस्पृश्य लोगों को हिंदू समाज से अलग करने में ही भलाई है। इसी का बाबा साहब ने आंकलन कर 14 अक्टूबर 1956 को अपने 05 लाख अनुयायी के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली यह महासम्मेलन दीक्षा भूमि नागपुर में सम्पन्न हुआ। बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर ने धर्म देकर सारे संसार से जोड़ दिया। और ऐसे धर्म को दिया जो मानवतावादी है। 14 अप्रैल 2011 को बालाघाट अंबेडकर चौराहे पर मंचीय कार्यक्रम रखा गया।
नगरपालिका अध्यक्ष रमेश रंगलानी के द्वारा अपने संबोधन में डॉ.बाबा साहब आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा को अंबेडकर चौक मेें स्थापित करने की बात कही। एवं मध्यप्रदेश शासन के केबिनेट मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने नगरपालिका के अनुरूप 01 वर्ष के भीतर ही डॉं. बाबा साहब अंबेडकर की विशाल प्रतिमा स्थापित हो जायेगी। जिसका अनावरण प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा किया जावेगा। और आज से ही प्रदेश में स्पर्श अभियान जलाभिषेक अभियान सबको शिक्षा अधिकार,खेती का लाभ व्यवसाय बनाने जैसी योजनाओं को प्रांरभ किया गया।

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