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Wednesday, June 8, 2011

आंगन में सोये व्यक्ति की दर्दनाक मौत

सीटी चीफ // मुकेश तिवारी (बालाघाट//टाइम्स ऑफ क्राइम)
जिला प्रतिनिधि से सम्पर्क 93012 20500
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बालाघाट। लांजी / मौत कब कहॉ, किस कदर होगी इसकी कल्पना नहंी की जा सकती, ऐसी ही एक घटना कल्पना से बाहर आंगन में सोये युवक को ट्रक से कुचलकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया । घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि नगर के वार्ड नं. 13 आमगांव मार्ग पर 2 जून की रात्रि में अपने जीजा सुरेश वाघ की दुकान के सामने आशीषसूर्यवंशी खटिया बिछाकर सोया हुआ था रात्रि लगभग 3 बजे आमगांव मार्ग की ओर से आ रहे एक दस चक्का ट्रक ने रोड़ से नीचे उतरकर दुकान के शेड को टक्कर मारते हुए आंगन में खटिया बिछाकर सोये हुए आशीष को रौंद दिया। जिसकी स्थल पर ही मृत्यु हो गई म। आंगन के सामने नाली एवं रेत होने के चलते पुन: ट्रक चालक ट्रक को रिवर्स लेकर फरार हो गया। शेड के आवाज होने से मृतक के जीजा दिवाकर वाघ एवं सुरेश जाग गये एवं इस हृदय विदाकर घटना को देखकर सन्न रह गये। दिवाकर वाघ ने तत्काल अपनी मोटर सायकल निकालकर मुकेश सिरसाज के साथ ट्रक का बोलेगांव तक पीछा किया।

किंतु ना तो ट्रक चालक ने ट्रक रोका और ना ही साईड दिया। दिवाकर ने घटना की सूचना एवं ट्रक नंबर लिखकर पुलिस एवं अन्य लोगो को दिया। आगे दिवाकर ने बताया कि ट्रक क्र. एम.पी. 34 एम. 1986 के चालक द्वारा ट्रक ना रोकने पर वापस आकर आगे की कार्यवाही की। घटना स्थल पर पुलिस ने पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया । एवं वार्ड की पार्षद सुधा हिम्मते किरमे, पूर्व सरपंच युगेश रामटेक्कर, शैलेन्द्र शुक्ला, डॉ.किशोर सोनवाने, की उपस्थिति में पंचनामा कार्यवाही की गई। शव परिक्षण कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। सुरेश वाघ की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध क्र. 141 धारा 304 का मामला कायम किया। आगे मामले की विवेचना सहायक उपनिरीक्षक लखनलाल चौधरी द्वारा की जा रही है।

दो दिन पूर्व ही आया था आशीष

जानकारी में बताया गया है कि बकोड़ी जिला सिवनी निवासी आाशीष प्रकाश सूर्यवंशी 18 वर्ष 31 मई की शाम को अपने जीजा सुरेश वाघ के घर रिश्तेदारी के तहत आया था । बताते है कि दिवाकर एवं सुरेश वाघ का बिसोनी आमगांव मार्ग पर सायकल स्टोर्स एवं डेकोरेशन की दुकान है। इसीके चलते वह अपने जीजा के सहयोग के लिए गांव आया था। पिता की मृत्यु के पश्चात 4 बहनों एवं 2 भाईयों में आशीष पर परिवार एव खेती की जिम्मेदारी थी और हाल ही में एक बहन की शादी 11 मई को संपन्न हुई थी। इस घटना से घर के मुखिया के ना रहने से पूरे परिवार की स्थिति डॉवाडोल हो गई है।

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