Pages

click new

Wednesday, June 8, 2011

२० वर्षों से अनदेखेपन का शिकार रीछई बांध ठेकेदार और अधिकारियों के बीच रस्साकशी

सिटी चीफ // आनंद कुमार नेमा (अन्नू भैया)
(नरसिंहपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 94246 44958
नरसिंहपुर । २० वर्ष से अधिक समय से चल रहे नरसिंहपुर जिले के एक बड़े बांध का काम ठेकेदार और अधिकारियों के बीच मिलीभगत एवं टेंडर निकालने अथवा बांध का काम छोडऩे चालू करने की तुगलकी नीति के चलते अब तक पूरा नहीं हो पा रहा है। विकासखंड करेली की ग्राम पंचायत रीछई के पास वन क्षेत्र में निर्मित हुए इस रीछई जलाशय का निर्माण गुणवत्ता के आभाव में १९९५ में टूटने के पश्चात वर्ष २००६-०७ में पुन: चालू हुआ। करीब ७ करोड़ की प्रस्तावित लागत वाले इस बांध के निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार की अनदेखी शायद ही किसी से छुपी हो। पूर्व में विधानसभा पश्चिम उठने के बाद भी घटिया निर्माण की अनदेखी नहीं रोकी गई। जिस बांध से खेतों में सिंचाई करने नहरों के माध्यम से भेजे जाने वाले पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कराने बनाये गये गेट का सुधार कार्य २० वर्षों में पूरा न किया गया हो अथवा कागजों में ही इस गेट का सुधार कार्य किया हो।
इसका उदाहरण है गेट के पास का बुनियादी ढांचा जो वर्तमान समय में किसी बड़े गड्डे के सामान बैठा हुआ नजर आ रहा है। जिस ठेकेदार को पुन: निर्माण का कार्य सौंपा गया था। उस ठेकेदार ने भी पूर्व ठेकेदार की तरह बांध एवं नहर का कार्य अधूरा छोड़ा इस दौरान न तो नहरों के घटिया निर्माण अधूरे कार्य की ओर देखा गया और न ही बांध की पानी भराव वाली ऊपरी सतह किचिंग को पूरा कराया गया। प्रतिवर्ष इस बांध में आने वाली गर्मी के मौसम की दरारें इस वर्ष भी कम नहीं हुई है। इस वर्ष इस बांध की अनदेखी इस बात से भी स्पष्ट होती है कि बांध की बरसात के समय कटी हुई बह गयी मिट्टी जिन्हें रेनकटस कहा जाता है को दूसरी बरसात आने के पूर्व तक न तो भरा गया और न ही इस स्थल पर लगने वाली प्रस्तावित घात लगायी गयी।
यहां तक कि नहर से लगा हुआ बांध तक पहुंच मार्ग निर्माण में भी लापरवाही अंत समय तक नहीं देखी गयी। अलबत्ता जल संसाधन विभाग के ई एवं एसडीओ द्वारा इस वर्ष कुछ स्थानों पर जहां तक नहरें आधी-अधूरी बनी है वहां के खेतों में फसल की सिंचाई का कार्य संभव कराया गया है। जल इस संदर्भ में जब संसाधन विभाग के एसडीओ से दूरभाष पर बांध, नहर एवं गेट के सुधार के संबंध में जानकारी चाही गयी तो उन्होंने बताया कि बांध एवं नहर के सुधार एवं शेष निर्माण कार्य चालू कराने दोबारा टेंडर हो चुका है ठेकेदार आकार काम करेगा। इनका कहना है कि हमारा प्रयास समय पर नहरों से खेतों की सिंचाई कराना है। जिसकी हर संभव कोशिश की जा रही है।

No comments:

Post a Comment