भोपाल। प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे का कहना है कि
अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के साथ जनता में विश्वास और अपराधियों में
भय बनाना ही उनकी प्राथमिकता होगी। सांध्यप्रकाश से विशेष चर्चा में श्री
दुबे ने कहा कि महिला और दलितों के साथ घटित अपराधों में कमी लाने के पूरे
प्रयास किए जाएंगे। महिलाओं के साथ घटित कुछ अपराध पुलिस के लिए चुनौती
बनते हैं, लेकिन ऐसे अपराधों में पुलिस की त्वरित कार्यवाही तथा अपराधियों
को न्यायालय से कठोर दंड से दंडित कराने तक पुलिस पीछे नहीं रहेगी। इन
अपराधों में आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, अनुसंधान और न्यायालय में
प्रकरण के ट्रायल के दौरान गवाही कराने तक की जिम्मेदारी पुलिस की रहेगी।
जिससे अपराधियों को सख्त सजा मिले और अन्य अपराधियों में खौफ पैदा हो, इससे
अपराधों में कमी आएगी और जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। श्री
दुबे का कहना है कि जनता तथा पुलिस के बीच और बेहतर समन्वय बनाने के लिए
नगर और ग्राम रक्षा समितियों की नियमित बैठकें, जनसुनवाई में आ रही
शिकायतों के त्वरित निराकरण पर जोर दिया जाएगा, जिससे अपराध तथा अपराधियों
की सूचना पुलिस को आसानी से मिल सकेगी। संगीन तथा चिन्हित अपराधों की
मानीटरिंग के लिए भी संबंधित अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाएगी, जिससे इन
अपराधों का न्यायालय से त्वरित निराकरण कराया जा सके और आरोपी सजा से बच न
पाएं। प्रदेश के नए 38वें डीजीपी श्री दुबे का कहना है कि पुलिस
कर्मचारियों तथा उनके परिजनों के कल्याण, समय पर पदोन्नति, क्रमोन्नति तथा
अन्य समस्याओं का निराकरण भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है, जिससे
कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा बना रहे और कर्तव्य के प्रति वे पूरी तरह सजग
रहें।
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