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Tuesday, March 27, 2012

कन्या भ्रूण हत्या से स्त्री पुरूष अनुपात में भारी अंतर

शादी के लिए दूसरे प्रदेशों से खरीदी जा रही युवतियां 
 
तहसील प्रमुख //नंद किशोर पटवा (बीना // टाइम्स ऑफ क्राइम) 
तहसील प्रमुख से संपर्क:-75096 45718
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बीना . खिमलासा निरंतर जारी भ्रूण हत्या के कारण बुन्देलखंड में लिंग अनुपात में भारी अंतर होता जा रहा है जिस कारण उड़ीसा के कालाहाडी के आसपास से सैकड़ों की तादात में युवतियों को खरीद कर शादियां की जा रही है। खिमलासा में कई लड़कियों को खरीद कर शादी की गई। जब इस विषय में एक विश्वकर्मा परिवार के युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हां मैंने जिस लडक़ी से शादी की है उसके पिता को हमने तय शुदा किए गए रूपये दिये है क्योंकि वहां अधिक गरीबी के कारण खाने को लाले है, जिस कारण वहां के अधिकतर व्यक्ति अपने जवान बेटियों को बेचकर शादी कर देते है। लेकिन इस लिंग अनुपात का कुछ लोग नाजायज फायदा भी उठा रहे है जिसे खिमलासा से 5 किलो मीटर दूर गढ़ोली जवाहर पंचायत में एक अच्छे परिवार से भी गाढरवाड़ा से खरीद कर लाई गई दुल्हन ने तीन दिन बाद ही पूरे रूपये कपड़े रूपये और कुछ कीमती सामान लेकर रात में ही भाग गई। बाद में मालूम पड़ा कि उस दुल्हन की बहुत बड़ी गैंग है जो आज तक पकड़ी नहीं जा सकी और वह परिवार कुछ दिन परेशान होकर उम्मीद छोड़ कर बैठ गया। क्षेत्र में मिल चुके है कई जिन्दा और मृत भ्रूण- बीना में कई अवैध प्रसूति गृह संचालित  है जिन पर मोटे-मोटे अक्षरों मे लिखा है यहां लिंग परीक्षण प्रतिबंधित है। लेकिन सभी बाजार में पैसा कमाने दुकान खोलकर बैठा है और जब लिंग परीक्षण के उचित और मुंह मांगे रूपये मिलते है तो भूल जाते है कि नियम क्या है। वैसे 1996 में केन्द्र सरकार ने पी.सी.एंड पी.एन.डी.टी. अधिनियम के अंतर्गत भ्रूण लिंग परीक्षण करने वालो की सूचना देने पर 10000/- हजार रूपये  नगद इनाम दिया जाएगा। परन्तु इसके बावजूद बुन्देल खण्ड के साथ बीना और क्षेत्र में कन्या भ्रूण हत्या का प्रमाण है कि दर्जनों कन्या भ्रूण मिलने के बाद भी पुलिस आज तक किसी भी हत्यारे प्रसूति गृह वाले को पुलिस पकडऩा तो दूर किसी भी केस को दर्ज नहीं कर पाई जिस कारण क्षेत्र में भ्रूण हत्यारी औरत को पकड़ पाई और क्षेत्र में भ्रूण हत्या निरंतर जारी है। मिल चुके है प्रसूति गृह के पास भ्रूण- बीना में कई प्रसृति गृह ऐसे है जिन के आस पास कन्या भ्रूण पुलिस को मिल चुके है। लेकिन ऊपरी पूछताछ कर पुलिस इस तरह के केसों में अपना समय बरबाद करना उचित नहीं समझती। क्योंकि ऐसे मामलें में कहीं से कुछ भी मिलने की उम्मीद रहती नहीं है और आज पुलिस बिना कुछ लिए कुछ भी नहीं करती जिस कारण इस क्षेत्र में निरंतर जारी भ्रूण हत्या से स्त्री पुरूषों मे हजारों की संख्या का अन्तर हो गया है तो पुत्र की चाहत में निरंतर कम होती जा रही बेटियों के लिए शासन कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है लेकिन सभी भ्रष्टाचारी की भेट चढ़ती जा रही है।

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