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Thursday, June 21, 2012

वैवाहिक कार्यक्रमों की दावते जरूरी है या बेटी - जल बचाओं अभियान

बैतूल // रामकिशोर पंवार  (बैतूल// टाइम्स ऑफ क्राइम)  
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बैतूल जिले के प्रभारी मंत्री की नीयत पर ताप्ती जागृति मंच ने उठाए सवाल
एक ओर राज्य सरकार बेटी बचाओं एवं जल है तो कल के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए करोड़ो रूपैया पानी में बहा रहा है वहीं दुसरी ओर राज्य सरकार द्वारा आयोजित होने वाले ताप्ती महोत्सव कार्यक्रम के दिवस पर मां ताप्ती जागृति मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बेटी बचाओं एवं जल बचाओं कार्यक्रम में आम लोगो की सहभागिता में शामिल होने के लिए प्रदेश के वन एवं बैतूल जिले के पालक मंत्री के पास समय का अभाव है। मंत्री एक सप्ताह 20 जून 2012 को अपनी पार्टी की पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष सहित एक अन्य परिवार में आयोजित एक नहीं दो वैवाहिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आ रहे है। उल्लेखनीय है कि आने वाली 26 जून 2012 दिन मंगलवार अषाढ़ शुक्ल की सप्तमी को बैतूल जिले में मां सूर्यपुत्री ताप्ती का जन्मोत्सव कार्यक्रम बड़े पैमाने पर मनाने के लिए मां ताप्ती जागृति मंच ने पूरी रूप रेखा तैयार की है जिसके तहत मंच बैतूल जिले में 250 किलोमीटर के प्रवाह एवं बहाव क्षेत्र में ताप्ती जन्मोत्सव के अलावा जिले की दस जनपदो के 558 ग्राम पंचायतो के 1343 गांवों एवं दस नगरीय क्षेत्रो की 13 लाख की आबादी को ताप्ती महोत्सव के बहाने जल है तो कल है तथा बेटी है तो कल का संदेश देने के लिए जुटा हुआ है। मंच ने बैतूल जिले में ताप्ती महोत्सव को सरकारी कार्यक्रम न बनाते हुए इसमें सरकार की ओर प्रभारी मंत्री की उपस्थिति की प्रार्थना की थी जिसे प्रभारी मंत्री सरताज सिंह ने ठुकरा दी। मंच के जिलाध्यक्ष संजय शुक्ला पप्पी ने बताया कि मंच बिना शासकीय मदद जन सहयोग से 26 जून को सुबह सात बजे सूर्य नमस्कार के साथ मां ताप्ती की महाआरती तथा शाम 7 बजे पुन: महाआरती का आयोजन करने जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम शिवधाम बारहलिंग पर सुबह 7 बजे ताप्ती स्नान के साथ शुरू होगा। इस दिन पूरे जिले में हर घर में ताप्ती जी की आरती हो तथा बेटियों की पूजा हो ताकि बेटी बचाओं अभियान सरकारी कार्यक्रम न होकर आम जन मानस की भावना से जुड़े। मंच के संस्थापक एवं प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर पंवार के अनुसार इस दिवस मंच राज्य सरकार से स्थानीय अवकाश की मांग के साथ यह अपेक्षा रखता है कि जिले के लोग प्रदुषण मुक्त नदी - नालो एवं पोखरो तथा कुओं को रखे।

इस दिन बड़े पैमाने पर पूरे जिले में हर व्यक्ति अपने बेटी - बेटियों तथा परिजनो की याद में एक पौधा जरूर लगाए तथा उसे पेड़ बनने तक उसकी देखभाल का संकल्प ले। मंच चाहता है कि ताप्ती महोत्सव का कार्यक्रम केवल मुलताई तक सीमित न रहे बल्कि इसमें पूरे जिले की सहभागी हो ताकि लोग नदी को नारी और मां के रूप में घर-घर पूजे। मंच ने इस दिवस पर बैतूल जिले में एक नया विश्व रिकार्ड घर-घर में प्रथक एवं सामुहिक आरती आयोजित करने का बनाने के लिए जिले के नागरिकों से अपील की है। मंच ने इस बात पर खेद जताया है कि प्रदेश सरकार की कथनी एवं करनी में भिन्नता है तभी तो जिले के प्रभारी एवं राज्य सरकार के वन मंत्री को ताप्ती महोत्सव के कार्यक्रम में आने के लिए समय नहीं है और वैवाहिक कार्यक्रमो की दावतों को उड़ाने के लिए मंत्री जी सरकारी तंत्र का दुरूप्रयोग करने जा रहे है।

मंच ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सवाल किया है कि उनकी या उनकी सरकार की नीयत यदि साफ है बेटी बचाओं और नदी बचाओं कार्यक्रम के प्रति तो उन्हे अपने सरकार के वन मंत्री से सवाल जवाब करना चाहिए कि उनके लिए वैवाहिक कार्यक्रम की दावतें जरूरी है या सरकार की नीति और रीति। मंच ने प्रदेश के मुखिया से भी आग्रह किया है कि वे मां नर्मदा की तरह मां सूर्यपुत्री ताप्ती की महाआरती में भाग लेने के लिए बैतूल जिले में 26 जून दिन मंगलवार को जरूर आए।

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