ब्राह्मणों के वीर्य की सबसे ज्यादा मांग |
मुंबई।
अब जमाना बदल गया है। चिकित्सा विज्ञान में नई-नई तकनीकों से जीवन सरल हो
गया है। गंभीर बीमारियों का अब इलाज संभव है। इसी तरह संतानहीनता भी अब
परेशानी नहीं रही। आईवीएफ व अन्य तकनीक की मदद से संतानहीन दंपतियों की गोद
अब सूनी नहीं रहती। लेनिक ख्वाहिशें हैं। इसमें भी अपनी-अपनी पसंद है।
डोनर की जाति क्या है-
संतानहीन दंपतियों के लिए स्पर्म (वीर्य) बैंक खुल गए हैं। लेकिन ऎसे दंपती अपनी-अपनी मांग रखते हैं। भारत में वीर्य खरीदने वाले दंपतियों की मांग दोनों की है, खूबसूरती की भी और दिमाग की भी। लेकिन एक चौंका देने वाली चीज जो सामने नहीं आई है वो है जाति की। दंपती जाती आधारित डोनर की मांग करते हैं। तीन साल पहले पटना के एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के यह जानकारी देने से कि संतानहीन दंपती डोनर (वीर्य देने वाले) की जाति के बारे में पूछते हैं। अगर कोई यह सोचता है कि जाति का मामला बिहार जैसे राज्य में ही तो आप गलत हैं।
ब्राह्मण डोनर की मांग ज्यादा-
इनफर्टिलिटी सोल्यूशन्स सेंटर ट्रिवेक्टर के संस्थापक अध्यक्ष दिलीप पाटिल के अनुसार मुंबई में ब्राह्मण डोनर्स की मांग ज्यादा है। यहां तक कि मुसलमान दंपति भी पूछते हैं कि डोनर शिया है या सुन्नी। पाटिल के अनुसार, भारतीय चिकित्सा शोध परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुसार हम केवल डोनर के धर्म के बारे में खुलासा करते हैं न कि जाति के बारे में। पाटिल जाति के बारे में तो नहीं बताते लेकिन डोनर की शिक्षा व उसकी नौकरी, उसके व्यवसाय, भाषा व रूचियों संबंधी जानकारी देकर दंपती को संतुष्ट जरूर करते हैं।
बॉलीवुड डोनर की चाहत-
वे बताते हैं, कुछ माह पहले ऊंची हील के सैंडल पहले धड़धड़ाते हुए एक महिला क्लीनिक में आई और एक अनोखी मांग कर डाली। महिला के पास जॉन अब्राहम, इमरान हाशमी जैसे बॉलीवुड स्टार्स की लिस्ट थी। उसने स्टार्स को ए, ए प्लस, बी, बी प्लस ग्रेड दे रखे थे। उसने मेरे कर्मचारियों से पूछा कि क्या उनके पास इनमें से कोई डोनर है। इतना ही नहीं उसने उनमें से किसी एक के लिए मुंहमांगी रकम देने की पेशकश भी की। हमने उसे बताया, हम ऎसी मांगों की पूर्ति नहीं करते, यहां डिजायनर बच्चे तैयार नहीं किए जाते।
रंग गोरा व लंबाई अधिक चाहिए-
एक अखबार के अनुसार भारत में तो नहीं लेकिन विदेशों में संभ्रांत वर्ग में डिजायनर बेबीस का चलन है। यहां वीर्य खरीदने के इच्छुक दंपती पूरी सूची के हिसाब से बात करते हैं। जहां तक भारत की बात है तो यहां डोनर गोपीनीय रहता है। दंपती को केवल इतना बताया जाता है कि डोनर युवा व स्वस्थ पुरूष है। फिर भी वे जिद करते हैं। महिलाएं डोनर की लंबाई, त्वचा व रंग का अपने पति से मिलान करना चाहती हैं। महिलाएं अपने पति से लंबे व गोरे डोनर की चाह रखती हैं।
एक अन्य चिकित्सक डा. पाई के अनुसार एक ओर जहां अधिकांश दंपती डोनर की मेडिकल हिस्ट्री को लेकर सजग रहते हैं वहीं त्वचा के रंग को लेकर भी पसंद ज्यादा है। कई समुदाय के लोग गोरी त्वचा वाले डोनर की मांग करते हैं।
डोनर कौन से कॉलेज में पढ़ा है-
प्रमुख सपर्म बैंक मेडिलैब्स में इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ डा. अरूण पाटिल के अनुसार उनके 10 प्रतिशत ग्राहक उच्च वर्ग से आते हैं। वे डोनर की पृष्ठभूमि के बारे में जानना चाहते हैं। वे जानना चाहते हैं कि डोनर किस कॉलेज में पढ़ा है। वे आईआईटी व आईआईएम में पढ़े डोनर को तरजीह देते हैं।
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Submitted By: RADHIKA |
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