बैतूल // रामकिशोर
पंवार
ताप्तीचंल मेंं केन्द्र की यूपीए सरकार को कोसने वाली भाजपा के
जनप्रतिनिधियों से लेकर कोयला माफियाओं के हाथ ही नहीं बल्कि मुँह तक काले
है। बैतूल जिला उद्योग केन्द्र बैतूल इस समय बैतूल जिले के जिन 122 छोटे -
बड़े उद्योगो को हजारो टन कोयला प्रतिदिन दे रहा है उनमें से मात्र दस भी
चालू नहीं है। बैतूल जिले के पूर्व से वर्तमान विधायको तथा सासंद के नाते -
रिश्तेदारों एवं सांझेदारो को जो कोयला दिया जा रहा है वह सीधे दुगने नहीं
चौगुने दामों पर इन्दौर सहित एक दर्जन महानगरों में खुले आम बिक रहा है।
सारनी थर्मल पावर स्टेशन को कोयले की कमी बता कर विदेशो से कोयला बुलवाने
एवं सप्लाई करने वाली भाजपा की विधायक एवं उसके पुत्र की धड़ल्ले से तवानदी
के किनारे एक दो नहीं बल्कि दर्जनो कोयला खदाने संचालित हो रही है जिसमें
किसी विशाल का नाम बार - बार सामने आ रहा है। इधर बैतूल जिला औद्योगिक
क्षेत्र कोसमी तक पहुंचने वाला कोयला बरसो से इन्दौर , मण्डीदीप , औबदुल्ला
गंज , प्रीथमपुर , में बिक जा रहा है। मजेदार बात तब सामने आई जब कोयले के
आवंटन की सूचि में भाजपा सासंद की तथाकथित दर्शित फैक्ट्ररी के नाम पर भी
कोयला के आदेश जारी हुए पाए गए। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार जिला
उद्योग केन्द्र एवं वेस्र्टन कोल फिल्ड लिमीटेड की सप्लाई सूचि में लम्बी -
चौड़ी हेर - फेर पाई गई। मजेदार बात तो यह है कि बैतूल जिले के आधा दर्जन
तथा चार पूर्व सासंदो के नाम से कोयला की आपूर्ति बकायदा जिला उद्योग
केन्द्र के माध्यम से करवाई जा रही है। बैतूल जिले में कोयला घोटला इतना
बड़ा है कि कोई भी इसकी आंच से बच नहीं पाएगा। जिले में इस समय एक भी
उद्योग ऐसा नहीं है जो कि पूरे कोयले के उपयोग का दावा कर सके। बैतूल जिले
में घोटाले की बाजीगरी तो यह है कि एक ही उद्योग केन्द्र के आगे के हिस्से
का भूस्वामी तथा पीछे के हिस्से का भूस्वामी कोई और है। एक ही मीटर कनेक्शन
पर एक नही चार उद्योग ध्ंाधे चल रहे है। |
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