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Monday, November 19, 2012

ठाकरे निंदाः जस्टिस काटजू ने की पुलिस वालों की गिरफ्तारी की मांग

नई दिल्ली ।। शिवसेना प्रमुख की मौत के बाद मुंबई बंद के खिलाफ फेसबुक पर कॉमेंट करने की वजह से दो लड़कियों की गिरफ्तारी का प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने तीखा विरोध करते हुए मांग की है कि इसके लिए जिम्मेदार पुलिस ऑफिसरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।

जस्टिस काटजू ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को भेजे ई मेल में कहा है कि संविधान की धारा 19 (1) (ए) में नागरिकों को विचार अभिव्यक्ति का अधिकार मौलिक अधिकार के रूप में प्रदान किया गया है। ऐसे में मुंबई बंद का विरोध किए जाने पर किसी को धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लेना बिल्कुल गलत है।
जस्टिस काटजू ने कहा है कि हम एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहते हैं, किसी फासिस्ट तानाशाही व्यवस्था में नहीं। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में सामने आए तथ्य सही हैं तो यह गिरफ्तारी अपने आप में एक अपराध है। संविधान की धारा 341 और 342 किसी ऐसे व्यक्ति को गलत ढंग से या गैरकानूनी तौर पर गिरफ्तार करना अपराध है जिसने कोई गलत काम न किया हो।
जस्टिस काटजू ने मुख्यमंत्री से बेहद कड़े शब्दों में मांग की है कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोषी पुलिस वालों को तुरंत निलंबित करके गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ चार्जशीट पेश की जाए। ऐसा न होने पर वह मान लेंगे कि मुख्यमंत्री अपने प्रदेश में संविधान और कानून के मुताबिक शासन चलाने में नाकाम हैं जिसका नतीजा कानूनी तौर पर भुगतने के लिए उन्हें तैयार रहना होगा।

 (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भेजा गया जस्टिस काटजू का यह ईमेल)

MONDAY, 19 NOVEMBER 2012

Letter to Maharashtra CM


To,
The Chief Minister
 Maharashtra
 Dear Chief Minister,
                I am forwarding an email I have received stating that a woman in Maharashtra has been arrested for protesting on Facebook against the shut down in Mumbai on the occasion of the death of Mr. Bal Thackeray. It is alleged that she has been arrested for allegedly hurting religious sentiments.
> To my mind it is absurd to say that protesting against a bandh hurts religious sentiments. Under Article 19(1)(a) of our Constitution freedom of speech is a guaranteed fundamental right . We are living in a democracy, not a fascist dictatorship. In fact this arrest itself appears to be a criminal act since under sections 341 and 342 it is a crime to wrongfully arrest or wrongfully confine someone who has committed no crime.
 Hence if the facts reported are correct, I request you to immediately order the suspension, arrest, chargesheeting and criminal prosecution of the police personnel (however high they may be) who ordered as well as implemented the arrest of that woman, failing which I will deem it that you as Chief Minister are unable to run the state in a democratic manner as envisaged by the Constitution to which you have taken oath, and then the legal consequences will follow
 Regards
 Justice Katju
(Chairman, Press Council of India, and former Judge, Supreme Court of India)

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