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Sunday, July 14, 2013

बहोरीबंद - जमीनी विवाद में कुल्हाड़ी मारकर हत्या

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तहसील प्रमुख// परमानंद प्रजापति 
(बहोरीबंद //टाइम्स ऑफ क्राइम)
तहसील प्रमुख से संपर्क:- 9753495684  

बहोरीबंद (टाइम्स ऑफ क्राइम) घटना बहोरीबंद की है जहां पर रामकुमार सोनी का रहता था। राजकुमार जी के दो बेटे में बड़े बेटे का नाम राजू सोनी था राजू अपने पिता से अलग होकर अपने स्वयं का सोने चांदी का कारोबार करने लगा। राजू सोनी के तीन छोटे-छोटे बच्चें है। राजू बहुजन समाजवादी पार्टी का विधानसभा प्रभारी था। जिन्दगी राजू एवु उसके परिवार की आराम से गुजर रही थी लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था। राजू सोनी की हिनौती निवासी एक चौधरी एवं एक आदिवासी से मुलाकात होती है और वह राजू से कहते हैं कि हमारी एक एकड़ जमीन है। जिसका हमें मध्यप्रदेश शासन ने बकायदा आबादी का पट्टा भी दे दिया लेकिन ििहनौती के नेकलाल की उस जमीन में नजर गढ़ी हुई थी इस कारण चौधरी एवं आदिवासी को उस जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल सका। नेकलाल यादव एक अपराधिक प्रवृति का व्यक्ति है पूरे हिनौती गांव में नेकलाल यादव के खिलाफ बोलने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता है। नेकलाल कुछ समय पहले कई अपराध कर चुका है लेकिन उसके खिलाफ कोई गवाही देने वाला नहीं मिलने से हमेशा छृट जाता था। 

इस कारण नेकलाल के हौसलें दिन दूने रात चौगुने होते गये। चौधरी एवं आदिवासी राजू सोनी से मिले औ कहा कि भैया हमारी जमीन खरीद लो हम कम दाम में आपको दे देंगे। एक आप ही हो जिससे नेकलाल यादव लडऩे की हिम्मत नहीं कर सकता और राजू सोनी ने ने जमीन खरीदकर बकायदा रजिस्ट्री भी करा ली। जब नेकलाल यादव को पता चला कि उस जमीन का राजू सोनी ने खरीद लिया तो वह आग बगूला हो गया। राजू सोनी बारिश होने पर खेत को बोने के लिए खेत देखने गया जहां उसकी मुलाकात  नेकलाल यादव से हो गई। राजू सोनी ने नेकलाल यादव से बताया कि यह जमीन उसने खरीदी है। इतना सुनते ही नेकलाल राजू सोनी से गाली गलौच कर राजू को धमकी दी कि यदि इस जमीन पर दुबारा पैर रखा तो तुम्हें यहीं काट कर फेंक दूंगा।

 इसका जबाब में राजू ने कहा कि हमने जमीन खरीदी है तो खेती भी हम भी करेंगे। राजू सोनी अपने गांव बहोरीबंद आकर थाने में इसकी रिपोर्ट भी लिखवाई और अपने सभी कागजात दिखाते हुए बताया कि नेकलाल यादव जमीन पर खेती न5हीं करने देता और धमकी दिया हैं कि  अगर दोबारा पैर रखोगे तो काट के फेक दूंगा।  राजू रिपोर्ट लिखवाने के बाद निश्चिंत होकर अपने घर आ गया। दूसरे दिन दिनांक 07.07.2013 को दोपहर 12 बजे के करीब ट्रेक्टर लेकर अपने नौकर के बेदीलाल के साथ  अपनी मोटरसाईकिल से खेत जुताई कराने हिनौती जाने से पहले थाने में फोन कर बताया कि साहब में हिनौती अपने खेत जा रहा हूं। कृप्या आप जल्दी से आये। सूचना देने के बाद भी बहोरीबंद पुलिस फिल्मों की भांति घटनास्थल पर देर से आई। उधर राजू सोनी अपने नौकर के साथ हिनौती खेत पर गया और सडक़ पर अपनी मोटरसाईकिल खड़ी कर पैदल खेत में गया तो देखा कि नेकलाल यादव एक धारदार कुल्हाड़ी लेकर पहले से खेत में खड़ा था। 

राजू के खेत में आते ही नेकलाल यादव राजू सोनी के नजदीक आकर जयराम करता है जैसे ही राजू सोनी जयराम की आवाज सुनकर पलटकर देखता है तभी नेकलाल यादव राजू सोनी की दायी तरफ से गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर देता है दूसरा बार दायी तरफ की गर्दन पर करता है अचानक किये गये वार से राजू सोनी छटपटाता हुआ जमीन पर गिर जाता है। तभी नेकलाल की नजर सडक़ पर खड़े  नौकर बेदीलाल पर पड़ी उसने सोचा कि यदि यह बच गया तो सबको बता देगा। नेकलाल कुल्हाड़ी लेकर नौकर बेदीलाल की तरफ दौड़ा नौकर बेदी लाल नेकलाल को अपनी तरफ आते देख जान बचाकर वहां से भाग निकला। नेकलाल ने काफी दूर तक उसका पीछा किया परंतु नौकर उसके हाथ नहीं लगा। वापस नेकलाल राजू सोनी के पास आकर राजू के चेहरे पर एक के बाद  एक कई वार किये जिस कारण राजू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जब तक पुलिस घटनास्थल पर आई जब तक राजू की मौत हो चुकी थी। पुलिस राजू के  शरीर को लेकर बहोरीबंद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गई जहां डाक्टरों ने राजू को मृत घोषित कर दिया। बहोरीबंद में शाम को करीब 8 से 9 के बीच में ग्राम देवरी में हत्यारे नेकलाल यादव को शराब पीते हुए गिरफ्तार कर लिया। लाश का पोस्टमार्टम करके परिजनों को सौंप दिया। 

राजू सोनी की तरह और कितने घर बेघर होगे

बहोरीबंद में आलम यह हैं कि पटवारी और तहसीलदार को हरे-हरे नोटों की गड्डी देकर चाहे जिसकी जमीन पर अदला-बदली करवा सकते हैं। राजू सोनी की यदि समय से पहले पटवारी को तहसीलदार मदद करके नेकलाल के ऊपर कार्यवाहीं करते तो आज राजू सोनी के छोटे-छोटे बच्चें अपने पिता के वियोग में नहीं तड़पते। इसी तरह पता नहीं कितने परिवार राजू सोनी तरह बर्बाद होंगे और पटवारी और तहसीलदार अपनी जेब भरते रहेंगे। उन्हें क्या करना हैं किसी की जान जाये, चाहे कुछ भी हो उन्हें नोटों से मतलब हैं। बहोरीबंद तहसील में ऐसे सैकड़ों मामले हैं जिसमें भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा लांघ चुका हैं। उन्हें किसी का खौफ नहीं यदि इसी तरह चलता रहा तो पता नहीं कितने कितने बच्चें अनाथ होगे, कितनी औरते विधवा होगी और कितनी माताओं की गोद उजाड़ दी जायेगी। प्रशासन को चाहिए कि कोई किसी भी परिवार को हो अथवा किसी भी समाज को हो उन्हें सिर्फ सच्चाई का साथ देना चाहिए। परंतु ऐसा प्रतीत होता बहोरीबंद की प्रशासन व्यवस्था  सच्चाई का रास्ता ही भूल गई हैं। बहोरीबंद में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हैं इसमें रोक लगाना अति आवश्यक हैं। वरना राजू सोनी की तरह कितने और लोगों को अपनी जान गवानी पड़ेगी।

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