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Wednesday, August 14, 2013

वन विभाग गुलाब राव नवानी की मनमानी का शिकार

           सिवनी वन विभाग में खुलेआम षडय़ंत्र
सिवनी से नवीन जायसवाल की रिपोर्ट... प्रमुख से संपर्क- 73899 98672
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सिवनी. नियमों की धज्जियां उड़ानी हो तो कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। सिवनी शहर के वन विभाग में ये कार्य खुल्लेआम धड़ल्ले से चल रहा है। 

यहां के वन क्षेत्रपाल एवं उडऩदस्ता प्रभारी गुलाब राव नवानी वर्षों से विभाग को अपने बाप की बपौती समझ रहे है। हमने पहले भी इनके द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर पदोन्नति होकर लाभ लेने की खबर को प्रकाशित कर जनता को अवगत कराया था। अब नवानी द्वारा विभाग के उडऩदस्ता प्रभारी के कारनामें का खुलासा कर रहे है। मामला मुख्य वन संरक्षक कार्यालय सिवनी वन वृत अंतर्गत उडऩदस्ता दल प्रभारी गुलाब राव नवानी वन क्षेत्रपाल का हैं जो वर्षों से सिवनी में वन क्षेत्र में चांदी काट रहे है। इन्होंने उडऩदस्ता के प्रभारी कार्यकाल में लाखों रूपयों की संपत्ति बना ली है। अगर शासन कार्रवाहीं कर इनकी संपत्ति की जांच कराता है तो लाखों, करोड़ों की संपत्ति सामने आयेगी, क्योंकि नवानी ने अपने पद का दुरूपयोग किया वहीं मिलीभगत कर नियमों की धज्जियां उड़ाई। वहीं अपने मनमाफिक उडऩदस्ते में दल बनवाया। 

जो दल बनाया उसमें प्रधान मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई। आदेश में उड़ऩदस्ता दल ने एक परिक्षेत्र अधिकारी जो दल का प्रभारी रहेगा एवं दो वनपाल/उपवनक्षेत्रपाल, 5 वनरंक्षक, 5 दैनिक वेतन भोगी श्रमिक जो पूर्व से विभाग में कार्यरत हो और एक चार की टुकड़ी विशेष सशस्त्र बल के रूप में शामिल रहेंगे। परंतु गुलाब राव नवानी ने अपने दल में अवैधानिक तरीके से अनेक कर्मचारियों को शामिल किया हैं जो वर्षों से नवानी के साथ देते रहें। वहीं उडऩदस्ता में इन कर्मचारियों की नियमित हाजिरीनामा का कोई रोल नहीं दिखता क्योंकि इनका मानना हैं कि इन लोगों का डूयूटी करने हेतु कोई समय निर्धारित नहीं रहता। जिस कारण दल के इन कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी की कोई आवश्यकता नहीं है। 

जबकि नियमानुसार कार्यालय द्वारा दल के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए और तैनात कर्मचारियों को उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करना एवं उपस्थिति एवं रवानगी का समय भी लिखना जरूरी हैं। किन्तु गुलाब राव नवानी द्वारा अपनी मनमानी कर खुल्लेआम नियमों कर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं वहीं मुख्य वन संरक्षक सिवनी द्वारा इनकों श्रेय दिया जा रहा है जबकि होना यह चाहिए था इनके खिलाफ कार्रवाहीं की जावे। इस शातिर दिमाग अधिकारी द्वारा न जाने कौन सा डर दिखा दिया हैं कि इसकी मनमानी को उच्चाधिकारियों को झेलना पड़ रहा है। 

और भी खुलासे अगले अंक में... प्रमुख से संपर्क- 73899 98672

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