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Thursday, June 18, 2015

थांदला नगर परिषद फिर भ्रष्टाचार के जाॅच के घेरे में

Present by - Toc news
थांदला  नगर परिषद फिर भ्रष्टाचार के जाॅच के घेरे में
जिला शहरी विकास परियोजना अधिकारी डी.के. मैड़ा को पद से हटाया

थांदला (निप्र) - भृष्टाचार की शिकायतो को लेकर कई बार जाॅच के घेरे में आने व जाॅच में अनियमितता पाए जाने के बाद भी थांदला नगर परिषद में भ्रष्टाचार व मनमानी थमने का नाम नही ले रही है । परिषद में भ्रष्ट तत्व व गैर जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी नित नए तरीको से भ्रष्टाचार की व्यूह रचना बनाकर शासन व जनता के धन को लुटने में मशगुल है । ज्ञात हो की छः सी.एम.ओ. बदल जाने के बाद भी नगर परिषद में भष्टाचार चरम पर है । जिसका बड़ा कारण नगरवासी नगर परिषद अध्यक्ष को मानते है । मंगलवार को परिषद के मनमाने के कार्यो तथा भ्रष्टाचार के नए तरीको की एक शिकायत झाबुआ की नवागत कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता के पास पहॅूची तो कलेक्टर ने शिकायत को गंभीरता से लेकर लगभग तीन घंटे पश्चात् ही जाॅच के आदेश दे दिए । प्रभारी तहसीलदार श्री धुर्वे ने कलेक्टर श्रीमती गुप्ता के निर्देश पर मंगलवार को थांदला नगर परिषद पहॅूचे तथा शिकायतो से संबंधीत समस्त दस्तावेजो व फाईलों का देर शाम तक सुक्ष्म निरीक्षण किया तथा संदिग्ध दस्तावेजो को अपने अधिन करते हुए । अन्य संबंधीत फाईलो को लेकर जिम्मेदार अधिकारी को तलब होने के निर्देष दिए ।
ऐजेण्डा जारी होने पर शिकायत
मुख्य न.पा. अधिकारी दितीया मैड़ा द्वारा 18 जुन को नगर परिषद के साधारण सम्मेलन आहुत किए जाने हेतु 9 जुन को ऐजेण्डा जारी किया । 20 बिन्दु वाले इस प्रस्ताव वाले इस ऐजेण्डे में सी.एम.ओ. व अध्यक्ष की मनमानी व भ्रष्टाचार की स्पष्ट झलक दिखाई देने पर, परिषद उपाध्यक्ष व भाजपा के ही अनेक पार्षद भड़क उठे तथा मंगलवार को जिला मुख्यालय पहॅूचे । कलेक्टर को बिन्दुवार शिकायत करते हुए भ्रष्टाचार की आशंका व्यक्त कि ।
परिषद उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता सोनी ने अपनी लिखित शिकायत में बताया की परिषद ने अभी तक वित्तीय वर्ष का बजट पारीत ही नहीं किया और लाखो की खरीदी व निर्माण के टेण्डर बुला लिए । जिसमें अपने चहेते ठेकेदारो को लाभ पहॅूचाने व भ्रष्टाचार करने के प्रयास किए जा रहे है । शिकायत में बताया की लाखो की लागत के सात निर्माण कार्य जिसकी पुष्टि व स्वीकृती 18 जुन की बैठक में रखे जाने हेतु ऐजेण्डा जारी किया है । परंतु इन कार्यो को शुरू करने के कार्यादेष पहले ही ठेकेदारो को जारी ही नही कर दिए अपितु इसमें अनेक निर्माण पूर्ण भी हो चुके है । जो खुला भ्रष्टाचार प्रतीत हो रहा है। इसी तरह निकाय के लिए आवश्यक सामग्री खरीदी हेतु वार्षिक दरे बुलवाए जाने हेतु विज्ञप्ति जारी करने हेतु विचार विमर्श करने का प्रस्ताव भी इस बैठक में रखा गया है । परंतु मनमानी के चलते बैठक के पूर्व ही विज्ञप्ति जारी कर न केवल दरें स्वीकृत कर दी अपितु कुछ फर्मो को सामग्री सप्लाय के आदेश जारी कर दिए गए ।
परिषद उपाध्यक्ष संगीता सोनी व पार्षदों ने कलेक्टर श्रीमती गुप्ता से माॅग की है की जो निर्माण कार्य मनमाने तरीके से करवाए गए है । वह अत्यन्त घटीया होकर गुणवत्तापूर्वक नहीं है । इन निर्माण कार्यो के भुगतान पर रोक लगाई जाकर विशेष तकनीकी जाॅच ऐजेन्सी द्वारा क्युबीक लेब टेस्टींग व अन्य आवश्यक जाॅच करवाई जावे ।
भ्रष्टाचार का यह खेल इस बात से भी प्रमाणीत हो रहा है कि दो लाख से अधिक के समस्त निर्माण कार्यो हेतु ई-टेण्डर प्रणाली लागु की गई है। परंतु परिषद के भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी व अध्यक्ष पति मिलकर शासन के इन नियमों के विपरीत लाखो के निर्माण कार्यो को ई-टेण्डर प्रणाली में न लेकर निर्माण कार्यो को विभक्त कर निविदाए आमंत्रीत कर बंदरबाॅट कर रहे है ।
श्रीमती सोनी ने शिकायत में कलेक्टर का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया की भ्रष्टाचार में लिप्त फर्मो व अपंजीकृत फर्मो के विरूद्ध चल रही है । परंतु वार्षिक खरीदी की दरो में ऐसी फर्मो की दरे भी शामील की गई है । यही नही वर्षो से निकाय में नियम अनुसार व गुणवत्ता से निम्न दरो पर कार्य करने वाले एक पंजीकृत ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के नाम पर अनुचित दबाव बनाकर परेशान किया जा रहा है । ताकी उनके हटने पर अपने चहेते ठेकेदारो से उंची दरो पर अपने मनमाने तरीके से काम करवाए जा सके । नगर की स्थाई पेयजल योजना हेतु शासन ने 14 करोड़ की राशी स्वीकृत की है । परंतु ऐजेण्डे में नवीन टंकी निर्माण पर चर्चा व स्वीकृती का प्रस्ताव भी भ्रष्टाचार व मनमानी का उदाहरण है । श्रीमती संगीता सोनी व भाजपा पार्षदों ने 18 जुन की बैठक निरस्त करने व ऐजेण्डा अनुसार जाॅच की माॅग पर कलेक्टर के निर्देष पर जाॅच श्री धुर्वे द्वारा प्रारंभ की गई है । पूर्व में भी अनेक शिकायते होने पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पाया गया था ।
अध्यक्ष नदारद उपाध्यक्ष पहॅूची
जाॅच अधिकारी जब जाॅच करने न.पा. कार्यालय पहॅूचे इसकी जानकारी अध्यक्ष पति पूनिया को मिलते ही वे भी कार्यालय में आ गए । जाॅच अधिकारी अनेक महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर जाॅच कर रहे थे । परन्तु परिषद अध्यक्ष के स्थान पर उनका बदनाम निगरानीशुदा पति ने अपना प्रभाव डालने का प्रयास किया । इसी बीच न.पा. उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता सोनी कार्यालय पहॅूची व जाॅच अधिकारी को महत्वपूर्ण बिन्दुओ से अवगत करवाया । तो वही ईमानदार अधिकारी ने जब अध्यक्ष पति को घास नहीं डाली तो अपना मन मसोस कर रह गया । इस दौरान कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष भी कई चक्कर लगाते कार्यालय में देखे गए ।

शहरी विकास अधिकारी को हटाया
थांदला नगर परिषद सीएमओ का प्रभार देख रहे दितीया मैड़ा को झाबुआ जिला शहरी विकास परियोजना अधिकारी के पद का दायीत्व निभा रहे थे । परंतु इनकी शिकायतो व कार्यप्रणाली को लेकर जिला कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ ने नाराजगी जाहीर करते हुए । सोमवार शाम को दितीया मैड़ा को पद से पृथक कर दिया और जिला शहरी विकास अधिकारी के पद का दायित्व श्री एम.आर. धुर्वे को सौप दिया । श्री दितीया मैड़ा को पद से पृथक करने की सूचना पर जिले समस्त नगर परिषद के कर्मचारीयो ने हर्ष प्रकट किया ।

जाॅच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंप दी है । सीएमओ द्वारा परिषद बैठक के पूर्व निर्माण कार्य कार्यादेष देने व खरीदी करने की गलती की है। - (प्रभारी तहसीलदार एवं जाॅच अधिकारी श्री एम.आर. धुर्वे)

जाॅच रिपोर्ट आने पर दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार पर नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी । - (श्रीमती अरूणा गुप्ता कलेक्टर झाबुआ)

 थांदला से रितेश गुप्ता की रिर्पोट

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