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Monday, August 31, 2015

ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की आपूर्ति बाधित न हो- प्रभारी कलेक्टर श्री सिंह

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नरसिंहपुर, 31 अगस्त 015.   प्रभारी कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने विशेषकर चांवरपाठा विकासखंड के ग्रामों का उल्लेख किया। प्रभारी कलेक्टर ने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं को विद्युत देयक उनकी वास्तविक खपत के अनुरूप ही दिए जाएं। उन्होंने कहा कि #ेकहीं- कहीं ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि खपत से अधिक राशि के विद्युत बिल दिए जा रहे हैं।

  प्रभारी कलेक्टर श्री सिंह कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री जेपी सैयाम, डिप्टी कलेक्टर श्री अरविंद कुमार झा व श्रीमती वंदना जाट, उप संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त कल्याण श्री महेन्द्र त्रिपाठी, एलडीएम केएस शुक्ल और विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख मौजूद थे।

  बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय, राज्य शासन, संभागायुक्त कार्यालय से प्राप्त पत्रों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने इंटरनेट से प्राप्त शिकायतों के निराकरण की अधिकारियों से विभागवार जानकारी ली। प्रभारी कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत प्राप्त शिकायतों का तत्परता से निराकरण करें। राज्य शासन द्वारा आम लोगों की शिकायतों और समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है।

  श्री सिंह ने बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजनाओं के क्रियान्वयन की अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि लोगों को आर्थिक सुरक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे बैंक खाताधारकों जिनके शून्य राशि पर खाता खुले गए हैं, उन्हें बीमा योजनाओं का लाभ दिलाने में अधिकारी सहयोग करें।

खुले में शौच की प्रवृत्ति को रोकने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा

  प्रभारी कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत खुले में शौच से मुक्ति के लिए जिले के विकासखंड चांवरपाठा में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विकासखंड में तेजी के साथ शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है, ताकि विकासखंड को खुले में शौच से मुक्त बनाया जा सके। विकासखंड के विभिन्न ग्रामों में ग्रामीणजनों के यहां स्वच्छ शौचालय बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुले में शौच की प्रवृत्ति को रोकने के लिए लोगों का व्यवहार परिवर्तन आवश्यक है, जिनके यहां शौचालय बन गए हैं, वे शौचालयों का उपयोग करें और खुले में शौच के लिए न जाएं। खुले में शौच से गंदगी फैलती है और कई प्रकार की बीमारियां होती हैं।

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