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Tuesday, July 12, 2016

24 घण्टे में पुनः चालू हुआ जुआं घर । छापामार कार्यवाही से खाकी पर उठे सवाल

राज मालवीया // टाइम्स आॅफ क्राइम
बैतूल. अपराध जब पैसा कमाने का व्यापार बन जाये तो उसे रोक पाना सम्भव नही, जो पोलिश कल तक जुआघर तो छोड़ पारधी ढाने के अंदर जाने की हिम्मत नही कर पाती थी अचानक मात्र 6, 7 पुलिस कर्मी  पारधी ढाने में संचालित जुआघर में घुसकर वह भी बिना किसी महिला पुलिस के, छापा मार कार्यवाही कर कुछ लोगो को गिरफ्तार कर लेती वही इनका सरगना अड्डे से भाग खड़ा होता है। पुलिस द्वारा बताई जा रही कहानी पर भरोसा नही होता। लेकिन क्या करे मानना तो पड़ेगा क्योकि जब सैय्या भये कोतवाल तो डर काहे का, जुआ माफिया अलस्या पारधी ने छापे के 24 घण्टे के भीतर जुआघर को पुनः चालु कर साबित कर दिया कि बैतूल शहर में दो नंबर से पैसा उगाही करने वालो के भीतर लाचार और बेबस पुलिस का ख़ौफ कितना रह गया है ।
        आखिर क्या वजह है कि इतने सालो में जो पुलिस दिन में छापा नही मार सकती वो इतनी हिम्मत से  अचानक रात में पारधी ढाने में पहुँच कर छापामार कार्यवाही कर देती है। जबकि प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार कहानी कुछ और ही निकली। इस मामले के झूठ जल्द सामने आ जायेंगे।
      आखिर वो मुखबिर कौन था जो जो टोल से गाड़ी और पैसा लेकर आया । सरकार के खाते में जमा होने वाले जप्ती के 30 लाख रूपये कितने लोगो को बट गए ?

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