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Monday, September 26, 2016

चिटफण्ड घोटाले में पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

Toc News 
रायसेन| मध्य प्रदेश सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है| उनके खिलाफ चिटफण्ड कंपनी के द्वारा लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने का आरोप है| प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव के श्रद्धा सबुरी कंबुडेन्ट प्रा लि. चिटफंड कंपनी के डाइरेक्टर थे| उसी चिटफण्ड कंपनी ने लोगो को 25 करोड़ का चूना लगाया है| इस मामले में कंपनी के प्रबंधक बसंत उपाध्याय पहले ही गिरफ्तार हो चुके है| अब बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में अभिषेक सहित चार आरोपी अब भी फरार हैं| आरोपी नितिन बलेचा हरियाणा, जितेंद्र सिंह चौहान, पंकज कुमार,दीपक गावा हरियाणा और अभिषेक भार्गव गढ़ा कोटा अब भी फरार हैं|




भोपाल। मध्य प्रदेश में मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक समेत तीन लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है। इन लोगों पर निवेशकों से 80 करोड़ रुपए ठगने का आरोप है। अभिषेक भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। सोमवार को रायसेन जिले की एक अदालत ने ये वारंट जारी किया। 
- अभिषेक भार्गव श्रद्धा सबूरी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की वित्तीय कंपनी के संचालक मंडल में प्रबंधक की हैसियत से कार्यरत हैं।
- इसी चिटफण्ड कंपनी ने लोगों को 80 करोड़ का चूना लगाया है।  इस मामले में कंपनी के प्रबंधक बसंत उपाध्याय पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
- बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में अभिषेक सहित पांच आरोपी अब भी फरार हैं। जो आरोपी फरार हैं उनके नाम नितिन बलेचा हरियाणा, जितेंद्र सिंह चौहान, पंकज कुमार,दीपक गावा हरियाणा और अभिषेक भार्गव हैं।


भोपाल, रायसेन और सागर के करीब 400 लोगों के साथ ठगी...
- चिटफंड कंपनी के नाम पर लोगों से 80 करोड़ रुपए ठगने वाला बसंत उपाध्याय 6 अक्टूबर 2015 को भोपाल में पकड़ा गया था। 
- उस पर भोपाल, सागर और रायसेन के लोगों के साथ करीब 80 करोड़ से अधिक की ठगी करने का आरोप है।
- उसके खिलाफ इन शहरों में लोगों द्वारा ठगी करने का मामला दर्ज है। पुलिस अगस्त, 2015 से उसकी तलाश कर रही थी।
- उसके टारगेट पर रिटायर्ड कर्मचारी और महिलाएं रहती थीं।

30 साल पहले रायसेन आया था बसंत उपाध्याय
- मूलत: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का रहने वाला बसंत उपाधाय 30 साल पहले रायसेन में रहने आया था।
- इसके पिता बीएम उपाध्याय एग्रीकल्चर में डिप्टी डायरेक्टर थे। आठ साल पहले उनकी मौत हो चुकी है।
- इसने भोपाल से एमबीए किया है। सबसे पहले इसने रियल बाजार के नाम से चिटफंड कंपनी खोली थी।
पाटर्नरों के साथ मिलकर ठगा फिर भाग गए
- शहर के मुखर्जीनगर निवासी बसंत उपाध्याय ने सिरका हरियाणा निवासी नितिन बलेचा, उसके पिता कमलराम बलेचा, मेघा सिंह इंदौर और विपेंद्र चौहान के साथ मिलकर भोपाल, सागर और रायसेन में उक्त कंपनियों के कार्यालय खोले थे।
- इन स्थानों पर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी जमापूंजी को दोगुना करने का लालच देकर इंवेस्ट करवा दिया।
- बाद में यह लोग इन शहरों से अपना कारोबार समेट कर फरार हो गए। अपनी जमा पूंजी डूबने के बाद से लोग लगातार उनकी शिकायत कर रहे थे।
- ऐसा बताया जा रहा है रायसेन के 125, भोपाल के 100 और सागर के 150 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है।
- इन लोगों से करीब 30 से 40 हजार रुपए ठगने की बात कही जा रही है।

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