TOC NEWS // प्रशांत वैश्य
कलेक्टर महेशचन्द्र चौधरी ने 15 नवम्बर से आरंभ हो रहे धान उपार्जन के सिलसिले में समिति प्रबंधकों को हिदायत दी है कि वे अपने दायित्व को अंजाम देने के दौरान न तो किसी प्रकार के लालच में फंसें और न ही किसी दबाव में आएं। जिला प्रशासन जिले में धान उपार्जन कार्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए कृतसंकल्पित है।
श्री चौधरी आज यहां जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों तथा समिति प्रबंधकों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसान को समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त हो। सीधे समिति प्रबंधकों से रूबरू होते हुए कलेक्टर ने उनसे बारदानों की उपलब्धता और धान खरीदी के लिए जरूरी स्थान तथा वेयर हाउस व गोदामों की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने समितिवार बारदानों की मौजूदा उपलब्धता की समीक्षा के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। कुछ समितियों के पास गोदाम तथा खरीदी के लिए स्थान नहीं होने की जानकारी मिलने पर श्री चौधरी ने अधिकारियों को जरूरी इंतजाम करने की हिदायत दी।
उन्होंने कहा कि यथासंभव वेयर हाउस या गोदामों में ही माल रखे जाने के इंतजाम हों कलेक्टर श्री चौधरी ने ताकीद की कि वित्तीय प्रबंधन मजबूत रखा जाए ताकि किसानों को समय से भुगतान करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत पेश न आए। उपार्जन के लिए गुणवत्ता परीक्षण के इंतजामों की भी बैठक में समीक्षा की गई। खाद्य नियंत्रक श्री जादौन को गुणवत्ता पर नजर रखने की ताकीद की गई। श्री चौधरी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर कृषि, सहकारिता या राजस्व विभाग के कर्मचारी तैनात किए जाएं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित क्षेत्र के एसडीएम और तहसीलदार धान खरीदी के सुपरविजन और मॉनीटरिंग के लिए उत्तरदायी होंगे। क्षेत्र के नगर निरीक्षक और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) भी इस काम में सहयोग करेंगे।
कलेक्टर ने हिदायत दी कि धान उपार्जन के इंतजामों को लेकर शासन का रूख सख्त है। अतएव हमें टीम वर्क के साथ काम करना होगा ताकि किसान को अपनी फसल बेचने में किसी तरह की असुविधा न हो। समिति प्रबंधकों को खरीदी के दौरान नियम और प्रक्रिया का पालन करने के प्रति निरन्तर सजग रहना होगा। फील्ड में समस्याएं हल न होने और तहसील या जिला स्तर तक शिकायतें आना हमारे अमले की लापरवाही का द्योतक माना जाएगा। श्री चौधरी ने उपार्जित धान के परिवहन के पुख्ता बंदोबस्त किए जाने की जरूरत बताई। आवश्यकतानुसार समिति द्वारा परिवहन कराकर माल गोदाम में दाखिल कराया जा सकेगा। अनुमोदित दरों के आधार पर इसका भुगतान किया जा सकेगा।
खरीदी केन्द्रों पर निषेधाज्ञा प्रभावी होगी
कलेक्टर श्री चौधरी ने साफ तौर पर कहा कि धान उपार्जन कार्य के दौरान अनुचित दबाव बनाने वालों के खिलाफ शुरूआती स्तर पर ही एफआईआर दर्ज कर सम्बन्धितों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि खरीदी केन्द्रों पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा प्रभावशील होगी और अनुचित दबाव के मामलों में धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
श्रेष्ठ कार्य करने वाले समिति प्रबंधक पुरस्कृत होंगे
कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी के दौरान बेहतरीन काम करने वाले तीन समिति प्रबंधकों को आने वाले गणतंत्र दिवस के मौके पर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए हर 15 दिन में समितियों की परफॉर्मेंस के आधार पर उनकी चार श्रेणियों में ग्रेडिंग की जाएगी। जिन उपार्जन केन्द्रों पर इंतजाम दुरूस्त नहीं पाए जाएंगे वहां के किसानों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा और सम्बन्धित समिति प्रबंधकों को दण्डित भी किया जाएगा।
त्वरित संदेश प्रेषण के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करें
कलेक्टर श्री चौधरी ने धान उपार्जन कार्य से सम्बन्धित सभी अधिकारियों को परस्पर व्हाट्सएप से जुड़ने का सुझाव देते हुए कहा कि इससे महत्वपूर्ण संदेशों का त्वरित आदान-प्रदान संभव होगा। सम्बन्धित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि व्हाट्सएप पर संदेश प्राप्त होते ही वे तुरंत संज्ञान लेकर मौके पर पहुंचें और जरूरी कदम उठाएं। कलेक्टर ने इस व्हाट्सएप ग्रुप को उपार्जन जबलपुर नाम देते हुए अपेक्षा की कि इसके माध्यम से त्वरित संदेश-सम्प्रेषण सुनिश्चित होगा और व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहेंगी।
बैठक में अपर कलेक्टर संजना जैन, संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं पी.एस.तिवारी, उप संचालक कृषि एस.के.निगम, खाद्य नियंत्रक श्री जादौन, सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं जी.पी.प्रजापति, जिला विपणन अधिकारी रोहित सिंह बघेल तथा महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक पंकज गुप्ता एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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