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Thursday, March 29, 2018

किसानों को धोखा दे रही है शिवराज सिंह सरकार, यात्रा में धोखा करेंगे उजागर: आलोक अग्रवाल



  • 11 अप्रैल से आम आदमी पार्टी निकालेगी एक महीने तक किसान बचाओ, मध्य प्रदेश बचाओ यात्रा*
  • *12 मई को हजारों किसानों समेत प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के नेतृत्व में भोपाल पहुंचेगी यात्रा*
  • *मंदसौर से शुरू होकर विभिन्न जिलों से होते हुए सूखी सेवनिया के रास्ते भोपाल पहुंचेगा यात्रा का दल*

भोपाल । आम आदमी पार्टी ने बुधवार को एक महीने की प्रदेश स्तरीय *किसान बचाओ, मध्य प्रदेश बचाओ यात्रा* का ऐलान किया है। यह यात्रा 11 अप्रैल को मंदसौर से शुरू होगी और 12 मई को सूखी सेवनिया के रास्ते भोपाल पहुंचेगी। आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के नेतृत्व में आप की *किसान बचाओ, मध्य प्रदेश बचाओ यात्रा* प्रदेश के सभी जिलों से होकर गुजरेगी और इस दौरान प्रति दिन दो नुक्कड़ सभाएं और एक जनसभा होगी।

यह जानकारी आप के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने दी। प्रेस वार्ता के दौरान यात्रा के विभिन्न पड़ावों की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से दी गई। इसमें बताया गया कि किस तारीख को किस मार्ग से होकर यात्रा गुजरेगी और रात्रि विश्राम कहां होगा। इस मौके पर प्रदेश सचिव दुष्यंत दांगी, प्रदेश संगठन सचिव पंकज सिंह, आईटी सेल के प्रमुख जितेन्द्र राजाराम एवं अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
इस दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार किसानों को धोखा दे रही है। सरकार ने घोषणा की है कि जो किसान 50 प्रतिशत कर्ज जमा करेंगे, उनका ब्याज माफ किया जाएगा। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या सरकार को यह पता नहीं है कि अगर किसान कर्ज देने की स्थिति में होता तो आत्महत्या ही क्यों करता? सरकार ब्याज माफी की बात कर रही है, जबकि किसानों की बिना शर्त पूर्ण कर्ज माफी की बात कही गई थी। ब्याज के नाम पर किसान कर्ज भरेगा भी तो उसे फिर कर्ज लेना पड़ेगा और इस तरह किसान कर्ज के दुष्चक्र से कभी बाहर नहीं आ पाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के माध्यम से किसानों से साथ की जा रही इसी धोखेबाजी को उजागर किया जाएगा।

*प्रदेश के सभी जिलों में पहुंचेगी यात्रा*

प्रेस वार्ता में श्री अग्रवाल ने कहा कि 11 अप्रैल को पिपलिया मंडी में सुबह 11 बजे सभा के जरिये *किसान बचाओ, मध्य प्रदेश बचाओ यात्रा* की शुरुआत होगी। इसके बाद मंदसौर में प्रेस वार्ता और सभा का आयोजन किया जाएगा और फिर यात्रा जावरा की ओर कूच करेगी, जहां रात 8 बजे किसान चौपाल जमेगी। यह सिलसिला 12 अप्रैल को सैलाना, रतलाम, झाबुआ, 13 अप्रैल को धार पहुंचेगा और 14 अप्रैल को अंबेडकर दिवस सम्मेलन के मौके पर यात्रा महू पहुंचेगी। इसी तरह 17 अप्रैल को शुजालपुर, आगर, उज्जैन में सभाएं होंगी। 18 अप्रैल को देवास, इंदौर में, 19 अप्रैल को कसरावद और खरगोन में, 20 अप्रैल  को खंडवा/ बुरहानपुर में, 21 अप्रैल को बैतूल में, 22 अप्रैल को छिंदवाड़ा में, 23 अप्रैल को सिवनी और बालाघाट में, 24 अप्रैल को मंडला और डिंडोरी, 25 अप्रैल को शहडोल/अमरकंटक, 26 अप्रैल को सीधी/सिंगरौली, 27 अप्रैल को रीवा, 28 अप्रैल को सतना में, 29 अप्रैल को कटनी में, 30 अप्रैल को जबलपुर में, 1 मई को दमोह में, 2 मई को सागर में, 3 मई को टीकमगढ़ में, 4 मई को दतिया और भिंड में, 5 मई को मुरैना, 6 मई को ग्वालियर में, 7 मई को शिवपुरी और गुना में, 8 मई को राजगढ़ में, 9 मई को सीहोर और होशंगाबाद में, 10 मई को पुन: होशंगाबाद में आम आदमी पार्टी की यात्रा किसानों के बीच पहुंचेगी।
*11 मई को यह यात्रा रायसेन और विदिशा से होते हुए 12 मई को सूखी सेवनिया होते हुए भोपाल की और कूच करेगी। भोपाल में जनसभा कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।*

*क्यों निकाली जा रही है यात्रा*

श्री अग्रवाल ने बताया कि तीन चरणों में प्रदेश की सभी 230 विधानसभाओं में चलाई गई *बदलेंगे मध्य प्रदेश संकल्प यात्रा* के दौरान आम आदमी पार्टी ने पाया कि प्रदेश भर में किसान मुश्किल में हैं। वे आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। इसलिए किसान चाहते हैं कि यह जो अलग-अलग आवाजें है, इन्हें एक किया जाए। इसके लिए किसानों ने आम आदमी पार्टी में भरोसा जताया है और ऐसे में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में चल रहे किसानों के आंदोलन को एकसूत्र में बांधना पार्टी की जिम्मेदारी है। इसलिए यह यात्रा शुरू की जा रही है ताकि किसानों की आवाज को एक किया जा सके। हम सरकार के समक्ष किसानों की मांगों को रखेंगे।

*किसान ही लाएंगे मध्य प्रदेश में बदलाव*

श्री अग्रवाल ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य प्रदेश की भाजपा नीत शिवराज सरकार की लूट और भ्रष्टाचार की व्यवस्था का कच्चा चिट्ठा किसानों के बीच लाना है। मध्य प्रदेश को आज इस भ्रष्ट सरकार से निजात की जरूरत है। प्रदेश की विधानसभा में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। इसलिए आम आदमी पार्टी यह मानती है कि इस व्यवस्था को बदलने के लिए किसानों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा, क्योंकि इस व्यवस्था में सबसे ज्यादा बुरी हालत किसानों की हुई है। भावान्तर हो या कर्ज माफी या फिर समर्थन मूल्य के नाम पर किसानों की लूट, हर तरफ से किसान को धीरे-धीरे मौत की ओर धकेला जा रहा है।

*ग्रामीण युवाओं को लेंगे साथ*

उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान ग्रामीण युवाओं की प्रदेश की सत्ता में भूमिका निर्धारित करने की रूपरेखा बनाई जाएगी। आज ग्रामीण युवा के पास न तो रोजगार है, और उसकी खेती भी खत्म करने की साजिश की जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि ग्रामीण युवाओं की सत्ता में सीधी भागीदारी हो और वह सत्ता परिवर्तन के लिए आगे आए। आम आदमी पार्टी युवाओं के बीच जाकर उनके संघर्ष को तेज करने में साथ देगी और उनके भविष्य को मजबूत बनाने में सहयोग करेगी।

*किसानों का शोषण है चरम सीमा पर*

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों का शोषण चरम सीमा पर पहुंच गया है। यहां हर रोज 5 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों से संबंधित विभिन्न योजनाओं में अनियमितताएं चल रही हैं और सरकार इन योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने की कोशिश करने के बजाय अपनी नाकामी छुपा रही है। आज प्रदेश के हर हिस्से में किसानों में तीखा रोष है और वे प्रदेश सरकार के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को किसान हितैषी बताते हैं, लेकिन सरकार को किसानों की कोई फिक्र नहीं है। सरकार का किसानों की तकलीफों को नजरअंदाज करना साफ इशारा करता है कि भाजपा किसानों को मौत के मुंह में धकेलना चाहती है। यह हत्यारी सरकार है और मंदसौर में किसानों की जान लेने के बाद भी सरकार को चैन नहीं मिला है।

*किसानों का पूरा कर्ज माफ करे सरकार*

किसानों की बेहतरी के लिए आम आदमी पार्टी के नजरिये पर पूछे गए सवाल के जवाब में श्री अग्रवाल ने बिंदुवार जानकारी देते हुए प्रमुख मांगों को सामने रखा। जो इस तरह हैं-

*1-* किसानों के सभी कर्ज बिना किसी शर्त के माफ किए जाएं।
*2-* प्रदेश में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की जाए और रिपोर्ट की सिफारिश के मुताबिक फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य किसानों को दिया जाए।
*3-* फसल खराब होने की सूरत में दिल्ली सरकार की तर्ज पर प्रति एकड़ 20 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए।
*4-* किसानों को कम से कम 18 घंटे बिजली मुहैया कराई जाए, जो मौजूदा दर से आधी कीमत पर उपलब्ध कराई जाए।
*5-* समय पर बुआई के लिए उर्वरक आदि की भी समुचित व्यवस्था की जाए।

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