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Friday, March 30, 2018

जल निगम भर्ती घोटाला: SIT ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट, आजम व सलमान खुर्शीद की पत्नी पर केस चलाने की योगी सरकार से मांगी मंजूरी

आजम  YOGI के लिए इमेज परिणाम

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फ्लैग जल निगम की 1300 भर्तियों पर एसआईटी ने सौंपी रिपोर्ट, पूर्व एमडी पीके आसूदानी पर भी होगा ऐक्शन

लखनऊ. सपा सरकार के कार्यकाल में जल निगम में हुई 1300 भर्तियों की जांच कर रही एसआईटी ने पूर्व मंत्री आजम खां और जल निगम के पूर्व एमडी पीके आसूदानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए शासन से अनुमति मांगी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी को मामले की जांच सौंपी गई थी। डीजी एसआईटी आलोक प्रसाद के रिटायर होने से दो दिन पहले एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

आजम ने मानक के विपरीत किए हस्ताक्षर

सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में जल निगम में हुई भर्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का जिक्र किया गया है। तत्कालीन नगर विकास मंत्री एवं जल निगम के अध्यक्ष आजम खां ने मानक के विपरीत भर्ती से जुड़ी फाइलों पर हस्ताक्षर कर दिए थे। इसलिए उनकी भूमिका जांच के घेरे में है और उनके खिलाफ एफआईआर की अनुमित मांगी है। पूर्व मंत्री के अलावा जल निगम के एमडी पीके आसुदानी, ओएसडी मोहम्मद आफाक, चीफ इंजीनियर एके खरे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू करने की अनुमति मांगी गई है।

सूत्रों के मुताबिक, तत्कालीन सचिव नगर विकास एसपी सिंह इस मामले में बच गए हैं, क्योंकि किसी भी फाइल में उनके हस्ताक्षर नहीं मिले हैं। लेकिन एसआईटी ने उनसे पूछताछ की थी। एसआईटी ने 22 जनवरी को पूर्व मंत्री आजम खां के भी बयान दर्ज किए थे। उन्होंने एसआईटी को बताया था कि एमडी आसूदानी ने उनसे धोखे से हस्ताक्षर करवा लिए थे। सपा सरकार ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जल निगम में आनन-फानन में 122 सहायक अभियंता, 853 अवर अभियंता, 335 नैतिक लिपिक व 32 आशुलिपिक के पदों पर भर्तियां की थीं।

मेरठ में 59000 फर्जी राशन कार्ड, एफआईआर की मांगी परमीशन

एसआईटी ने मेरठ के कई सौ करोड़ के राशन कार्ड घोटाले में भी तत्कालीन डीएसओ और सप्लाई विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी है। जांच में मेरठ में 59,000 राशन कार्ड फर्जी पाए गए हैं। राशन कार्ड बनाने और उनके सत्यापन में कई बड़े अधिकारियों की लापरवाही व संलिप्तता सामने आ रही है। पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई की शिकायत पर यह जांच शुरू हुई थी।

नि:शक्तों के उपकरणों के घोटाले में चार्जशीट

आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) नि:शक्तों को दिए गए उपकरणों में हुए घोटाले में शासन से आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति मांगी है। ईओडब्ल्यू छह साल से सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद द्वारा संचालित डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट से जुड़े मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि 29 मई 2010 को कायमगंज में कथित तौर पर उपकरण बांटने के लिए कैंप लगाने की बात कहते हुए। केंद्र सरकार से मदद ली गई थी पर जांच में कैम्प लगने की पुष्टि ही नहीं हो पाई।

जल निगम घोटाले पर बोले आजम खान- बेरोजगारों को नौकरियां दी, पाप नहीं किया

आजम पर एफआईआर की अनुमति के लिए इमेज परिणामसपा सरकार में जल निगम में नियम विरुद्ध तरीके से भर्ती करने के आरोप में एसआइटी द्वारा सपा के कद्दावर नेता आज़म खान के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस चलाने की सरकार से अनुमति मांगने पर पूर्व मंत्री ने कहा कि कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है. रामपुर में न्यूज18 से बातचीत में आजम खान ने कहा पूरे मामले में पैसे के लेन-देन की कोई शिकायत नहीं है. उन्होंने कहा मंत्री रहते उन्होंने पढ़े-लिखे बेरोजगारों को नौकरी देने का कम किया और यह कोई पाप नहीं है. आजम खान ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन एक भी नौकरी नहीं दी. एक स्टेट के मंत्री ने पड़े लिखे बेरोजगारों को नौकरी दी है. कोई पाप नही किया है.

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