Pages

click new

Thursday, April 12, 2018

FIR की कॉपी पढ़ें : उन्नाव गैंगरेप केस में विधायक के खिलाफ मामला दर्ज, जांच सीबीआई करेगी, 2 डॉक्टर और सीओ भी निलंबित

उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता को डर है कि आरोपी विधायक जांच को प्रभावित कर सकता है. लिहाजा, पीड़िता ने आरोपी विधायक की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. पीड़िता ने कहा है, 'अभी भी मुझ पर और मेरे पिता की मौत को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं.

उन्नाव केस  CBI करेगी जांच के लिए इमेज परिणाम

ऐसे में मुझे न्याय कैसे मिलेगा? सीबीआई जांच करेगी ये अच्छी बात है, लेकिन पहले विधायक कुलदीप सेंगर की गिरफ्तारी होनी चाहिए, नहीं तो वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं. अब मुझे अपने चाचा की जान का खतरा बना हुआ है.'
आरोपी विधायक को माननीय कहने पर घिरे डीजीपी
उन्नाव की घटना 4 जून 2017 को हुई थी. पीड़िता ने 17 अगस्त को आरोपी विधायक के खिलाफ शिकायत की थी. लेकिन इस मामले में करीब 10 महीने बाद भारी हंगामा होने के चलते केस दर्ज हो सका है. लेकिन पूरे घटनाक्रम की जानकारी देने के बीच डीजीपी गैंगरेप के आरोपी विधायक को 'माननीय' कह बैठे.
पत्रकारों ने जब इस पर सवाल उठाया तो डीजीपी महोदय सफाई देते नजर आए. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीजीपी ने क्या कहा, "जैसा कि आपको बताया कि हम लोगों ने माननीय विधायक के खिलाफ जो बलात्कार का आरोप लगाया गया है.'
बलात्कार के आरोपी विधायक को माननीय कहने पर जब मीडियाकर्मियों ने सवाल उठाया तो डीजीपी ने अपनी सफाई में कहा, 'अगर आप विधायक होने के नाते आरोपी को भी सम्मान दे रहे हैं तो मैं समझता हूं कि.... कोई नहीं....अभी वो दोषी करार नहीं दिए गए हैं. उन पर आरोप लगा है. उस आरोप की जांच सीबीआई को दे दी गई है. अब सीबीआई फैसला लेगी कि उनको गिरफ्तार करना है या नहीं.'
 
एसआईटी ने जांच में क्या पाया?
  • 11 जून 2017 को पीड़िता गायब हो गई थी
  • 12 जून 2017 को पीड़िता की मां ने थाने में सूचना दी
  • पुलिस ने दबिश देकर यूपी के औरैया से पीड़िता को बरामद किया
  • पीड़िता को कोर्ट में पेश किया गया, जहां 164 CRPC के तहत पीड़िता के बयान हुए
  • बयान के आधार पर दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई
  • पीड़िता ने 164 CRPC के तहत कोर्ट में जो बयान दिया, उसमें 4 जून 2017 की घटना, जिसमें बाद में विधायक जी के ऊपर आरोप लगाए गए थे, उसका जिक्र नहीं था
  • 1 अगस्त 2017 को कोर्ट में चार्जशीट फाइल की, दो अभियुक्त गिरफ्तार हुए.
  • चाचा ने SIT को जो बयान दिए उसके मुताबिक, 30 जून 2017 को वो पीड़िता को लेकर दिल्ली चले गए थे
  • दिल्ली में 4 जून 2017 की घटना के बारे में पीड़िता ने अपनी चाची को बताया
  • इसके बाद 17 अगस्त 2017 को पहली बार पीड़िता ने 4 जून की घटना के बारे में विभिन्न स्तरों पर शिकायत दी
  • उन्नाव पुलिस ने एप्लीकेशन के आधार पर जांच की. लेकिन चूंकि 164 CRPC के बयान में विधायक का उल्लेख नहीं था. इस वजह से स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि 4 जून 2017 की घटना के बारे में केस दर्ज कर विवेचना CBI को सौंप दी गई है. अब सीबीआई साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि पीड़िता के पिता की मौत के मामले में भी सीबीआई जांच करेगी.
डीजीपी ने कहा कि सीबीआई की जांच जब तक नहीं हो जाती तब तक पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है. ताकि, पीड़ित परिवार को बिना डरे न्याय मिल सके.
सीबीआई को सौंपी गई उन्नाव गैंगरेप केस की जांचः प्रधान सचिव (गृह) अरविंद कुमार
उन्नाव गैंगरेप केस को लेकर प्रधान सचिव गृह और डीजीपी ने प्रेस कॉन्फेंस की. प्रधान सचिव ने पूरे मामले का ब्योरा दिया. साथ ही बताया कि इस मामले में आरोपी विधायक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच सीबीआई को सौंप दी गई है.
उन्नाव केस  CBI करेगी जांच के लिए इमेज परिणाम
प्रधान सचिव गृह ने बताया कि मामले की जांच के लिए SIT गठित की गई थी. एडीजी लखनऊ की अगुवाई में गठित की गई एसआईटी ने उन्नाव का दौरा किया था. उन्नाव में एसआईटी ने पीड़िता के चाचा, पीड़िता और उसकी मां के बयान दर्ज किए. इसके अलावा आरोपी विधायक के पक्ष के भी बयान लिए गए.
रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस पहले रिपोर्ट दर्ज कर लेती तो मेरा भाई जिंदा होताः पीड़िता के चाचा
उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता के चाचा ने आरोपी विधायक के खिलाफ केस दर्ज किए जाने पर कहा, 'अगर पुलिस पहले ही आरोपी विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लेती तो मेरा भाई आज जिंदा होता. अब देखते हैं कि विधायक की गिरफ्तारी होती है या नहीं?"
उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. विधायक के खिलाफ धारा 363, 366, 376 और 506 लगाई गई हैं. केस बुधवार देर रात उन्नाव के माखी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया.
  • उन्नाव बलात्कार मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी
  • पीड़िता के पिता की मौत से संबंधित घटनाओं की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी
  • विधायक समेत अन्य के खिलाफ बलात्कार के आरोपों पर विचार करते हुए उचित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
  • बीजेपी के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर मीडिया के सामने आये, आत्मसमर्पण नहीं किया
  • योगी सरकार ने उन्नाव जिला अस्पताल के दो डॉक्टरों को निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए
  • जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है जिन पर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है
  • इसके साथ ही क्षेत्राधिकारी सफीपुर, कुंवर बहादुर सिंह भी लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिए गए हैं
लापरवाही पर सीओ सफीपुर निलंबित
इस मामले में क्षेत्राधिकारी सफीपुर, कुंवर बहादुर सिंह भी लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिए गए हैं. शासन ने एसआईटी के साथ जेल डीआईजी और उन्नाव जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी थी. एक साथ तीन रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार ने ये फैसला किया है. इसके साथ ही सरकार पीड़िता के परिवार को सुरक्षा भी उपलब्ध कराएगी.
ये भी पढ़ेंः कौन है उन्नाव गैंगरेप में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर?
पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही पर उन्नाव जिला अस्पताल के दो डॉक्टर निलंबित
योगी सरकार ने उन्नाव जिला अस्पताल के दो डॉक्टरों को निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए हैं. जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है, जिन पर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है.
जेल अस्पताल के भी तीन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई की गाज गिरी है जिन पर पीड़िता के पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप है
ये भी पढ़ेंः दबंग विधायक की शह पर भाई करता था 'गुंडई', जानिए पूरी क्राइम कुंडली
एसएसपी आवास पहुंचे आरोपी विधायक, फिर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर बुधवार देर रात अचानक राजधानी लखनऊ में एसएसपी आवास के बाहर दिखे. खबर थी कि वह आत्मसमर्पण करेंगे लेकिन वह बिना आत्मसमर्पण के ही समर्थकों के साथ निकल लिये.
कुलदीप सेंगर, बीजेपी विधायकमैं यहां मीडिया के सामने आया हूं. मैं भगोड़ा नहीं हूं. मैं यहां राजधानी लखनऊ में हूं. बताइये क्या करूं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लखनऊ से रवाना होने के कुछ ही देर बाद ये घटनाक्रम हुआ.
सीबीआई करेगी मामले की जांच
सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुधवार देर रात उन्नाव बलात्कार मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया. इसमें बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का नाम आरोपी के रूप में शामिल है.
बुधवार रात विधायक कुलदीप सेंगर लखनऊ एसएसपी के सामने पेश हुए, हालांकि, उन्होंने समर्पण करने से इनकार कर दिया.

No comments:

Post a Comment