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Saturday, May 26, 2018

राष्ट्रीय ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना, ताप्ती मंत्रालय की मांग को लेकर निकाली गई ताप्ती संकल्प समर्थन यात्रा

मध्यप्रदेश - महाराष्ट्र - गुजरात से जबरदस्त समर्थन, ताप्ती के लिए पूर्व मंत्री एकनाथ खड़सें का समर्थन

TOC NEWS @ www.tocnews.org

बैतूल, बैतूल जिले से 21 मई को राष्ट्रीय स्तर पर ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना, ताप्ती विकास मंत्रालय की मांग को लेकर शिवधाम बारहलिंग से सूरत तक शुरू हुई संकल्प समर्थन यात्रा को मध्यप्रदेश के बुररहानपुर जिला मुख्यालय से हिन्दू संगठनो एवं मठो के मठाधीशो के समर्थन मिलने के बाद महाराष्ट्र के जलगांव जिले की मुक्ताईनगर विधानसभा से विधायक एवं पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने काफी देर तक ना - नुकर करके आखिर में अपना समर्थन देते हुए कहा कि ताप्ती मेगा रिचार्ज के मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से हुए विरोध के बाद बाद अपना समर्थन देते हुए जलगांव जिले से अपना समर्थन पत्र पीएमओ कार्यालय दिल्ली को भिजवाने की बात कहीं।

श्री खड़से एवं उनकी पुत्र वधु भाजपा सासंद श्रीमति रक्षा ताई खड़से ने स्वीकार किया कि राष्ट्रीय स्तर पर ताप्ती के जल को लेकर तीन राज्यों के बीच ताप्ती विकास मंत्रालय / ताप्ती घाटी परियोजना / ताप्ती मंत्रालय एक सेतू का काम करेगा। बैतूल जिले के बाद सबसे अधिक जलगांव जिले में ताप्ती जी बहती है। ताप्ती मेगा रिचार्ज का पूरा लाभ बुरहानपुर / खण्डवा / जलगांव जिले को मिलने वाला था। संकल्प समर्थन यात्रा से लौटे माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के मीडिया प्रभारी रविन्द्र मानकर ने बताया कि समिति के सदस्यों में शामिल श्री संजय राजू पाटनकर मुलताई , लीलाधर नारद मुलताई, रामकिशोर पंवार बैतूल, रविन्द्र मानकर ( मूल निवासी सावंगी आठनेर बैतूल) प्रीथमपुर धार , श्री किशोर साहू ( मूल निवासी बघोड़ा, प्रभात पटट्न बैतूल) गुरूग्राम हरियाणा ने भाग लिया।
श्री साहू ने 21 मई 1018 को शिवधाम बारहलिंग से यात्रा को रवाना किया था। यात्रा को बुराहनपुर में हिन्दु महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सुगंधी एवं विश्व हिन्दू परिषद के ओम आजाद संग ताप्ती किनारे मठो के मठाधीशो ने भी अपनी ओर से केन्द्र एवं राज्य सरकार को समर्थन पत्र देने की बात कहीं। मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित श्री इच्छादेवी संस्थान की ओर से ट्रस्ट के उपाध्यक्ष ने भी  तीन मांगो के समर्थन में पीएमओ को अपना समर्थन पत्र भेजे जाने की बात कहीं। के जलगांव जिले में चोपड़ा तहसील के ताप्ती किनारे बसे श्री 1008 श्री दादा जी धुनीवाले दरबार सत्यप्रकाश गढ़ निमगव्हान दरबार की ओर से भी श्री आनंद महाराजा का समर्थन मिला। संकल्प - समर्थन यात्रा ताप्ती नदी के किनारे - किनारे प्रमुख शहरो एवं गांवो से गुजरी। जलगांव जिले में स्थित चांगदेव (मुक्ताई नगर तहसील) के पूर्णा एवं ताप्ती के संगम पर भी पहुंची।
संगम स्थली से लोगो को समर्थन पाने के बाद यात्रा गुजरात के सूरत जिला मुख्यालय से 27 किमी दूर कामरेज तहसील मुख्यालय की ग्राम पंचायत डिग्गस एवं पंचायत में शामिल ग्राम मांझी की ओर से भी तीनो ने मांगो के समर्थन में पत्र भेजे जाने की बात कहीं गई। यात्रा  सूरत जिले के डिगस के करसन भाई, मलय भाई , दया भाई, जीतू भाई, रमेश भाई, सोम भाई, दीपक भाई, तथा ताप्ती जी पर अपनी अभिनव कृति लिखने वाले सूरत के पत्रकार / लेखक / माँ ताप्ती के भक्तअलेश भाई शुक्ला जी का भी समर्थन एवं सहयोग मिला। ताप्ती संकल्प यात्रा को मिले अपार समर्थन एवं सहयोग के बाद माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश की ओर से विश्वास व्यक्तकिया गया कि विधानसभा / लोकसभा चुनाव के पहले - पहले ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना/ ताप्ती मंत्रालय का गठन हो जाएगा।
यात्रा के दौरान सबसे चिंता जनक भयावह तस्वीर सामने आई वह कुछ इस प्रकार थी कि भाजपा शासित तीन राज्यो में सत्ता एवं संगठन के संरक्षण में रेत माफिया ने पुण्य सलिला सूर्यपुत्री ताप्ती को गहरा करके पूरी तरह से सुखा डाला। पर्याविद एवं ताप्ती से जुड़े रामकिशोर पंवार ने इस बात पर चिख्ंता जताई की अब ताप्ती पूरे देश में अपनी पहचान रेत के अवैध उत्खनन के चलते पूरी तरह सुख गई है। कहीं इसे भी देश की दुसरी (फाल्गु नदी) मृत नदी न समझा जाए। श्री पंवार ने सूरत तक ताप्ती नदी की काली रेत की बड़े पैमाने पर खुदाई एवं परीवहन पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत सरकार से नदी को पुर्नजीवित करने के लिए पूरी नदी में बैराजो श्री क्रमबद्ध श्रंखला बनाने की मांग की है। राज्यो के अपने - अपने हितो ने नदी को आज जल विहीन कर दिया है।राष्ट्रीय ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना, ताप्ती मंत्रालय की मांग को लेकर निकाली गई ताप्ती संकल्प समर्थन यात्रा को मध्यप्रदेश - महाराष्ट्र - गुजरात से जबरदस्त समर्थन, ताप्ती के लिए  पूर्व मंत्री एकनाथ खड़सें का समर्थन
बैतूल, बैतूल जिले से 21 मई को राष्ट्रीय स्तर पर ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना, ताप्ती विकास मंत्रालय की मांग को लेकर शिवधाम बारहलिंग से सूरत तक शुरू हुई संकल्प समर्थन यात्रा को मध्यप्रदेश के बुररहानपुर जिला मुख्यालय से हिन्दू संगठनो एवं मठो के मठाधीशो के समर्थन मिलने के बाद महाराष्ट्र के जलगांव जिले की मुक्ताईनगर विधानसभा से विधायक एवं पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने काफी देर तक ना - नुकर करके आखिर में अपना समर्थन देते हुए कहा कि ताप्ती मेगा रिचार्ज के मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से हुए विरोध के बाद बाद अपना समर्थन देते हुए जलगांव जिले से अपना समर्थन पत्र पीएमओ कार्यालय दिल्ली को भिजवाने की बात कहीं। श्री खड़से एवं उनकी पुत्र वधु भाजपा सासंद श्रीमति रक्षा ताई खड़से ने स्वीकार किया कि राष्ट्रीय स्तर पर ताप्ती के जल को लेकर तीन राज्यों के बीच ताप्ती विकास मंत्रालय / ताप्ती घाटी परियोजना / ताप्ती मंत्रालय एक सेतू का काम करेगा। बैतूल जिले के बाद सबसे अधिक जलगांव जिले में ताप्ती जी बहती है।
ताप्ती मेगा रिचार्ज का पूरा लाभ बुरहानपुर / खण्डवा / जलगांव जिले को मिलने वाला था। संकल्प समर्थन यात्रा से लौटे माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के मीडिया प्रभारी रविन्द्र मानकर ने बताया कि समिति के सदस्यों में शामिल श्री संजय राजू पाटनकर मुलताई , लीलाधर नारद मुलताई, रामकिशोर पंवार बैतूल, रविन्द्र मानकर ( मूल निवासी सावंगी आठनेर बैतूल) प्रीथमपुर धार , श्री किशोर साहू ( मूल निवासी बघोड़ा, प्रभात पटट्न बैतूल) गुरूग्राम हरियाणा ने भाग लिया। श्री साहू ने 21 मई 1018 को शिवधाम बारहलिंग से यात्रा को रवाना किया था। यात्रा को बुराहनपुर में हिन्दु महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सुगंधी एवं विश्व हिन्दू परिषद के ओम आजाद संग ताप्ती किनारे मठो के मठाधीशो ने भी अपनी ओर से केन्द्र एवं राज्य सरकार को समर्थन पत्र देने की बात कहीं। मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित श्री इच्छादेवी संस्थान की ओर से ट्रस्ट के उपाध्यक्ष ने भी  तीन मांगो के समर्थन में पीएमओ को अपना समर्थन पत्र भेजे जाने की बात कहीं।
जलगांव जिले में चोपड़ा तहसील के ताप्ती किनारे बसे श्री 1008 श्री दादा जी धुनीवाले दरबार सत्यप्रकाश गढ़ निमगव्हान दरबार की ओर से भी श्री आनंद महाराजा का समर्थन मिला। संकल्प - समर्थन यात्रा ताप्ती नदी के किनारे - किनारे प्रमुख शहरो एवं गांवो से गुजरी। जलगांव जिले में स्थित चांगदेव (मुक्ताई नगर तहसील) के पूर्णा एवं ताप्ती के संगम पर भी पहुंची। संगम स्थली से लोगो को समर्थन पाने के बाद यात्रा गुजरात के सूरत जिला मुख्यालय से 27 किमी दूर कामरेज तहसील मुख्यालय की ग्राम पंचायत डिग्गस एवं पंचायत में शामिल ग्राम मांझी की ओर से भी तीनो ने मांगो के समर्थन में पत्र भेजे जाने की बात कहीं गई। यात्रा  सूरत जिले के डिगस के करसन भाई, मलय भाई , दया भाई, जीतू भाई, रमेश भाई, सोम भाई, दीपक भाई, तथा ताप्ती जी पर अपनी अभिनव कृति लिखने वाले सूरत के पत्रकार / लेखक / माँ ताप्ती के भक्तअलेश भाई शुक्ला जी का भी समर्थन एवं सहयोग मिला।
ताप्ती संकल्प यात्रा को मिले अपार समर्थन एवं सहयोग के बाद माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश की ओर से विश्वास व्यक्तकिया गया कि विधानसभा / लोकसभा चुनाव के पहले - पहले ताप्ती विकास प्राधिकरण, ताप्ती घाटी परियोजना/ ताप्ती मंत्रालय का गठन हो जाएगा। यात्रा के दौरान सबसे चिंता जनक भयावह तस्वीर सामने आई वह कुछ इस प्रकार थी कि भाजपा शासित तीन राज्यो में सत्ता एवं संगठन के संरक्षण में रेत माफिया ने पुण्य सलिला सूर्यपुत्री ताप्ती को गहरा करके पूरी तरह से सुखा डाला। पर्याविद एवं ताप्ती से जुड़े रामकिशोर पंवार ने इस बात पर चिख्ंता जताई की अब ताप्ती पूरे देश में अपनी पहचान रेत के अवैध उत्खनन के चलते पूरी तरह सुख गई है। कहीं इसे भी देश की दुसरी (फाल्गु नदी) मृत नदी न समझा जाए। श्री पंवार ने सूरत तक ताप्ती नदी की काली रेत की बड़े पैमाने पर खुदाई एवं परीवहन पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत सरकार से नदी को पुर्नजीवित करने के लिए पूरी नदी में बैराजो श्री क्रमबद्ध श्रंखला बनाने की मांग की है। राज्यो के अपने - अपने हितो ने नदी को आज जल विहीन कर दिया है।

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