Pages

click new

Sunday, August 26, 2018

‘‘बाल यौन शोषण के विरूद्ध जागरूकता’’ हेतु जबलपुर पुलिस परिवार की महिलाओं एवं बच्चियो की पुलिस कन्ट्रोलरूम मे कार्यशाला आयोजित


Image may contain: 9 people, people smiling, people standing


TOC NEWS @ http://tocnews.org/
जिला ब्यूरो चीफ जबलपुर // प्रशांत वैश्य : 79990 57770
जबलपुर. पुलिस कन्ट्रोलरूम जबलपुर में  श्रीमति सुप्रिया सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं श्रीमति प्रज्ञा सिंह की अध्यक्षता, तथा श्रीमति शुभश्री के विशिष्ट आतिथ्य में पुलिस परिवार की महिलाअें एवं बच्चो के साथ ‘‘बाल यौन शोषण के विरूद्ध जागरूकता शिविर’’ का  आयोजन किया गया। जिसमे पुलिस परिवार के 18 वर्ष से कम आयु की बालिका तथा महिलायें बडी संख्या मे उपस्थित हुई।
पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय मे पदस्थ सहायक महानिरीक्षक सुश्री अंजूलता पटले ने कार्यक्रम का उद्देश्य  बताते हुये बताया कि अधिकतर यौन शोषण हमारे बीच के पारिवारिक सदस्यो, अति घनिष्ट व्यक्तियों, परिचितों, पडोसियों द्वारा किया जाता है, हमे एैसे लोगों से सर्तक एवं सवाधान रहना है, व अपनी बातों को अपने निकटतम परिजन को बतायें, ताकि बाल यौन शोषण के विरूद्ध समाज की मानसिकता को हम सब मिलकर बदल सके।
मुख्य अतिथि श्रीमति सुप्रिया सिंह ने कहा कि कोमल हृदय को झंझोरने वाले असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण करने के लिये प्रथम बैड टच में ही प्रतिरोध कर बालिकाये अपना बचाव कर सकती है  कार्यकम की अध्यक्ष श्रीमति प्रज्ञा सिंह ने बच्चों से कहा कि डर के आगे ही जीत है , पुलिस प्रशासन आपके साथ है, बच्चों बस हर शोषण का  आपको विरोध करना है।
‘‘बाल यौन शोषण के विरूद्ध जागरूकता’’ हेतु जबलपुर पुलिस परिवार की महिलाओं एवं बच्चियो की पुलिस कन्ट्रोलरूम मे कार्यशाला आयोजित 
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमति शुभश्री  ने सोशल मीडिया एवं सायबर क्राईम के बारे मे बतलाया तथा बच्चों के तार्किक प्रश्नों का उत्तर उक्त पैनल के द्वारा दिया गया।जब ममता ने पूछा कि यदि हमें कोई लडका सडक चलते छेडे तो हमें क्या करना चाहिये, पैनल ने कहा कि आप तत्काल चाईल्ड हैल्प लाईन नम्बर 1098 , महिला हैल्प लाईन 1090,  डायल 100, कोडरेड का उपयोग कर सकते है।
10 वर्षिय उत्तम ने पूछा कि स्कूलो में अपशब्द लिखे रहते है, जिन्हें पढ कर अच्छा नहीं लगता, हमारी बहने भी गर्दन नीचे कर लेती है, जिस पर पुलिस अधीक्षक श्री अमित सिंह (भा.पु.से.) ने कोडरेड प्रभारी उनि निकिता शुक्ला को जिला शिक्षा अधिकारी से समन्वय स्थापित कर इन गलत संदेशों को शीघ्र साफ कर स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण स्कूलो मे स्थापित करने हेतु निर्देशित किया।
6 वर्षिय छोटी सी मासूम बच्ची ने पूछा चोर से क्यो डरते है , पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने कहा कि चोर डरपोक होता है इसलिये रात में छिपकर आता है, आपको चोर से डरना नहीं है ।
लैंगिक अपराधों से बालकों का सरंक्षण अधिनियम के कानूनी प्रावधानों की जानकारी  मान्नीय उच्च न्यायालय की अधिवक्ता प्रियंका मिश्रा द्वारा दी गयी एवं ललिता सोनवाने काउंस्लर चाईल्ड हैल्प लाईन  द्वारा चाईल्ड हैल्पलाईन 1098  किस प्रकार कार्य करता है उसकी उपयोगिता के बारे मे बताया।  डॉ. श्रद्धा तिवारी मनोचिकित्सक मेडिकल कालेज  ने यौन शोषण से पीडित बच्चो के व्यवहार परिवर्तन एवं उनके लक्षणों बारे मे विस्तार से जानकारी दी एवं बताया कि एैसे बच्चों से परिवारजनों किस प्रकार व्यवहार करना चाहिये ताकि अपनी समस्या मुखर रूप से बता सकें।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री अमित सिंह (भा.पु.से.) ने पुलिस परिवार के बच्चों एवं महिलाओं को आश्वस्त किया कि आपके साथ यदि कोई अशोभनीय व्यवहार करता है, शराब पीकर उपद्रव करता है,  आप मुझे बेहिचक सूचित कर सकते है, आपकी यह बात सर्वथा गोपनीय रखी जायेगी, तथा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
महिला बाल विकास के अधिकारी अखिलेश मिश्रा एवं मनीष त्रिपाठी द्वारा लाडो अभियान एवं सामेकित बाल संरक्षण योजना के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गयी। बच्चों को कोमल एंव सत्यमेव जयते, फिल्म का प्रदर्शन कर उन्हें गुड टच एवं बैड टच के प्रति संवेदनशील बनाया गया।
लाडो अभियान की ब्राण्ड एम्बेस्डर इशिता विश्वकर्मा द्वारा ‘‘मुझे क्या बेचेगा रूपईया,’’ एवं संम्भवी पाण्डया एवं उनकी टीम द्वारा ‘‘ओ री चिरईया ’’ गीत का प्रस्तुतीकरण किया गया। श्रेया खण्डेलवाल एवं उन्नति तिवारी ने आपसी संवाद स्थापित कर बडी रोचक शैली मे सारगर्भित रूप से बैड टच के खिलाफ आवाज उठाने के तरीके अपनी हम उम्र संगिनियों को बताया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन थाना प्रभारी मदनमहल श्रीमति प्रीति तिवारी द्वारा किया गया।
कार्यकम की रूप रेखा तैयार कर कार्यक्रम से सम्बंधित विभागों से समन्वय स्थापित करने मे अति. पुलिस अधीक्षक शहर पश्चिम श्री राजेश कुमार त्रिपाठी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

No comments:

Post a Comment