केवलारी, भाई बहनों का सबसे पावन त्योहार जिसका हर भाई बहन को बेसब्री से इंतजार होता है,शादी शुदा बहनों के लिए तो इस त्योहार का महत्व ज्यादा है क्योंकि उन्हें उनके भाई ससुराल से लिवाने आते हैं औऱ मायके में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध कर उनसे रक्षा का वचन लेती हैं,केवलारी के करीब ही मालारी के रहने वाले दिनेश यादव की दोनों बड़ी बहनें भी अपने दोनों भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बाँधने अपने मायके पहुँची थीं दिनेश यादव उम्र लगभग 20 साल जो केवलारी में मोटर मैकेनिक का काम करता है उसे भी इस दिन का इंतजार था जो रोज की तरह ही घर से शनिवार की सुबह काम पर निकला था जो देर रार तक घर नहीं पहुंचा घर के सदस्यों ने सोचा कि देर से लौटे पर इंतजार में सारी रात ही निकल गयी बहनों को भी चिंता थी क्योंकि सुबह ही त्योहार और भाई की कोई खबर ही नहीं,लेकिन बहनों को क्या पता था कि अबकी बरस उनका रक्षाबंधन ऐसा आएगा कि ठीक इसी दिन उनके सबसे छोटे भाई की बेजान कलाई पर उन्हें राखी बाँधनी होगी,सुबह जब दिनेश को अपने घर के पास मेन रोड के किनारे गांव के लोगों ने मृत पड़ा देखा तो सभी स्तब्ध रह गए। गांव के लोगों ने तत्काल दिनेश के परिजनों को बताया वह भी तुरंत भागते घटनास्थल में पहुंचे वहां देखा तो परिजनों का दिल छलनी हो गया दिनेश का एक पैर उसका पंजे के ऊपर से पूरी तरह टूटा हुआ था,एकत्रित ग्रामीणों ने तत्काल केवलारी पुलिस व् 108 में भी खबर किया जहाँ मृतक दिनेश को तत्काल केवलारी अस्पताल ले जाया गया, परिजनों का कहना है कि उन्हें दिनेश की हत्त्या की आशंका है , जो पुलिस प्रशासन से मृतक दिनेश की घटना की उच्चस्तरीय जांच चाहते हैं,जिससे उसकी हत्त्या हुई है या दुर्घटना मामला उजागर हो सके,केवलारी पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सोपा, जहाँ मृतक दिनेश के परिजनों ने दोपहर बाद अंतिम संस्कार किया।लेकिन उन बहनों का रो रो कर बुरा हाल है जो अपने भाई की सूनी कलाई को सजाने बडे प्यार से राखियां लेकर ससुराल से मायके आईं थीं।
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Sunday, August 26, 2018
केवलारी, भाई बहनों का सबसे पावन त्योहार जिसका हर भाई बहन को बेसब्री से इंतजार होता है,शादी शुदा बहनों के लिए तो इस त्योहार का महत्व ज्यादा है क्योंकि उन्हें उनके भाई ससुराल से लिवाने आते हैं औऱ मायके में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध कर उनसे रक्षा का वचन लेती हैं,केवलारी के करीब ही मालारी के रहने वाले दिनेश यादव की दोनों बड़ी बहनें भी अपने दोनों भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बाँधने अपने मायके पहुँची थीं दिनेश यादव उम्र लगभग 20 साल जो केवलारी में मोटर मैकेनिक का काम करता है उसे भी इस दिन का इंतजार था जो रोज की तरह ही घर से शनिवार की सुबह काम पर निकला था जो देर रार तक घर नहीं पहुंचा घर के सदस्यों ने सोचा कि देर से लौटे पर इंतजार में सारी रात ही निकल गयी बहनों को भी चिंता थी क्योंकि सुबह ही त्योहार और भाई की कोई खबर ही नहीं,लेकिन बहनों को क्या पता था कि अबकी बरस उनका रक्षाबंधन ऐसा आएगा कि ठीक इसी दिन उनके सबसे छोटे भाई की बेजान कलाई पर उन्हें राखी बाँधनी होगी,सुबह जब दिनेश को अपने घर के पास मेन रोड के किनारे गांव के लोगों ने मृत पड़ा देखा तो सभी स्तब्ध रह गए। गांव के लोगों ने तत्काल दिनेश के परिजनों को बताया वह भी तुरंत भागते घटनास्थल में पहुंचे वहां देखा तो परिजनों का दिल छलनी हो गया दिनेश का एक पैर उसका पंजे के ऊपर से पूरी तरह टूटा हुआ था,एकत्रित ग्रामीणों ने तत्काल केवलारी पुलिस व् 108 में भी खबर किया जहाँ मृतक दिनेश को तत्काल केवलारी अस्पताल ले जाया गया, परिजनों का कहना है कि उन्हें दिनेश की हत्त्या की आशंका है , जो पुलिस प्रशासन से मृतक दिनेश की घटना की उच्चस्तरीय जांच चाहते हैं,जिससे उसकी हत्त्या हुई है या दुर्घटना मामला उजागर हो सके,केवलारी पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सोपा, जहाँ मृतक दिनेश के परिजनों ने दोपहर बाद अंतिम संस्कार किया।लेकिन उन बहनों का रो रो कर बुरा हाल है जो अपने भाई की सूनी कलाई को सजाने बडे प्यार से राखियां लेकर ससुराल से मायके आईं थीं।
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