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Thursday, August 2, 2018

बालाघाट. : अमानक स्तर का चांवल प्रदाय करने का सिलसिला अभी भी जारी, प्रशासन आखिर चुप क्यों

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TOC NEWS @ www.tocnews.org
⧫ बालाघाट से आनंद ताम्रकार की रिपोर्ट : 9303939567

बालाघाट. जिले में कस्टम मिंलिंग के माध्यम से नागरिक आपूर्ति निगम को राईस मिलर्स द्वारा अमानक स्तर का चांवल प्रदाय करने का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। अभी हाल ही में बैहर तथा बालाघाट में गोदामों का निरीक्षण किये जाने पर 5 करोड रूपये का अमानक स्तर का चांवल अमान्य कर दिया गया है। जिसे अपग्रेड कर मान्य स्तर चांवल प्रदाय करने के निर्देश दिये गये है।

11 जुलाई को बालाघाट के गर्रा स्थित सी डब्ल्यू सी के गोदाम में भण्डारित किये गये चंावल का निरीक्षण भारतीय खादय निगम के गुणवत्ता नियंत्रक श्री सोंलकी ने किया। निरीक्षण के दौरान भण्डारित किये गये चंावल की बोरियों में बेग टू बेग चेक किये जाने पर गुणवत्ता में भिन्नता पाये जाने पर प्रदाय किये गये चांवल के बोरे बी आर एल (अमान्य) कर दिये गये।

जांच रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है की रिजेक्ट किये गये चांवल स्टाक को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ बदलवायें तथा जब तक रिप्लेसमेंट कार्य पूर्ण नही हो जाता तब तक संबंधित मिलर्स से नवीन चांवल की मात्रा स्वीकार नही की जाये। यह भी निर्देशित किया गया है की खाघन्न प्रदाय प्रेषण में प्रथम आवक प्रथम जावक के नियम का अनिवार्य रूप से पालन किया जाये। 

जिन मिलर्स के चांवल का लाट बी आर एल किया गया है उनमें अंजली राईस मिल 3240 बोरे, नैना राईस इंडस्टीज 3240 बोरे, तिरूपति राईस इंडस्टीज 3240, हर्ष राईस इंडस्टीज 3240 बोरे अमान्य कर दिये गये है। इस तारतम्य में बैहर स्थित एस डब्ल्यू सी के गोदाम में भण्डारित चांवल के स्टाक का गुणवत्ता नियंत्रक श्री सोंलकी द्वारा निरक्षण किये जाने पर वहां भण्डारित चांवल में बेग टू बेग गुणवत्ता में भिन्नता पाई गई चांवल के बोरे जीवित कीटों से ग्रस्त पाया गया जिसकी तत्काल धुमरीकरण खाघन्न को कीट मुक्त कर पून सुरक्षित भण्डारित करें। गोदाम नंबर 1 की छत फुटी हुई है जहां से वर्षा का पानी चांवल के स्टाक पर गिरने से स्टाक की छतिगस्त होने की संभावना है। 

निरीक्षण के दौरान गोदामों में तिरपाल अत्याधिक मात्रा में बिखरी पाई गई। निरीक्षण टीप में यह उल्लेखित किया गया है की चंावल स्टाक सफाई उपरांत नियमानुसार भण्डारित किया जाये  जिन बोरों में जाले पाये गये हैं उनका वैज्ञानिक ढंग से रखरखाव किया जाये। अमान्य किये गये चांवल के स्टाक को संबंधित मिलर्स से प्राथमिकता के आधार पर अपग्रेड कराया जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये की अमान्य किये गये चांवल के स्टाक को प्रदाय प्रेषण नही किया जाये तथा प्रथम आवक एवं प्रथम जावक के सिद्धांत का पालन किया जाये।

जिन राईस मिलों के चांवल के बोरे अमान्य किये गये है उनमें लक्ष्मी राईस मिल 3240, शताक्षी इंडस्टीज 3240, जैसवाल राईस मिल 1080, गुरूदेव राईस मिल 3240, योगेश राईस मिल 3240, लक्ष्मी राईस मिल 3240, अम्बिका राईस मिल 1080, बजरंग राईस मिल 1620, चैतन्य प्रसाद अग्रवाल 6480, बजरंग राईस मिल 3240, गुरूदेव राईस मिल 3240।

इस प्रकार बैहर में 32940 बोरे तथा बालाघाट 12960 बोरे कुल 45900 बोरे चांवल अमानक पाया गया है जिसकी कीमत 4 करोड 83 लाख रूपये लगभग बताई गई है।

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