एयरक्राफ़्ट आईएनएस विराट के पूर्व कमांडिंग ऑफिसर ने इस आरोप को सिरे से ख़ारिज कर दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस युद्धपोत का इस्तेमाल निजी टैक्सी के तौर पर किया था.
रिटायर्ड वाइस एडमिरल विनोद पसरिचा दिसंबर 1987 में विराट के कमांडिंग ऑफिसर थे, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इसकी सवारी की थी. वाइस एडमिरल पसरिचा ने इस बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया है कि राजीव गांधी ने अपने दोस्तों और इतालवी सास के लिए इसका निजी इस्तेमाल किया था.
विनोद पसरिचा का कहना है, ''राजीव गांधी तब सरकारी काम से लक्षद्वीप गए थे. आईलैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की एक बैठक थी और राजीव गांधी इसी में शामिल होने पहुंचे थे. राजीव गांधी कोई फैमिली ट्रिप पर नहीं आए थे. राजीव गांधी के साथ उनकी पत्नी सोनिया गांधी, बेटे राहुल गांधी और आईएएस अधिकारी थे.'' पसरिचा ने ये बातें भारतीय न्यूज़ चैनलों से कही है.
पसरिचा ने इस बात से इनकार किया है कि युद्धपोत में राजीव गांधी के साथ अमिताभ बच्चन और सोनिया गांधी के माता-पिता थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर इस युद्धपोत का निजी टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था.
मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक चुनावी रैली में यह भी दावा किया था कि इसमें राजीव गांधी के साथ उनकी सास और अमिताभ बच्चन भी थे. पसरिचा ने कहा कि राजीव गांधी के अलावा सोनिया, राहुल और दो आईएएस अधिकारी थे. उन्होंने सेना के राजनीतीकरण करने को दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया.
पसरिचा ने कहा है, ''हमलोग त्रिवेंद्रम से चले थे. तब कई द्वीपों पर राजीव गांधी बैठकों के लिए गए थे. राजीव गांधी ने तीन द्वीपों का दौरा हेलिकॉप्टर से किया था.'' एडमिरल एल रामदास वेस्टर्न फ्लीट के कमांडर इन-चीफ़ थे और तब वो राजीव गांधी के साथ थे. एडमिरल रामदास का भी कहना है कि राजीव गांधी ने विराट का इस्तेमाल सरकारी दौरे के लिए किया था न कि फैमिली ट्रिप के लिए.
एडमिरल रामदास ने पूरे विवाद पर एनडीटीवी से कहा, ''नौसेना सैर करने के लिए नहीं बनी है और न हम ऐसा करते हैं. हमारी आदत है कि जो भी अतिथि के तौर पर आता है उसका ठीक से देखभाल करते हैं. हमारे प्रधानमंत्री लक्षद्वीप में आईलैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी की बैठक के लिए आए थे. हमारे वेस्टर्न फ्लीट उस इलाक़े में तो पहले से थी ही. जब विक्रमदित्य आया तो अभी के प्रधानमंत्री गए थे.
इनके साथ कई लोग थे. राजीव गांधी का दौरा भी सरकारी था. हमलोग लड्डू-पेड़ा बाँटने नहीं गए थे. ये तो सेना की बदनामी कर रहे हैं. ये युद्धपोत को टैक्सी की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहे हैं. मुझे तो लग रहा है कि अभी ही इस्तेमाल किया जा रहा है. हमने राजीव गांधी को त्रिवेंद्रम से साथ लिया था और उन्होंने चार से पाँच द्वीपों का दौरा किया था.''
मोदी के इस आरोप की कांग्रेस ने भी आलोचना की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने कहा, ''आपने इंडियन एयर फ़ोर्स के जेट को अपनी टैक्सी बना लिया है. इलेक्शन ट्रिप के लिए आप इंडियन एयर फ़ोर्स के जेट को 744 रुपए देकर इस्तेमाल कर रहे हैं. आप अपने पापों से डरिए न कि दूसरों पर उंगली उठाइए.''
नरेंद्र मोदी ने 21 नवंबर 2013 को प्रकाशित इंडिया टुडे की ख़बर का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि क्या कोई कभी ये कल्पना कर सकता है कि भारतीय सैन्य बलों का प्रमुख युद्धपोत को निजी छुट्टियों के लिए टैक्सी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है?
विमान वाहक आईएनएस विराट को भारतीय नौसेना में 1987 में सेवा में लिया गया था. करीब 30 वर्ष तक सेवा में रहने के बाद 2016 में इसे सेवा से अलग किया गया.
मोदी ने जिस ख़बर का हवाला दिया है उसके मुताबिक ये द्वीप लक्षद्वीप के 36 द्वीपों में से एक है और इसका नाम है बंगाराम. यह द्वीप पूरी तरह निर्जन है और तकरीबन आधा वर्गकिलोमीटर इलाके में फैला है.
news by : bbc
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