जनसंपर्क संचालक ओम प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में "मेरी मर्जी" पर हंगामा, पत्रकारों का गुस्सा फूटा, वार्ता कक्ष नारों से गूंजा, देखें वीडियो खबर
जनसंपर्क संचालक ओम प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में "मेरी मर्जी" पर हंगामा, पत्रकारों का गुस्सा फूटा, वार्ता कक्ष नारों से गूंजा, देखें वीडियो खबर
जनसंपर्क संचालक श्रीवास्तव के विज्ञापन नीति पर हमारी मर्जी हम जिसे चाहे उसे देंगे बोलते ही पत्रकारों का गुस्सा फूटा, जनसंपर्क की तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी
भोपाल। आज जनसंपर्क में पत्रकार वार्ता के बीच में ही जनसंपर्क डायरेक्टर द्वारा मनमाने तरीके से पत्रकारों को विज्ञापन न देने व कई नीतियों के विरोध में पत्रकार वार्ता का बीच में ही विरोध कर हंगामा किया और जमकर नारेबाजी की साथ ही आयोजित कार्यक्रम में लंच डिनर का भी विरोध करते हुए बिना चाय नाश्ता किए सभी पत्रकार नारेबाजी करते हुए बाहर निकल आए.
भोपाल : जनसम्पर्क संचालनालय द्वारा नियमित विज्ञापन सूची के समाचार-पत्रों की प्रसार संख्या के सत्यापन और वार्षिक पुनरीक्षण के संबंध में आज संचालक जनसम्पर्क ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा की। ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने पत्रकार संगठनों को आश्वस्त किया कि जिलों से समाचार-पत्रों की प्रसार संख्या के सत्यापन की जानकारी प्राप्त होने पर विज्ञापन की प्रक्रिया सतत् जारी रहेगी। जिलों से शीघ्र जानकारी भेजने के लिये कहा गया है।
समाचार-पत्रों की प्रसार संख्या के सत्यापन और पुनरीक्षण पर पत्रकार संगठनों से हुई चर्चा
संचालक जनसम्पर्क श्रीवास्तव ने बताया कि प्रसार संख्या सत्यापन की कार्यवाही शासन की विज्ञापन नीति एवं नियमों के अनुसार ही है। जिलों में जो समिति गठित की गई है, वह समाचार पत्रों की प्रसार संख्या के सत्यापन के लिये है। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि दैनिक समाचार-पत्रों के जिन प्रकाशकों/सम्पादकों ने अभी तक वार्षिक पुनरीक्षण संबंधी प्रपत्र की पूर्ति नहीं की है, वे जिला जनसम्पर्क कार्यालय के अलावा जनसम्पर्क संचालनालय भोपाल के संबंधित प्रकोष्ठ में भी कार्यालयीन समय में सीधे जमा करा सकते हैं। इस अवसर पर पत्रकार संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव दिये।
जनसंपर्क संचालक की तानाशाही जबाब पर पत्रकारों ने विरोध जताया
पत्रकारों के सुझाव चल ही रहे थे और संचालक महोदय पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे. इस चर्चा में पत्रकार संगठन "ऑल इंडिया स्माल न्यूज़ पेपर्स एसोसिएशन" ( आइसना ) के प्रदेश अध्यक्ष विनय जी डेविड ने जनसंपर्क संचालक ओपी श्रीवास्तव जी से विज्ञापन नीति और जारी होने वाले विज्ञापन की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए जानना चाहा कि क्या प्रतिदिन विज्ञापन आदेश जो जारी किए जाते हैं उनकी विधिवत जानकारी जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर प्रतिदिन जारी की जाएगी इस पर संचालक श्रीवास्तव जी ने कहा कि हम शीघ्र ही सभी जारी होने वाले विज्ञापनों की सूची जनसंपर्क की साइट पर उपलब्ध कराएंगे.
वह अन्य पत्रकारों के प्रश्न पर संचालक से पूछा गया कि क्या वह सभी समाचार पत्र पत्रिका को बराबर से विज्ञापन जारी करेंगे तो संचालक का कहना रहा कि हमारी मर्जी, जिसे चाहेंगे उसे विज्ञापन देंगे जिसे नहीं चाहेंगे उसे विज्ञापन नहीं देंगे इस बात को लेकर पत्रकारों ने गुस्सा फूट पड़ा और पत्रकारों ने प्रेस वार्ता कक्ष में ही जनसंपर्क विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, पत्रकारों ने विरोध में नारे लगाये "जनसंपर्क तेरी तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी" "होश में आओ होश में आओ" "छोटे समाचार पत्रों के साथ अन्याय बंद करो बंद करो" " नहीं चलेगी नहीं चलेगी तानाशाही नहीं चलेगी" नारे लगाते हुए पत्रकारों ने बैठक का विरोध करते हुए कक्ष से बाहर चले गए और जनसंपर्क विभाग द्वारा हमेशा की तरह दिए जाने वाला चाय नाश्ता का भी बायकाट कर दिया किसी भी पत्रकार ने नाश्ता चाय नहीं किया।
अब पत्रकार संगठनों द्वारा आगामी 5 तारीख को पूरे प्रदेश भर के पत्रकारों का विशाल धरना प्रदर्शन होना तय हुआ, जो अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भोपाल जनसंपर्क कार्यालय के सामने एकत्रित होकर सरकार की और जनसंपर्क विभाग की तानाशाही नीति का विरोध करेंगे।
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