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Saturday, August 1, 2020

जमीन घोटाला : सगौना ग्राम के जमीनी विवाद की, गुथ्थी सुलझाने अनुविभागीय अधिकारी, एसडीओपी ने सम्हाली कमान

जमीन घोटाला : सगौना ग्राम के जमीनी विवाद की, गुथ्थी सुलझाने अनुविभागीय अधिकारी, एसडीओपी ने सम्हाली कमान 



TOC NEWS @ www.tocnews.org
ब्यूरो चीफ ढीमरखेड़ा, जिला कटनी // रमेश कुमार पांडे : 6264045369

15 दिनों के भीतर समस्या का निराकरण करने अधिकारियों ने कही बात, शुक्रवार को आत्मदाह करने से रुके ग्रामीण

कटनी जिला - ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के सगौना गांव में  सरकारी जमीन का कब्जा हटाने और टीआई को लाइन से वापस  ढीमरखेड़ा बुलाने की मांग पर आत्मदाह किये जाने की बात को लेकर अड़े रहे सैकड़ों से अधिक ग्रामीणों को समस्या का समाधान करने और उन्हें मनाने के लिए ढीमरखेड़ा एसडीएम सपना त्रिपाठी, एसडीओपी प्रमोद सारस्वत दल बल के साथ सगौना गांव मौके पर पहुँचे।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं को सुना है। 15 दिनों के भीतर मामले की जांच कराते हुए ग्रामीणों की समस्या को दूर करने का आश्वाशन दिया है। बता दे ग्रामीणों ने अधिकारियों की बात मान लिया, लेकिन 15 दिनों के भीतर सरकारी जमीन से कब्जा न हटने और टीआई एन के पांडेय के ढीमरखेड़ा थाना में वापस नही आने पर आत्मदाह करने की बात कही है। 
गांव के पूर्व उपसरपंच बहादुर सिंह मरकाम ने अधिकारियों को बताया कि सगौना गांव की जिस 35 एकड़ की सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया है।1989 तक राजस्व विभाग से प्राप्त रिकार्ड में वह जमीन सरकारी है। जो गोठान, चरनोई, घास व अन्य मद की भूमि है। 1990 में बंदोबस्त के दौरान तत्कालीन पटवारी, आरआई, तहसीलदार व राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उक्त जमीन के चार भूस्वामी बन गए। जबकि तत्कालीन सरकार ने 1985 से 1990 तक बंदोबस्त पर रोक लगाई थी। 
2008 में सभी ने दिल्ली की सुनीता गुप्ता को उक्त भूमि बेच दिया।वहीं चंद्रभान यादव ने अधिकारियों को बताया कि एक साल पहले सुनीता गुप्ता ने उक्त जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कराया। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो सुनीता मिश्रा के कर्मचारी प्रभात पांडेय, आलम भाईजान, श्रीकांत बड़गैया सहित अन्य लोगों ने गांव के लोगों के साथ मारपीट किया। बीच में बंदूक कट्टा लेकर डराते धमकाते रहे। ढीमरखेड़ा थाना में इसकी शिकायत की गई। 
जांच कर रहे टीआई एन के पांडेय को प्रभात पांडेय ने खरीदने की कोशिश की गई, लेकिन टीआई बिक नही पाए। टीआई के खिलाफ कार्रवाई का षड्यंत्र रचकर ऑडियो वायरल किया गया। जिसके बाद जिले के एसपी ललित शाक्यवार ने टीआई एन के पांडेय को लाइन हाजिर कर दिया। अगर उन्हें पुनः वापस नही किया जाता हैं तो हम  ग्राम के लोग आत्मदाह कर लेंगे। इस दौरान प्रभारी तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे ,नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा, एसआई सीताराम बागरी, आरआई राकेश पांडेय, मोहनलाल साहू, सचिव मनीषा महोबिया सहित राजस्व व पुलिस का अमला तैनात रहा है।

इनका कहना है- 

एसएलआर के नेतृत्व में जिला स्तरीय एक जांच टीम बनाई जाएगी।  जो जमीन विवाद संबंधी मामले की जांच करेंगी।जो जमीन सरकारी है सरकारी रहेगी। ग्रामीणों को आत्मदाह न करने का आश्वासन दिया गया है।
 सपना त्रिपाठी, एसडीएम ढीमरखेड़ा
ढीमरखेड़ा टीआई को लाइन हाजिर करने के बाद वायरल हुई ऑडिओ की जांच मेरे द्वारा की जा रही है। एसपी ने इसकी जांच के लिए मुझे बोला है। मामले की जांच जारी है।
प्रमोद सारस्वत, एसडीओपी

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