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Friday, May 28, 2021

कथित महिला कशिश नवलानी अवधेश भार्गव की रखैल ने पत्रकार पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमा, पुलिस ने जांच कर जालसाज का किया पर्दाफाश, रासुका की कार्यवाही की हो रही मांग

 

कथित महिला कशिश नवलानी अवधेश भार्गव की रखैल ने पत्रकार पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमा, पुलिस ने जांच कर जालसाज का किया पर्दाफाश, रासुका की कार्यवाही की हो रही मांग

कथित महिला कशिश नवलानी अवधेश भार्गव की रखैल ने पत्रकार पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमा, पुलिस ने जांच कर जालसाज का किया पर्दाफाश, रासुका की कार्यवाही की हो रही मांग

*यह पहली कड़ी ( कशिश फर्जी एफआईआर FIR कांड पार्ट 01 ) अभी औऱ भी है खुलासे इस स्टोरी का अगली कड़ी क्रमशः..*

*पत्रकार अनूप सक्सेना पर महिला से छेड़छाड़ का झूठा प्रकरण लगवाने के मुख्य सूत्रधार अवधेश भार्गव*

*अगली खबर का करें इंतज़ार ( आइशा कौन थी जिसका बलात्कार करने की कोशिश की, अवधेश भार्गव की हुईं ठुकाई किया बलात्कारी को खुनम खून... जल्द प्रस्तुत*

TOC NEWS INDIA // 9893221036

भोपाल। सोशल मीडिया के जरिये राजगढ़ जिले के जुझारू पत्रकार अनूप सक्सेना को ब्लैक मेलर बताने वाले अवधेश भार्गव जैसे धूर्तो की करतूतों का खुलासा उस समय हुआ जब आवेदिका श्रीमती संगीता सक्सेना के आवेदन पर पुलिस उप महानिरीक्षक भोपाल रेंज ने मामले की जांच नगर पुलिस अधीक्षक गोविंदपुरा को करने के निर्देश दिए। जब नगर पुलिस अधीक्षक गोविंदपुरा ने मामले की जांच की तो पता चला कि अनूप सक्सेना पर लगा छेड़छाड़ का आरोप पूरी तरह फ़र्ज़ी है और इसके सूत्रधार अवधेश भार्गव हैं।

[caption id="attachment_33851" align="alignnone" width="300"] कथित महिला कशिश नवलानी अवधेश भार्गव की रखैल ने पत्रकार पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमा[/caption]

नगर पुलिस अधीक्षक गोविंदपुरा ने पुलिस उप महानिरिक्षक को प्रेषित अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि " तथ्यों के संबंध में मेरे द्वारा आवेदिका संगीता सक्सेना व प्रकरण से सम्बंधित फरियादिया श्रीमती कशिश नवलानी पत्नी सतीश नवलानी, प्रकरण के साक्षी गौरव पिता समतेराज, बलराम पिता कन्हैया, अन्य साक्षी गोलू रावत पिता काशीराम, सतीश नवलानी को तलब कर पूछताछ कर कथन लिए गए हैं  तथा घटना के सम्बन्ध में  वास्तविक स्थिति स्पष्ट करते हुए सीएसपी एम पी नगर श्री अरविन्द खरे, थाना प्रभारी अशोका गार्डन श्री रुपेश दुबे व प्रकरण के विवेचक उप निरीक्षक आर सी जर्या से लिखित में स्पष्टीकरण प्राप्त किया गया तथा जांच के दौरान पाये गए तथ्यों एवं आये नामो के आधार पर कशिश, अवधेश भार्गव के मोबाईल नंबरों की काल डिटेल प्राप्त की गयी, जो जांच में संलग्न है।"

नगर पुलिस अधीक्षक गोविंदपुरा ने अपने चार पृष्ठ की रिपोर्ट में आगे लिखा है कि " प्रकरण की फरयादिया कशिश नवलानी ने अपने कथन में बताया है कि इसका इसके पति से तलाक़ का केस भोपाल कोर्ट में चल रहा है , वही अवधेश भार्गव से मिली और इसके कहने पर इसने घटना दिनांक 27.12.13 को अनूप सक्सेना नाम के व्यक्ति के विरुद्ध झूठी छेड़छाड़ की शिकायत थाना अशोक गार्डन में व सीएसपी आफिस एम पी नगर एवं एस पी आफिस में की थी , जिस पर झूठा छेड़छाड़ का अपराध अनूप सक्सेना के विरुद्ध दर्ज कराया है। यह अनूप सक्सेना को कभी नहीं मिली है और न ही जानती पहचानती है। अनूप सक्सेना द्वारा इसके साथ घटना दिनांक को कोई छेड़छाड़ नहीं की है। 

प्रकरण के मुख्य गवाह गौरव पिता समतेराज, बलराम पिता कन्हैया एवं गोलू रावत ने भी एक दूसरे के कथनों की ताईद करते हुए बताया है कि घटना दिनांक को अवधेश भार्गव के कहने पर व उनके द्वारा लालच व नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिए जाने के कारण इन्होंने पुलिस के सामने झूटी गवाही दी थी, इनके सामने घटना दिनांक 27.12.14 को घटना स्थल साक्षी इंटरप्राइजेस के सामने अशोक गार्डन में ऐसी कोई छेड़छाड़ जैसी घटना किसी के साथ नही हुई थी, यह किसी कशिश व अनूप सक्सेना नाम के व्यक्ति को जानते पहचानते नहीं है।"

नगर  पुलिस अधीक्षक गोविंदपुरा की सनसनी खेज़ इस  रिपोर्ट  से स्पष्ट है  कि किस प्रकार से ईमानदार पत्रकारों को दुष्ट और जालसाज़ लोगों के कारण झूठे मुक़दमों से दो -चार होना पड़ता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और पुलिस महानिदिशक श्री सुरेन्द्र सिंह को चाहिए कि अवधेश भार्गव जैसे चीटरों की पृष्ठभूमि की जांच कराकर समाज के सामने बे नक़ाब करें जिससे फिर कोई अनूप सक्सेना जैसा निर्दोष पत्रकार फिर कभी झूठे मामले में ना फंस सके. इसी तरीके से षडयंत्र कारी जालसाज अवधेश भार्गव कईं पत्रकारों को फंसा चुका है फ्रॉड करने के इसके सैकड़ो कहानी है । इसके सभी मामले एकत्रित करके प्रशासन को रासुका की कार्यवाही करना चाहिए। पुलिस द्वारा की गई जांच रिपोर्ट की हम जल्द जनता के सामने पेश करेंगे जिससे इनकी काली करतूतें का और जनता ठीक से जान चुकी थी।

विशेष आग्रह : इस फ़र्जी प्रकरण मामले से जुड़े तथ्य एवं जालसाज अवैध भार्गव के कारनामें की कोई और जानकारी हो तो आप 9893221036 वाट्स एप नम्बर पर भेज सकते हैं। इस खबर को सभी पत्रकार साथी कॉपी करके रख ले पत्रकारों पर फिर ऐशे मुकदमे दर्ज न हो इस खबर को जनहित में शेयर करें जागरूकता फैलाये ताकि इस षड्यंत्रकारी हरामखोर से लोग सतर्क रहे।
अभी औऱ भी है खुलासे इस स्टोरी का अगली कड़ी, (स्रोत्र : पुलिस फ़ाइल से ) क्रमशः..

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