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Tuesday, October 18, 2022

कलमकारों की निष्पक्षता व स्वतंत्रता पर आंच नहीं आने दूंगी – आरती त्रिपाठी


कलमकारों की निष्पक्षता व स्वतंत्रता पर आंच नहीं आने दूंगी – आरती त्रिपाठी

नई दिल्ली। पिछले दिनों प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की शाखा गुजरानवाला टाउन के सभागार में एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ।

उसी अवसर पर दिल्ली के कई पत्रकार संगठन जिसमें आइसना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवशंकर त्रिपाठी, आई.एफ.डब्लू.जे., इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के महासचिव परमानंद पांडे, भारतीय मीडिया कल्याण संघ के अध्यक्ष राजीव निशाना, डीडी न्यूज़ के संपादक मनीष बाजपेयी, भारतीय महिला प्रेस कॉर्प्स नई दिल्ली की अध्यक्ष शोभना जैन, निस्कोर्ट मीडिया गाजियाबाद की प्रधानाचार्या प्रो. रितु दुबे तिवारी, डीयू पत्रकारिता विद्यालय के निदेशक प्रो. जे पी दुबे सहित कार्यक्रम के आयोजक एवं ब्रह्माकुमारी संस्था के दिल्ली और यूपी, रूस व अन्य देश में सेवाकेन्द्रों की निर्देशिका राजयोगिनी बीके चक्रधारी आदि भव्य कार्यक्रम के प्रतिभागी बने।

कार्यक्रम में आइसना की राष्ट्रीय महासचिव आरती त्रिपाठी ने अपनी मंचीय भाषण में कहा कि यह विश्वविद्यालय संगठन विश्व का आडंबर रहित संगठन है इसके संस्थापक ब्रम्हा बाबा ने शिव बाबा की प्रेरणा से भारत देश के सभी प्रदेशों व उनके अधिकांश जनपदों मे 75000 से अधिक विश्वविद्यालय की शाखाएं स्थापित की हैं और लगभग 140 देशों में शाखाएं सेवारत हैं। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य विश्व को एकजुट करके पुनः रामराज्य स्थापित करना है। करोड़ों की संख्या मे भाई व बहनें इस पुण्य कार्य को सफल बनाने मे निरंतर सेवारत हैं।

भारत देश में विशेष रूप से हम सब पर मानसिक तनाव दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, इस तनाव को कम व दूर आप सभी पत्रकारों की निष्पक्ष, स्वतंत्र, निर्भीक कलम कर सकती है। आप अपनी कलम की शक्ति को पहचानें, आपकी कलम से ही सरकारें बनती व बिगड़ती हैं। यह वही कलम है जिसने महान भारत देश को अंग्रेज़ों से आज़ाद कराने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, कुर्बानी दी व जेल गये और प्रताड़ना सही है और जीवनदान देकर देश को आज़ाद कराने मे अहम भूमिका निभाई है। इस कुर्बानी को नकारा नही जा सकता है।

आज निरंकुश शासन व प्रशासन को भी इस कलम के द्वारा ठीक किया जा सकता है। उस समय देश साधनविहीन था। आज़ादी के दिवाने पत्रकार आज़ादी के लिए रातभर जागकर, हाथ से कलम चलाकर समाचारपत्र तैयार करते थे व सुबह हाथ से लिखे समाचारपत्र को झोले में भरकर जन-जन तक पहुंचाने के लिए गांव-गांव पैदल चलकर आज़ादी की ज्योत जलाते थे और संघर्ष के लिए लोगों को प्रेरित करते थे।

दैहिक, दैविक, भौतिक तापा रामराज्य काहू नहीं व्यापा। रामराज्य में सभी सम्पन्न थे व कोई दुःखी नही था। इस समय भी सभी भारतवासी रामराज्य की तरह खुशहाली चाहते हैं, यह तभी संभव होगा जब आपकी लेखनी स्वतंत्र, निष्पक्ष व निडर होगी और इसके लिए प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का देश में गठन किया गया। यदि कोई आपकी लेखनी में बाधक बनता है तो मैं आरती त्रिपाठी सदस्य प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से आपको विश्वास दिलाती हूँ कि आपकी निष्पक्षता व स्वतंत्रता पर कहीं आंच नहीं आने दूंगी बशर्ते आप निर्भीक होकर पी.सी.आई. को अवगत करायेंगे।

मैं कार्यक्रम के आयोजक सुशांत भाई व चन्द्रकला बहन व अन्य सभी भाई बहनों का आभार प्रकट करती हूँ कि इस भव्य कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकार जगत शिरोमणियों के बीच मुझे सम्मानित करते हुए विचार प्रकट करने का अवसर प्रदान किया।


इस कार्यक्रम में पूर्व सम्मानित बु़द्धजीवी वक्ताओं ने कार्यक्रम के विषय व शीर्षक पर विस्तृत रूप से अपने विचार प्रकट किये।

Thursday, October 13, 2022

बिशप पीसी सिंह के कारनामों की लंबी सूची, पत्नी के नाम पर बटोरा रुपया


 पीसी सिंह एवं पत्नी नोरा सिंह 

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विनय जी. डेविड  9893221036

जबलपुर. स्कूल और सोसायटी के पैसों और संपत्ति को खुर्दबुर्द कर अपने नाम पर कराने वाले बिशप पीसी सिंह के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं। अब खुलासा हुआ है कि पीसी सिंह ने अपनी पत्नी नोरा सिंह को कई संस्थाओं में डायरेक्टर तो कई संस्थाओं में मैनेजर बना रखा है। हर माह नोरा को संस्थाओं से तनख्वाह भी दी जाती है।

पत्नी को कई संस्थाओं में डायरेक्टर व मैनेजर बनाकर बटोरता था मोटा वेतन

जानकारी के अनुसार 2004 से अब तक नोरा संस्थाओं से एक करोड़ रुपए से अधिक तनख्वाह ले चुकी हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने इसकी भी जांच शुरू कर दी है। बिशप पीसी सिंह सेंट्रल जेल में बंद हैं। ईओडब्ल्यू के साथ ईडी भी बिशप के काले कारनामों की जांच कर रही है।

पत्नी को इन पदों पर बिठाया
बिशप पीसी सिंह ने पत्नी नोरा को जबलपुर स्थित विकास आशा केन्द्र और शिशु संगोपन गृह का पूर्वकालिक वेतनभोगी डायरेक्टर बनाया था। इसके अलावा नोरा को क्राइस्ट चर्च सीनियर स्कूल फॉर ब्वायज एंड गर्ल्स आईसीएसी विंग, क्राइस्ट चर्च गर्ल्स स्कूल हॉस्टल, स्कूल विथ नो इन्फ्रास्ट्रक्चर का मैनेजर बनाया था। साथ ही कटनी के वाडस्ले हिन्दू स्कूल, दमोह स्थित मिशन स्कूल और बर्जेस गर्ल्स हॉस्टल बिलासपुर का भी मैनेजर बनाया था। सभी संस्थाओं से नोरा को पांच हजार से 15 हजार रुपए प्रतिमाह (कुल 60 हजार) वेतन मिलता था।

Certificate in Community health (CCH) January Session 2023 Admission

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Community Health Certificate Admission 2023


इसाई समाज के कलंक पीसी सिंह, सुरेश जैकब के बाद बिशप पीसी सिंह का बेटा पीयूष सिंह गिरफ्तार

 



पीसी सिंह, सुरेश जैकब के बाद बिशप पीसी सिंह का बेटा पीयूष सिंह गिरफ्तार, लगातार होंगी और भी कई गिरफ्तारी 

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विनय जी. डेविड  9893221036

बिशप पीसी सिंह का बेटा पीयूष सिंह गिरफ्तारः पुलिस थोड़ी देर में कोर्ट में करेगी पेश, एक दिन पहले राइट हैंड सुरेश जैकब हुआ था गिरफ्तार

जबलपुर। इसाई समाज पर लगातार कलंक लगता जा रहा है, इसी कड़ी में आज बिशप पीसी सिंह का बेटा पीयूष सिंह गिरफ्तार हो गया है। ईओडब्ल्यू ने पीयूष सिंह को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के आधार मिले सुबूतों के आधार पर EOW ने गिरफ्तार किया है। थोड़ी देर में पीयूष सिंह को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले 11 अक्टूबर को पुलिस ने पीसी सिंह के राइट हैंड सुरेश जैकब को गिरफ्तार किया था। 

Piyush Paul Singh

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पुलिस को पीयूष के खिलाफ साक्ष्य मिले थे जिसमें यह साफ हो गया था कि पीसी सिंह के साथ ही पीयूष भी अपने पिता के साथ उनके काले कारनामों में लिप्त था, पीयूष पाल क्राइस्ट चर्च स्कूल का प्रिंसिपल था, जिसे नियम विरुद्ध तरीके से पीसी सिंह ने यह पद सौंपा था। फिलहाल पीयूष को कोर्ट में पेश किया गया है। 

Piyush Paul Singh

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तलब गौरतलब है कि EOW जबलपुर ने शिकायते मिलने के बाद पीसी सिंह के जबलपुर स्थित घर में छापा मारा था यहाँ से उन्हे करोड़ों की नकदी और साथ ही जेवर और करीबन 143 बैंक अकाउंट के साथ ही करीबन 27 जमीनो और मकानों के दस्तावेज मिले थे इसके बाद पीसी सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था

Piyush Paul Singh

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वही पीसी सिंह को बिशप के पद से भी हटा दिया गया था, इस पूरी कार्रवाई में EOW जबलपुर एसपी देवेन्द्र सिंह राजपूत के निर्देशन में पीसी सिंह के घर पर हुई छापामार कार्रवाई के बाद कई बड़े खुलासे हुए थे जिनकी गूंज न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश में हुई थी,  पूर्व बिशप पीसी सिंह फिलहाल जबलपुर केन्द्रीय कारागार में है।

Piyush Paul Singh

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जानें क्‍या है मामला

ईओडब्ल्यू ने 8 सितंबर को पीसी सिंह के घर और कार्यालय पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में 1 करोड़ 65 लाख रुपये नकद, 80 लाख 72 हजार रुपये के सोने के आभूषण, 118 पाउंड, 18 हजार 352 अमेरिकी डॉलर, 48 के दस्तावेज समेत 17 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। बैंक खाते जब्त किए गए। दो करोड़ तीन लाख रुपये के दस एफडीआर मिली है। 174 बैंक खातों में से 128 पीसी सिंह, उनके रिश्तेदारों और संगठनों के हैं। पीसी सिंह, सुरेश जैकब फिलहाल जेल में है।

Wednesday, October 12, 2022

16 श्रृंगार : करवा चौथ पर चाँद की तरह दमकता चेहरा पाएं : शहनाज हुसैन


16 श्रृंगार : करवा चौथ पर चाँद की तरह दमकता चेहरा पाएं : शहनाज हुसैन

 महिलाओ का सबसे पसंदीदा त्यौहार करवा चौथ नज़दीक आ गया है और ऐसे में खूबसूरत दिखने का क्रेज पहले से कहीं ज्यादा बढ़ जाता है / अगर ये आपका पहला करवा चौथ है तो आपका उत्साह और उमंग  हिलोरे  मार रही होगी  और जाहिर है  आप ने त्यौहार की तैयारियां भी शुरू कर दी होंगी | 

करवा चौथ के दिन सभी सुहागन महिलाएँ 16 श्रृंगार करती हैं /उस दिन उनका चेहरा बिलकुल चाँद की तरह खिला नज़र आता है 

 करवा चौथ  के पवित्र दिन सभी बिबाहित महिलाएं अपने हाथों में  मेहंदी , बिन्दी  तथा  पूरे श्रृंगार  के साथ दिन भर  अपने जीवन साथी की लम्बी उम्र तथा  सुखी दाम्पत्य  जीवन के लिए  निर्जल  व्रत तथा पूजा करती हैं /इस तयौहार में महिलाएं पुरे उत्साह से संजने संबरने के बाद अपने पति के लम्बी उम्र तथा स्वस्थ्य के लिए  पुरे बिधि बिधानों के साथ ब्रत और पूजा करती हैं / इस पवित्र दिन  महिलाएं श्री गणेश ,माँ गौरी  तथा चन्द्रमा  की पूजा करती हैं /इस दिन महिलाओँ  में सजने संवरने  का बहूत क्रेज होता है कहा जाता है की इस दिन व्रत रखने से महिलाओं के सौन्दर्य में चाँद जैसा  निखार उभरता है / हालाँकि आजकल महिलाओं में  सजने संवरने में ब्यूटी पार्लर और मॉल का प्रचलन शुरू हो गया है लेकिन अगर आप सचमुच सबसे अलग दिखना चाहती हैं  तो इस त्यौहार की तैयारियां हफ्ते भर पहले कर लें तथा ब्यूटी पार्लर के  महंगे सौन्दर्य प्रसाधनों की बजाय घरेलू  हर्बल प्रसाधनों  के उपयोग से आप हुसन  की मलिका बन सकती हैं तथा आप  दमकी दमकी नज़र आएँगी चाहे मौसम का मिज़ाज़ कूछ भी हो

इस बार कोरोना के डर का साया आपके उत्साह पर भी पड़ सकता है इसलिए सभी तैयरियां समय से पहले ही पूरी कर लें /वैक्सिंग ,थ्रेडिंग ,मैनीक्योर ,पेडीक्योर और फेसिअल आदि मेहंदी लगाने से पहले ही कर लें ताकि बाजार में उत्स्व के रश से बच सकें  तथा सामाजिक दुरी आदि के सरकारी नियमों का पूरी तरह पालन कर सकें / करवा चौथ में हाथों /पांवो पर मेहँदी लगाने की सदियों पुरानी समृद्ध परम्परा है / आप को मेहंदी त्यौहार से एक दो दिन पहले लगानी चाहिए ताकि ब्रत के दिन मेहँदी सुख कर डार्क कलर की हो जाये /मेहँदी लगाने के बाद इसे प्रकृतिक तौर पर सूखने दें /आपके हाथ में मेहँदी जितनी देर ज्यादा लगी रहेगी उतना ही बह सुर्ख रंग ग्रहण करेगी /सुख जाने पर मेहँदी को रगड़ रगड़ कर हटाएँ तथा हाथों को पानी से ना धोएं /मेहंदी लगाने के बाद हाथों को पानी से बचा कर रखें अन्यथा मेहँदी का रंग फीका पड़ सकता है / जब महिलाएं मेहँदी लगे हाथों से धार्मिक संस्कार करती हैं तो इसे शुभ माना जाता है    

हालाँकि महिलाएं इस त्यौहार की खरीद दारी काफी पहले से ही कर देती हैं लेकिन फिर भी जरूरी सौंदर्य प्रसाधन छूट ही जाते है / इसलिए त्यौहार की तैयारियों में ब्यस्तता के बीच आप  लिप कलर , आई मेक  अप , नेल कलर आदि जरूरी सौन्दर्य प्रसाधन  समय रहते ही ले लें / अगर आप बालों में मेहँदी /रंग लगाती हैं तो भी  हेयर कलर , हेयर स्टाइल ,हेयर कट ,नेल आर्ट आदि कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट दो तीन दिन पहले ही करबा लें ताकि गलती /गड़बड़ी आदि को समय रहते ठीक किया जा सके / इस दिन लाल रंग की कांच की चूड़ियां आप के सौन्दर्य  को निखारने में अहम भूमिका अदा करेंगी   /  इस त्यौहार में हम ज्यादातर अपने चेहरे पर ज्यादा फोकस करते हैं  लेकिन अगर आप बास्तब में  दमकती त्वचा पानी चाहती हैं  तो आपको  अपने चेहरे तथा शरीर दोनों  की सुन्दरता पर फोकस करना पड़ेगा /  चेहरे की बजाय पुरे शरीर की त्वचा की उचित देखभाल आप के सौन्दर्य को प्रकृतिक निखार देगी /   

इस पावन त्यौहार में ज्यादातर अपने पुराने सौन्दर्य प्रसाधनों/ ट्रीटमेंट  पर भरोसा रखें तथा कोई नया सौन्दर्य प्रसाधन टेस्ट करने से परहेज करें क्योंकि अगर नया सौन्दर्य प्रसाधन आपकी त्वचा या ब्यक्तित्व पर खरा नहीं उतरा तो आप का मूड खराब हो जायेगा /

बालों को अलग करके मांग के बीच में सिन्दूर लगाना बिबाहित महिला की निशानी माना जाता है और करवा चौथ के त्यौहार में इस परम्परा का वहन करना चाहिए / गोल्ड सेटिंग में काले मनकों से जड़ित मंगलसूत्र   आपके पवित्र प्यार को दर्शाने के साथ ही बुरी नज़र से भी बचाएगा /

  इस दिन अपनी खूबसूरती को निखारने में ब्यूटी सैलून्स की बजाय अपने पर ज्यादा भरोसा रखें / अपनी त्वचा को नियमित रूप से एलो वेरा ,ग्रीन टी ,शहद का पोषण दें / आप नहाती बार दूध का इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा   
   करवा चौथ  में अपने शरीर की नमी बनाये रखने के लिए आप पहले से ही रोजाना   नियमित रूप से आठ दस गिलास पानी पिएं / अपनी दिनचर्या में जूस ,निम्बू पानी , नारियल पानी , सूप  तथा मौसमी फलों  आदि को जरूर शामिल करें / यह सुनिश्चित करें की आपकी त्वचा पूरी तरह से मॉइस्चरीज़ड  रहे / मेक अप से पहले अपनी त्वचा पर उपयुक्त मॉइस्चराइजर लगाना ना भूलें / आजकल  पुरे देश में प्रदूषण खतरनाक  स्तर को पार कर रहा है तो ऐसे में जहां आप कोरोना वायरस से बचने के लिए फेस मास्क का उपयोग करें तो  दूसरी और अपनी त्वचा / शरीर की सुन्दरता को    हानिकारक धूल ,मिटटी  और प्रदूषण की मार से बचाने के लिए घर से बाहर जाते समय अपने चेहरे तथा खुले भागों को स्कार्फ़ /कपड़े से ढक लें  ताकि आपकी त्वचा को शील्ड मिल सके /  

 करवा चौथ  से  तीन दिन  पहले हाथों तथा पावों  की सुंदरता पर फोक्स  करने के बाद मेहंदी लगाएं / मेहंदी  लगाने के दो घण्टे बाद नीम्बू  और चीनी के मिश्रण से इसे हटा दें /  शहद और दूध का फेस मास्क आपकी त्वचा की नमी बरकरार रखते हुए भी आपकी  त्वचा  को मुलायम , आकर्षक बना देते हैं / आप    दूध  में शहद मिलाकर बने फेस मास्क को त्वचा पर दस मिनट तक लगाने के बाद ताजे पानी से धो डालिये   
 आप अपनी त्वचा को सापफ करके उस पर सनस्क्रीन तथा माइस्चराइजर का प्रयोग कीजिए तैलीय त्वचा के लिए एस्ट्रीजन्ट लोशन का प्रयोग करने के बाद पाऊडर लगाऐ। तैलीय त्वचा के लिए ज्यादा पाऊडर का प्रयोग मत करें तथा चेहरे के तैलीय भागों पर ही ध्यान दे। पूरे चेहरे तथा गर्दन पर हल्की गीली स्पंज से पाऊडर का प्रयोग करें। इससे चेहरे का सौंदर्य लम्बे समय तक बना रहता है। दो चम्मच गेहूं चोकर ,एक चम्मच बादाम तेल , दही ,शहद और गुलाब जल का पेस्ट बना कर इसे चेहरे पर लगा कर 20  मिनट बाद धोने से चेहरे की सुन्दरता  निखर जाती है  तथा चेहरा खिला खिला रहता है  

अगर आप पफाउंडेशन का प्रयोग करना चाहती है तो केवल जल आधरित पफांउडेशन का ही प्रयोग करें तथा हल्के कवरेज के लिए एक या दो बूंद पानी प्रयोग मंे ला सकती है। पफांउंडेंशन जितना भी सम्भव है आपकी त्वचा के रंग से मेल जोल खाती होनी चाहिए तथा उसके बाद पाऊडर का उपयोग करें। चेहरे पर प्रकृति आभा के लिए अच्छी तरह ब्लैड करके गालों को ब्लशर से चमकाए।आंखों की सुन्दरता के लिए अपनी पलकों को पेंसिल या काजल से चमकाऐं। आंखों पर कोमल प्रभाव के लिए पलकों पर भूरी या स्लेटी आई शैडों का प्रयोग करंे तथा इसके बाद मस्कारा का प्रयोग करें जिससे आंखों पर चमक आ जाएगी तथा मेकअप में भारीपन की दिखावट भी नहीं होगी। मस्कारा को एक भारी मुलम्मे की बजाय दो हल्की तहों में करना चाहिए। पहला कोट करने के बाद इसे सूखने दें तथा इसे कंघी या ब्रश  कर लें। इसके बाद दूसरा कोट कीजिए तथा पहली प्रक्रिया को दोहराईये। इसके बाद दूसरा कोट कीजिए तथा पहली प्रक्रिया को दोहराईए।   सबसे बाद में लगाई जाने बाली लिपस्टिक  से पता चलता है की आप का मेक अप सही हुआ है या नहीं /  लिपस्टिक की गलत शेड आपके पुरे लुक को खराब कर सकती है / हमेशा अपनी स्किन टोन के मुताबिक ही लिपस्टिक की शेड का चयन करें और अगर आपने आई मेक अप डार्क किया है तो हलके रंग की लिपस्टिक का चयन करें   

लिपस्टिक की सुन्दरता के लिए घने गहरे रंगों का उपयोग न करें क्योंकि चमकीली लाईट में यह ज्यादा गहरे दिखाई देते हैं जिससे आपकी आभा पर विपरित असर दिखाई देता है। सौंदर्य पर चार चांद लगाने के लिए गुलाबी, ताम्रवर्णी, कांस्यवर्णी रंगों का प्रयोग करें। नारंगी रंग या नारंगी शेड का प्रयोग पफैशन का नया प्रचलन है। विकल्प के तौर पर आप हल्के बैंगनी तथा गुलाबी रंगों का प्रयोग भी कर सकतेी है लेकिन यह सभ्ीा रंग अत्याध्कि चमकीले नहीं होने चाहिए। बिन्दी करवा चैथ के सौन्दर्य का अभिन्न अंग मानी जाती है।  अपनी पोशाक से मिलती जुलतें रंग की सजावटी बिन्दी का प्रयोग करें। छोटे चमकीले रत्नों से जडि़त बिन्दी कापफी आर्कषक लगती है।  अपने सौन्दर्य में इत्रा लगाना कभी न भूलें क्योंकि यह सोने पर सुहागें का काम करता है उचित जीवनशैली अपनाने से चहेरे पर चमक तथा उत्साह की झलक मिलती है। तेजस्वी आभा के लिए उचित पोषाहार, व्यायाम पर्याप्त नींद, तथा विश्राम अत्यन्त आवश्यक है। त्यौहार से कुछ हफ्रते पहले हल्का व्यायाम तथा पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए। पैदल चलना शारीरिक तथा मानसिक स्वस्थ्य दोनों के लिए अत्यन्त लाभकारी साबित होता है।मन की शान्ति तथा स्वास्थ्य के लिए लम्बी गहरी सांसे सबसे ज्यादा लाभप्रद मानी जाती है।करवाचैथ के त्यौहार के दिन नई दुल्हनें तथा युवा महिलाएं दुल्हनों जैसी पोशाक पहनना पसन्द करती है जिससे उन्हें दुल्हन जैसा अहसास प्रदान होने का दुबारा अवसर मिलता है।

आज के दौर में परम्पारिक लाल रंग के साथ-साथ गहरा गुलाबी रंग, हल्का गुलाबी रंग, हल्का नीला रंग, पिफरोजी नीला रंग, हल्का बैंगनी रंग, स्ट्राबैरी, कांस्य, जामुनी रंग भी कापफी आकर्षक तथा लोकप्रिय माने जाते है। युवा महिलाओं में दो रंगों का मिश्रण भी कापफी लोकप्रिय माना जाता है।डैªस के तौर पर लैहंगा चोली कापफी लोकप्रिय हैं या महिलाएं घने अलंकृत कुर्ते के साथ सलवार - कुर्ते का प्रयोग भी कर सकती है। साड़ी के परम्पारिक तरीके से पहनने की बजाय इस तरीके से पहनना चाहिए ताकि सजावटी चोली तथा सघन आंचल की खूबसरूती सापफ तौर पर झलकती रहे। सिली हुई साडि़यों का नया टैªंड चल पड़ा है जिसे आच्छादित नहीं करना पड़ता।करवाचैथ में विवाह की तरह विभिन्न आर्कषक पौशाकें पहनी जा सकती है। इस त्यौहार में जरदोजी, जाली क्रेप तथा पतली रेशमी कपड़े वाली पौशाकों को उपयोग में लाया जा सकता है। इस त्यौहार में हीरे सहित सपफेद या रंगीन रत्नों से जडि़त आभूषण प्रयोग में लाए जाते हैं।

परम्परा पौशाक में आभूषण भी परम्परागत आकर्षक दिखाई देने चाहिए। लेकिन यदि आध्ुनिक लुक हो तो महिलाऐ प्रभावशाली आध्ुनिक आभूषण भी पहन सकती है।करवाचैथ में मुख्यतः परम्पारिक पोशाको तथा परिधनों को ही पसन्द किया जाता है क्योंकि इनका सम्बन्ध् व्रत तथा पूजा अर्चना से सीध्े तौर पर जुड़ा है। हालांकि बदलते आध्ुनिक परिवेश में पिफल्मों तथा पफैशन का प्रभाव भी कुछ हद तक इस व्रत में दिखने में मिल जाता है।
लेखिका अन्र्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ है तथा हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय है।

पीसी सिंह के बाद सुरेश जैकब पहुंचे जेल साक्ष्य प्रमाण मिटाने 3 महीने की छुट्टी में रचना सिंह - नितिन लॉरेंस

  


पीसी सिंह के बाद सुरेश जैकब पहुंचे जेल साक्ष्य प्रमाण मिटाने 3 महीने की छुट्टी में रचना सिंह

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विनय जी. डेविड  9893221036

रचना सिंह और संजय सिंह जर्मनी भागने की तैयारी पर!

देश के दुश्मन को अपना दोस्त बनाया था पीसी सिंह दाऊद इब्राहिम के राइट हैंड रियाज भाटी को देश के गद्दारों के साथ मिलकर संरक्षण देने वालों पर देश विरोधी की कार्रवाई की मांग

पीसी सिंह के जेल जाने के बाद से ही उनके राजदारों के काले राज भी लगातार सामने आ रहे हैं। जिसके बाद उनके गैंग के लोगों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। और इसके सबसे पहले शिकार सुरेश जैकब बने। सुरेश जैकब के जेल जाते ही अब पी सी गैंग के बचे मुख्य राजदार संजय सिंह, रचना सिंह, मास्टरमाइंड बी के नायक जो वर्तमान में मॉडरेटर पद की कुर्सी संभाल रहे हैं, डेनिश लाल, प्रयागराज निवासी बिंदेश्वरी प्रसाद तिवारी उर्फ पिंटू तिवारी, जोशुआ रत्नम,अनुराधा अमोस व डेविड लुके की बेचैनी बढ़ती जा रही है। क्योंकि पीसी सिंह के जेल जाने के बाद भी इन सब को सुरेश जैकब से उम्मीद थी कि उनके रहते वह सुरक्षित बच जाएंगे और पीसी सिंह के जेल जाने के बाद भी इनका गैरकानूनी कारनामा जारी था।

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लेकिन जब इनको हेराफेरी करने की कमांड देने वाले सुरेश जैकब भी जेल चले गए तो सब के तोते उड़ गए। गलत व्यक्ति अक्सर अपने आप को बचाने के लिए ऐसी गलती कर देता है जिससे उसके गलत होने का प्रमाण खुद ब खुद साबित हो जाता है और कुछ ऐसा ही रचना सिंह ने किया। सुरेश जैकब के जेल जाते ही रचना सिंह के ऊपर खुद के जेल जाने और अवैध तरीके से बनाई गई संपत्ति के हाथ से निकल जाने का डर इस हद तक हावी हुआ कि उन्होंने स्कूल से 3 महीने की छुट्टी ले ली।

रचना सिंह नागपुर स्कूलों में जबरदस्ती पैसे देने का दबाव बनाती थी और स्कूलों से लाखों रुपए की वसूली करती थी

यह वही रचना सिंह है जो नागपुर स्कूलों में जबरदस्ती पैसे देने का दबाव बनाती थी और स्कूलों से लाखों रुपए की वसूली करती थी। एक हिसाब से देखा जाए तो गैर व्यापारिक संस्था कहे जाने वाले स्कूल को रचना सिंह ने अपने व्यापार का मुख्य ठिकाना बना लिया था। और इन स्कूलों से मिलने वाले पैसों का उपयोग यह अपनी संपत्ति को बढ़ाने में करते थे इतना ही नहीं रचना सिंह द्वारा इन्हीं पैसों से पीसी सिंह को सोना भी खरीद कर दिया जाता था।

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लेकिन गलत कर्मों का फल भुगतना ही होता है। जब पीसी सिंह सलाखों के पीछे गए तो सुरेश जैकब भी इसी तरह गायब हो गए थे ठीक उसी तरह जैसे ही सुरेश जैकब के इशारों में नाचने वाली रचना सिंह को इस बात का पता चला कि अब उनके दूसरे मास्टरमाइंड भी सलाखों के पीछे पहुंच गए तो वह अपनी सुध बुध खो बैठी और खुद को बचाने के लिए 3 महीने की छुट्टी ले ली ताकि वह अपने खिलाफ साक्ष्य प्रमाण को छुपा कर या नष्ट कर अपने आप को बचा सके। आप सभी को यह बताने की आवश्यकता नहीं की रचना सिंह द्वारा ऐसा करना खुद इस बात का खुला प्रमाण है कि वह भी पीसी सिंह के बड़े से बड़े अपराधी कृतियों में बराबर की भागीदार है। अगर ऐसा नहीं है, यदि वह सच्चाई से अपना काम कर रही हैं तो उन्हें ना ही छुट्टी लेने की जरूरत पड़ती और ना ही अपना मुंह छुपाने की जरूरत पड़ती।

सुरेश जैकब के इशारों में नाचने वाली रचना सिंह को इस बात का पता चला कि अब उनके दूसरे मास्टरमाइंड भी सलाखों के पीछे पहुंच गए तो वह अपनी सुध बुध खो बैठी और खुद को बचाने के लिए 3 महीने की छुट्टी ले ली

लेकिन आपको बताना चाहूंगा की पीसी सिंह के गैंग से जुड़े कोई भी व्यक्ति अपने अपराधों में बराबर की भागीदारी निभाने वाले राजदारों के प्रति समर्पित ही नहीं है और इसका नजारा तो तभी आप सबको देखने को मिल गया जब डेनिस लाल जो स्वयं पीसी सिंह के हर गलत कृतियों के कारगुजारी के साथी थे। बेनामी सम्पतियों के अवैध कागज बनाने का काम करते थे। बेनामी संपत्ति से बनाई गई संपत्ति को फेरबदल कर पीसी सिंह के लिए संपत्ति बनाने में मुख्य भूमिका निभाते थे। उन्होंने स्वयं खुद को बचाने के लिए पुलिस के सामने पीसी सिंह के ही सारे राज उगल दिए। इस समय पीसी सिंह गैंग के इन सभी मुख्य सदस्यों के बीच एक दूसरे के खिलाफ जाकर खुद को बचाने की होड़ मची हुई है।

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इसी कड़ी में इस बात से भी आपको वाकिफ कराना चाहूंगा कि पीसी सिंह और सुरेश जैकब को अपने पद का इतना घमंड था और उसका इस्तेमाल वह इस हद तक अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए करते थे कि दोनों ने मिलकर अपने बेटे पीयूष सिंह और क्षितिज जैकब को कम उम्र में ही जबलपुर स्कूल में प्रिंसिपल बना दिया। बिना उनकी परिपक्वता या इस बात को जाने कि वह इतने बड़े ओहदे में बैठने के लायक है भी या नहीं। सरासर इन लोगों ने मिलकर अपने पद को ही समाज की सेवा के लिए नहीं अपितु अपने व्यक्तिगत लाभ को भुनाने के लिए उपयोग में लाया है। इस स्कूल के भी कारनामे कुछ कम नहीं। यहां भी बहुत से पैसे गबन और हेरा फेरी के मामले सामने आए है। अगर पीसी सिंह और सुरेश जैकब के सगे संबंधियों पर भी कार्रवाई होती है तो इस बात की 100% गारंटी है कि वहां से भी करोड़ों की बेनामी संपत्तियों का खुलासा होगा।

बिशप पीसी सिंह का राइट हैंड सुरेश जैकब हुआ गिरफ्तार

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और बीके नायक जो वर्तमान में मॉडरेटर पद पर बैठ कर खुद को इन सब का मसीहा समझने लगे थे यह जब पीसी सिंह मॉडरेटर थे उस समय डिप्टी मॉडरेटर के पद पर थे और पीसी सिंह के साथ रहते हुए उनके सारे गलत कारनामों में उनका बराबर साथ देते थे। मानवता विरोधी और विधि विरुद्ध जाकर जो संपत्तियां इन्होंने कमाई है उन सब में बीके नायक भी बराबर के भागीदार है। लेकिन पीसी सिंह के जेल जाने के बाद सुरेश जैकब द्वारा इन्हे मॉडरेटर बना कर दिल्ली सिनेड में बैठा दिया गया ताकि बीके नायक आरोपी पीसी सिंह,आरोपी सुरेश जैकब और उनके लूटपाट वसूली गैंग के सदस्यों के खिलाफ जितने भी साक्ष्य हैं उसमें लीपापोती कर उनके अपराधों को प्रमाणित करने वाले दस्तावेजों को नष्ट कर सकें। सुरेश जैकब की बातों में आकर बिके नायक अपने पद की प्रतिष्ठा को धूमिल करते हुए ऐसे अपराधियों का साथ निभा रहे है। अब उन्हें भी यह समझ आ गया होगा कि जिस सुरेश जैकब को अपना आका समझ कर उनके इशारों में नाच रहे थे जब वह कानून से नही बच पाए तो फिर वह तो एक मोहरा थे। सुरेश जैकब के जेल जाने के बाद उनकी भी बारी आने वाली है।

अपने पैसों के दम पर कानून को खरीद कर वाकई कानून को अंधा समझने वाले पीसी सिंह व उनके गैंग के इन लोगों को अब इस बात का आभास हो गया होगा कि हमारे देश की कानून इतनी भी सस्ती नहीं कि उनके अवैध पैसों से बिककर देशद्रोहियों का साथ दें।

जबलपुर : विक्टोरिया के रिश्वतखोर बाबू नीरज मिश्रा ने मांगी 8 हजार की रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगेहाथों धर दबोचा



Victoria's briber Babu Neeraj Mishra asked for a bribe of 8 thousand, Lokayukta caught red handed

जबलपुर विक्टोरिया अस्पताल में लोकायुक्त की तुरंत कार्यवाही

जबलपुर // पंकज विश्वकर्मा

जबलपुर. विक्टोरिया अस्पताल में लोकायुक्त द्वारा विनोद अकोटकर नेत्र सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुरा द्वारा शिकायत दी गई थी कि उनसे अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगी की जा रही है शिकायत मिलते ही लोकायुक्त कार्यालय से तुरंत कार्यवाही कल सीएचएमओ कार्यालय में पदस्थ नीरज मिश्रा को रंगे हाथ पकड़ा लोकायुक्त द्वारा बताया गया की विनोद अकोटकर सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा पदस्थ हैं

Victoria's briber Babu Neeraj Mishra asked for a bribe of 8 thousand, Lokayukta caught red handed

जमा पूंजी जीपीएस की राशि ₹678000 6 महीने से पेंडिंग पड़ी थी जिस पर नीरज मिश्रा द्वारा जीपीएफ राशि विनोद अकोटकर को मिल जाने के उपरांत ₹10000 की मांग की थी इस शर्त पर राशि शिकायतकर्ता को प्राप्त हुई जब राशि शिकायतकर्ता को मिल गई तब उसने ₹8000 नीरज मिश्रा को दिए इस पर शिकायतकर्ता द्वारा पहले ही लोकायुक्त को सूचना दे दी गई थी इस पर लोकायुक्त द्वारा नीरज मिश्रा 3 ग्रेड अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा भारतीय दंड विधान के अंतर्गत विभिन्न धाराओं में जांच चल रही है

लोकायुक्त टीम - निरीक्षक  स्वप्निल दास, निरीक्षक श्रीमती मंजू किरण तिर्की, कमल सिंह दल के अन्य सदस्य शामिल रहे।

Tuesday, October 11, 2022

बिशप पीसी सिंह का राइट हैंड सुरेश जैकब गिरफ्तार : काले कारनामों में शामिल है बीते दिनों ओडब्ल्यू ने की थी पूछताछ

 


बिशप पीसी सिंह का राइट हैंड सुरेश जैकब गिरफ्तार : 
काले कारनामों में शामिल है बीते दिनों ओडब्ल्यू ने की थी पूछताछ

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विनय जी. डेविड  9893221036

जबलपुर। करोड़पति बिशप पीसी सिंह से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. पुलिस ने पीसी सिंह के करीबी और राइट हैंड सुरेश जैकब को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले दिनों ईओडब्ल्यू ने सुरेश से पूछताछ की थी.

पीसी सिंह के सभी काले कारनामों में सुरेश शामिल है. इसके नाम पर भी बेनामी संपत्ति है. मिशनरी स्कूलों में भी मैनेजर था. मिशनरी स्कूलों के पैसों के गमन और जमीनों की हेराफेरी के आरोप में पीसी सिंह जेल में बंद है.

दरअसल पिछले महीने जबलपुर में मसीह समुदाय के धर्म गुरू बिशप और द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन पीसी सिंह के घर ईओडब्ल्यू ने छापेमार कार्रवाई की थी. ईओडब्ल्यू की जांच और पूछताछ में भ्रष्टाचार के तहत काली कमाई की परतें भी खुल रही है.

बताया जाता है कि सुरेश जैकब बिशप का राइट हैंड है. जबलपुर में क्राइस्ट चर्च स्कूल का मैनेजमेंट सुरेश जैकब ही देखता है. भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल में उसका अहम रोल बताया जाता है. छापे वाले दिन सुरेश जैकब जबलपुर में ही था. उसके पास भी बेतहाशा दौलत है.

बता दें कि ईओडब्ल्यू की रेड में दो करोड़, दो लाख, 95 हजार रुपए की एफडी मिली है. बिशप के 174 बैंक खाते भी मिले है. 174 में से 128 खाते बिशप और परिवार के नाम पर है. 46 खाते स्कूलों के नाम निकले है. बैंक खातों की डिटेल निकाली जा रही है. डी कम्पनी कनेक्शन की भी पूछताछ होगी. रियाज भाटी से दोस्ती के राज भी निकाले जाएंगे. बिशप को मिलने वाली फंडिंग की भी जांच हो रही है.

पूर्व बिशप पीसी सिंह गैंग ने पचमढ़ी में किया था 300 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा


पूर्व बिशप पीसी सिंह गैंग ने पचमढ़ी में किया था 300 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा


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विनय जी. डेविड  9893221036

जबलपुर । बिशप पद से हटाए गए पीसी सिंह व उसकी गैंग ने पचमढ़ी में तीन सौ करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा किया था। पीसी सिंह ने अपने मुख्य राजदार सुरेश जैकब, रचना सिंह, संजय सिंह व बीके सिंह के साथ फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। मामला नागपुर डायसिसन ट्रस्ट एसोसिएशन (एनडीटीए) से जुड़ा है।

लारेंस ने पीसी सिंह व उसके गुर्गों के खिलाफ आरोप लगाया है कि एनडीटीए की पचमढ़ी मध्य प्रदेश के क्राइस्ट चर्च एरिया में स्थित एक लाख पांच हजार 837 वर्गफीट जमीन खुर्द-बुर्द किया था, जिसमें करीब तीन सौ करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई थी। नागपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। सैकड़ों करोड़ के इस फर्जीवाड़े में पूर्व बिशप पीसी सिंह, सुरेश जैकब, रचना सिंग, व संजय सिंह मुख्य चेहरे हैं। लारेंस ने बताया कि नागपुर की सदर थाना पुलिस की टीम पूर्व में कई बार जबलपुर पहुंची थी परंतु पीसी सिंह व उसके गुर्गों के कारनामे उजागर किए बगैर लौट गई। लारेंस ने पीसी सिंह पर देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए हैं।

पीसी सिंह ही नहीं गुर्गों के पास भी अकूत संपत्ति-

लारेंस ने कहा कि पीसी सिंह ही नहीं बल्कि उसके गुर्गों संजय सिंह, रचना सिंह, सुरेश जैकब, पिंटू तिवारी व डेनिश लाल के पास भी अकूत संपत्ति है। पीसी सिंह, उसके परिवार के सदस्यों व गुर्गों ने सरकार को टैक्स का चूना लगाया है। पीसी सिंह और उसके गुर्गे गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देते थे। उससे होने वाले मुनाफा आपस में बांट लेते थे। इसलिए ईअोडब्ल्यू द्वारा अब तक सिर्फ पीसी सिंह के खिलाफ की गई कार्रवाई समझ से परे है। पीसी सिंह समेत उसके गुर्गों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी तमाम चल अचल संपत्ति व कर अपवंचन का पता लगाया जाना चाहिए।

नागपुर में थी छिपने की साजिश-

ईओडब्ल्यू ने पीसी सिंह को नागपुर में पकड़ा था। जर्मनी से लौटने के बाद वह नागपुर में फरारी काटने की फिराक में था। जिसके लिए रचना सिंह ने पूरी तैयारी कर रखी थी। रचना सिंह नागपुर में है तथा उसने वहां एनडीटीए द्वारा संचालित स्कूलों में फीस में करीब 15 करोड़ रुपये का गबन किया था। आडिट रिपोर्ट में भी गबन का खुलासा किया गया है। नितिन लारेंस ने कहा कि पीसी सिंह शैक्षणिक संस्थाओं पर दबाव बनाकर फीस की राशि में हेरफेर करता था। गुर्गों के सहयोग से इस कार्य को अंजाम देता था। यदि किसी स्कूल के प्राचार्य ने फीस की राशि में हेरफेर करने पर आपत्ति की तो उसे पद से हटा दिया जाता था। पीसी सिंह भले ही जेल में है लेकिन स्वतंत्र घूम रहे उसके गुर्गे संजय सिंह, रचना सिंह, सुरेश जैकब, पिंटू तिवारी, डेनिश लाल उससे जुड़े कई महत्वपूर्ण साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें खुर्द-बुर्द करने में व्यस्त हैं। ताकि उनके व पीसी सिंह से जुड़े अन्य अपराधों का भंडाफोड़ न हो सके।