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Thursday, July 8, 2010

होशंगाबाद:सरकारी वाहन के दुर्घटना का मामला दबाया

चिकित्सक ने नही भेजा मेमो।
अधिकारी पत्नि व चालक का चल रहा ईलाज।
अधिकारी ने अपने खर्चे से सुधरवाया वाहन।
ब्यूरों प्रमुख// सुरिन्दर सिंह अरोरा(होशंगाबाद // टाइम्स ऑफ क्राइम)
जिले की तहसील सिवनी मालवा में शासकीय सेवा में पदस्थ अधिकारी दम्पति द्वारा शासकीय वाहन का निजी कार्य से उपयोग के दौरान दुघर्टनाग्रस्त होने पर मामले में पुलिस को सूचना न देना, शासकीय वाहन जिस वाहन से टकराया उस वाहन के साक्ष्य मिटाना, दुघर्टना मे घायलों का ईलाज के दौरान चिकित्सक द्वारा पुलिस को मेमो न भेजना व अधिकारी द्वारा दुघर्टनाग्रस्त वाहन को अपने परिचित के यहा खड़ा कर व वाहन से पीली बत्ती,नम्बर प्लेट व अपने ओहदे वाली प्लेट निकालकर वाहन को होशंगाबाद की एक बड़ी वर्कशाप मे सुधरवाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को लेकर जिले के अधिकारी मौन है। लेकिन चर्चा है पुलिस मामले में घायलों का ईलाज करने वाले चिकित्सक/चिकित्सको को नोटिस देने का मन बना रही है। घटना 9 जून 2010 की होना बताया जाता है।प्राप्त जानकारी के अनुसार सिवनी मालवा तहसील में पदस्थ तहसीलदार भुवन गुप्ता उनकी पत्नि नायब तहसीलदार नीतू गुप्ता एवं इनके परिजन शासकीय जीप क्रमांक एम पी 02-आर डी 0504 से बाबरीघाट गए थे वापसी में रात्रि लगभग 9 बजे ग्राम रमपुरा के पास इनका वाहन एक ट्रेक्टर से टकराकर दुघर्टनाग्रस्त हो जाने से वाहन चालक ओम व नायब तहसीलदार नीतू गुप्ता गंभीर रूप से घायल हुए इसके अलावा वाहन में सवार तहसीलदार के माता पिता को भी चोटे आई थी। घायलो का प्राथमिक ईलाज तहसीलदार ने एक निजी नर्सिंग होम अनुष्का क्लीनिक मे डां. जीवन भास्कर से करवाया उस दौरान डां. जीवन भास्कर की डां. पत्नि जो शासकीय सेवा में सिवनी मे ही पदस्थ है क्लीनिक में मौजूद थी ने भी घायलो का उपचार किया। बताया जाता है इसके बाद गंभीर रूप से घायल चालक ओम व नायब तहसीलदार नीतू को ईलाज के लिए होशंगाबाद लाया गया यहॉ पाण्डे नर्सिंग होम व केशव हास्पिटल मे हुआ। कुछ समय भर्ती रहने के बाद अब दोनो अपने अपने घरों में आज भी बिस्तर पर है और स्वास्थ्य लाभ ले रहे है।बताया जाता है कि जीप जिस ट्रेक्टर से टकराई वह बिना नम्बर का था उसमे पीछे कल्टीवेटर व प्लाउ लगी हुई थी अंधेरा होने की वजह से जीप चलाने वाला समझ नही पाया। बताया जाता है कि ट्रेक्टर वाला विदिशा तरफ का था जिसे बिना किसी कार्यवाही के चलता कर दिया गया। और जीप को तहसीलदार द्वारा अपने परिचित के यहॉ भिजवा दिया गया। बाद में इसे योजनाबद्ध तरीके से सुधरवा लिया गया है।सूत्र बताते है कि अभी तक घायलो के ईलाज में लगभग 1 लाख रूपया खर्च हो चुका है और घायल चालक अब लम्बे समय तक वाहन नही चला सकेगा।बताया जाता है कि शासकीय दुघर्टनाग्रस्त जीप को होशंगाबाद के रसूलिया क्षेत्र में स्थित एक बड़े वर्कशाप में सुधरवाकर भुगतान तहसीलदार भुवन गुप्ता ने अपनी जेब से किया।मामले को लेकर जहॉ एक तरफ जिला प्रशासन के अधिकारी मौन है वही दूसरी तरफ पुलिस की जानकारी में मामला आने पर पुलिस विभाग ईलाज करने वाले चिकित्सक/चिकित्सको को नोटिस देने का मन बना रहा है। ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99939 93300

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