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Friday, December 10, 2010

एम्स नई दिल्ली में गये हुए बिना भर्ती मरीजों तथा परिजनों को ठहरने की घोर समस्या

ब्यूरो प्रमुख उ। प्र.// सूर्य नारायण शुक्ल (इलाहाबाद // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख उ. प्र. से सम्पर्क 9936229401
toc news internet channel (टाइम्स ऑफ क्राइम) 1०.१२.२०१०

इलाहाबाद. कोरांव इलाहाबाद प्राप्त जानकारी एवम प्रत्यक्ष दर्शित अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान अंसारी नगर नई दिल्ली जो भारत का एक बहुचर्चित एवम् प्रत्येक अंगों के इलाज के लिए आर्युविज्ञान संस्थान के रूप में केन्द्रसरकार द्वारा संचालित है, उसमें बिना भर्ती हुए मरीजों तथा साथ में गये हुए परिजनों के लिए ठहरने तक के लिए कोई सुविधा नहीं है। जिससे दूर दूर से पहुंचने वाले मरीजों तथा परिजनों को विशेष परेशानियों से गुजर करना पड़ता है। इसका प्रमुख कारण वहां पर तैनात गार्डों की बदसलूकी का होना है। प्राय: यह देखा गया कि विभिन्न रोगों से ग्रसित मरीज येने केन प्रकरेण अस्पताल तो पहुंच जाता है और जैसे ही गेट के अन्दर छटपटाते मरीज एवं बिलखते परिजन अपने साथ झोला बैग लेकर अस्पताल ग्राउन्ड मे रखने लगते है, तभी वहां टहलते घूमते कई गार्ड पहुंच जाते है और वे मरीजों तथा परिजनों को डॉटना फटकारना चालू कर देते है, और कहते है हटो यहां से हटाओं ये सभी समान बाहर ले जाओ। जहां भी मरीज अपना सामान रख देते है, वहां पहुंचकर झोला बैग फेकना शुरू कर देते है। कई जगह ठोकरे खाते-खाते जब मरीज तथा साथ मे गये हुए परिजन फुटपाथ पर बैठ जाते हैं, तो वहां पर भी सुरक्षा गार्ड जो वर्दी लगाये रहते है। वे अपने हाथ से झोला फेकने लगते है। तमाम गिड़गिड़ाने पर भी जरा सी रहम नाम की चीज इन सुरक्षा गार्डो को नही आती है। कभी- कभार यह भी होता है कि इन तमाम समस्याओं से आजिज होकर मरीज तथा साथ गये हुए परिजन अपना झोला बैग लेकर बिना इलाज के ही चले जाते हैं। कैन्टीन जो एम्स परिसर में है उसमें मनमाना पैसा भोजन के लिए लिया जाता है।

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