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Wednesday, February 2, 2011

मंत्री अरूण यादव ने मृतक कृषकों के परिजनों को दी सांत्वना एवं आर्थिक मदद

ब्यूरो प्रमुख // डा। मकबूल खान

(छतरपुर //टाइम्स ऑफ क्राइम)

ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99260
03805


जिले में पाले की की मार तथा कर्ज के बोझ तले दबकर दो किसानों द्वारा आत्महत्या करने के बाद दो किसानों द्वारा आत्महत्या करने के बाद प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक के मंत्रियों द्वारा मृतक किसानों के परिजनों के आंसू पोंछने का सिलसिला शुरू हो गया है। वीते रोज केन्द्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री अरूण यादव ने मृतकों के घर पहुंचकर सांत्वना एवं आर्थिक मदद ली। श्री यादव नई दिल्ली से विमान द्वारा खजुराहो पहुंचे जहां से कार द्वारा महेबा के पास ग्राम टपरियन पहुंचकर मृतक किसान लखनलाल कुशवाहा के घर गए और परिजनों को 20 हजार रूपए नगद देकर हर प्रकार की सहायता देने का आश्वासन दिया। वहीं मंत्री के साथ मौजूद जिले के कांग्रेसी नेता बंटी चतुर्वेदी ने भी मृतक के परिजनों को 5 हजार की आर्थिक सहायता दी। यहां केंद्रीय मंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात कर केंद्र द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी ली और उनकी समस्याएं सुनी। तत्पश्चात कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रतिनिधि चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी के घर मंत्री श्री यादव ने भोजन किया। इसके बाद श्री यादव के नौगांव पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ता आशिफ खान,रवि अग्रवाल तथा कैलाश साहू के यहां भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद श्री यादव ईशानगर क्षेत्र के ग्राम नाथनपुरवा पहुंचकर मृतक किसान कुंजी अहिरवार के परिजनो को सांत्वना देकर 10 हजार की आर्थिक सहायता का चैक प्रदान किया। यहां उन्होंने एक अन्य सर्पदंश के शिकार हुए ग्रामीण के परिजनों को भी 10 हजार की चैक प्रदान की। इस अवसर पर नितिन चतुर्वेदी, महाराजपुर विधायक मानवेंद्र सिंह भंवर राजा, चंद्रिका द्विवेदी, रवि बुन्देला, आविद सिद्दीकि, अनीस खान, बॉबी तिवारी, उपेंद्र सिंह बुन्देला, परमानंद विश्वकर्मा, सतोष अग्रवाल, रामकिशोर पटैरिया, कीर्ति विश्वकर्मा, सिराज, अजीम समेत कांग्रेस पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थिति थे।

प्रदेश सरकार पर लगाया केंद्रीय योजनाओं की राशि खर्च न करने का आरोप

अपने भ्रमण के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री अरूण यादव ने प्रदेश सरकार द्वारा केंद्रीय योजनाओं के अंतर्गत उसे उपलब्ध कराई जा रही राशि को खर्च न करने का आरोप लगाया। उन्होंने टौरिया हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उनके अनुसार केंद्र सरकार द्वारा राष्टï्रीय कृषि विकास योजना के तहत आवंटित 589 करोड़ रूपए, कपास तकनीकि मिशन के तहत आवंटित 57 लाख रूपए को खर्च नहीं किया गया जिसका युटिलाइ सेशन सर्टिफिकेट अभी तक प्राप्त नहीं हुआ। राष्टï्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में आवंटित 214.77 करोड़ रूपए में से राज्य सरकार ने मात्र 16.93 करोड़ रूपए ही खर्च किए। सतही प्रबंधन योजना के तहत आवंटित 61 करोड़ में से 31 करोड़ रूपए भेजे गए मगर दिसम्बर 2010 तक मात्र 23 करोड़ ही खर्च हुए। राष्टï्रीय बागवानी मिशन में आवंटित 85 करोड़ में मात्र 15.56 करेाड़ रूपए ही खर्च किए गए। राज्य विस्तार मदद कार्यक्रम के तहत विस्तार सुधार के लिए 14 करोड़ रूपए आवंटित किए गए जिसमें 12 करोड़ ही खर्च किए। तिलहन, दलहन, पामतेल और मक्का एकीकृत योजना के तहत राज्य सरकार के पास 36.19 करोड़ रूपए भेजे गए जिसमें उसने 27.23 करोड़ ही खर्च किए। इसी तरह सूक्ष्य सिंचाई के लिए आवंटित 75 करोड़ रुपए में से मात्र 31.22 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए। इसी तरह सूक्ष्म सिंचाई के लिए आवंटित 75 करोड़ रूपए में से मात्र 31.22 करोड़ रूपए ही खर्च किए गए।


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