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Saturday, February 5, 2011

आजतक के स्ट्रींग आपरेशन ने पसारा गांव में खौफ का सन्नाटा


निरगुड़ में अंध श्रद्धा समिति ने दो हजार लोगो के बीच कथित दहशत की खबर की पोल खोली
बैतूल // रामकिशोर पंवार (टाइम्स ऑफ क्राइम)
toc news internet channel


जिले की मुलताई तहसील की ग्राम पंचायत निरगुड में किसी भी प्रकार के खौफ - भूत प्रेत - बाधा या सन्नाटा पसर जाने की आजतक न्यूज चैनल पर प्रसारित $खबर का अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति और उससे जुड़े लोगो ने खंडन किया है। पंवार समाज बाहुल्स ग्राम पंचायत निरगुड़ की एम काम तक उच्च शिक्षा प्राप्त प्रतिभावान महिला सरपंच श्रीमति पूनम दिनेश कसारे एवं सचिव नकुल सिंह राठौर ने भी इस तरह की अफवाहों को नकारते हुये ग्राम में दो हजार लोगो के बीच कथित खौफ एवं सन्नाटे को झुठ का पुलिंदा बताया है। सतपुड़ा ताप बिजली घर सारनी में पढ़ी - बढ़ी उच्च शिक्षा प्राप्त पूनम दिनेश कसारे कहती है कि उसकी स्वजाति बाहुल्य इस ग्राम पंचायत को बदनाम करने की साजीश है। ग्राम के सचिव नकुल सिंह राठौर के अनुसार ग्राम कुछ लोगो द्वारा गांव की एक जमीन को लेकर होने वाले सौदे के अचानक निरस्त हो जाने के बाद से उक्त जमीन को लेकर ऐसी अफवाह टीवी चैनल एवं न्यूज पेपर के माध्यम से प्रसारित एवं प्रकाशित करके गांव के सीधे - साधे ग्रामिणो में अंधविश्वास को पैदा कर रहे है। सचिव नकुल सिंह राठौर का तो सीधा आरोप है कि ग्राम के बारे में आजतक की खबर प्रायोजित एवं किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए प्रसारित की गई है। नकुल सिंह राठौर के अनुसार नागपुर - भोपाल नेशनल हाइवे 69 पर स्थित ग्राम तोही से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित निरगुड एवं सुखाखेड़ी ग्राम को लेकर बनी ग्राम पंचायत में पहली बार किसी उच्च शिक्षा प्राप्त महिला के सरंपच बनने के बाद से जो जागरूकता आई है वह कुछ लोग की फूटी आंख सुहा नहीं रही है। इसलिए गांव को बदनाम किया जा रहा है। 200 घरो के इस ग्राम निरगुड़ की आबादी मात्र 900 तथा सुखाखेड़ी 600 है। लगभग दो हजार की जनसंख्या को भी पार नहीं कर पा सके इस गांव के कोटवार अनिल चौकीकर ने भी भूत - प्रेत या किसी प्रकार के ग्रामीणो में खौफ होने की बातो का खण्डन किया है। तीनो ग्राम पंचायत निरगुड के व्यक्तियों ने आजतक न्यूज चैनल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने की बात करते हुए कहा कि गांव का शांतप्रिय माहौल मे भूत - प्रेत - किसी प्रकार बाधा की आड़ में खौफ पैदा किया गया है। सचिव के अनुसार वह स्वंय अपने गांव सुखाखेड़ी से स्वंय के पैतृक खेत में प्रतिदिन रात्री नौ बजे आता - जाता रहता हँू। देर रात्री तक खेतो में सब्जी - भाजी तथा गेहूं की फसल को पानी देने के बाद वह देर रात्री तक लौटता है लेकिन गांव में किसी भी प्रकार का कोई डर या खौफ का सन्नाटा नहीं है। आजतक पर खबर प्रसातिर होने के बाद पडौसी राज्य महाराष्ट्र मे कार्यरत अनिस संस्था के पदाधिकारियो ने भी देर रात्री तक डेरा डाल कर लोगो को किसी भी प्रकार से गुमराह न होने एवं प्रेत बाधा के खौफ न डरने की सलाह भी दी। अंध श्रद्धा र्निमूलन समिति के पदाधिकारियों के साथ गांव की महिला सरपंच एवं सचिव ने भी लोगो को इस फर्जीवाड़े से जागृत करवाया। बैतूल जिले में इसके पूर्व भी आजतक पर ऐसी कई प्रायोजित ख़बरे प्रसारित हुई जिससे जिले की छबि धुमिल हुई है। अनिस का दावा है कि बैतूल जिले में महज सनसनी और डर पैदा करने के लिए कुछ लोगो की कमाई का माध्यम बने आजतक न्यूज चैनल के रिर्पोटर द्वारा बिरजू के नमक खाने से लेकर दर्जनो ऐसी खबरे मात्र सनसनी फैलाने की नीयत से प्रसारित की है। गांव के सरपंच श्रीमति पूनम दिनेश कसारे एवं सचिव नकुल सिंह राठौर ने दावा किया है कि कोई भी गांव में आकर सच्चाई को जान सकता है कि गांव के दो हजार लोगो में किस प्रकार का तथाकथित खौफ है।

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