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Wednesday, February 16, 2011

फर्जी बी.एड़ प्रमाण - पत्र देने वाली संचालक संध्या पाठक की गिरफ्तारी अवश्यक

क्राइम रिपोर्टर// सरला पाण्डे (अम्बिकापुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99816 58690
फर्जी बी.एड़ प्रमाण - पत्र देने वाली संस्था राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान दुर्ग का कार्यालय बंद, संचालक संध्या पाठक की गिरफ्तारी अवश्यक

अम्बिकापुर। फर्जी कोर्सो को संचालित कर लूटने वाली संस्था के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिकायतो का भण्डार लग गया है। छत्तीसगढ़ शासन के मुंह पर जोरदार तमाचा है शिक्षा जगत के लूट की फर्जी दुकान चलाने वाली संचालक संध्या पाठक पर कार्यवाही नही किया जाना छात्र छात्राओं के साथ प्रशासन द्वारा धोखा है।
छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग को नाकामी और जाली, नकली और अपना नकली रूप प्रयोग कर ठगने वाली संस्था राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान दयानंद परिसर, आर्यनगर, दुर्ग एव उसकी संचालक संध्या पाठक के हौसले इतने बुलंद है। कि अपने घटिया प्रभाव से शासन और प्रशासन पर अपना झूठा प्रदर्शन कर फर्जी संस्था चलाकर, छात्र छात्राओं के भविष्य को नाकाम बना रही है।

फर्जी संस्थान संचालक जिसकी शिकायत पहले सें शासन प्रशासन के पास लगी है, कोई कार्यवाही नही करता इस फर्जी संस्थान को कैसा प्रमाण पत्र प्राप्त होगा, यह भी गंभीरता से जॅाचने का विषय है। फर्जी बी.एड़ की डिग्री क्या अपराध नही है? पुलिस को पहले इस फर्जी संस्थान के खिलाफ प्रकरण दर्ज करके जॉच के उपरांत फर्जी संचालक को गिरफ्तार करना चाहिए अन्यथा यह संस्थान हजारो रूपयों का घोटला कर चुका होगा और प्रशासन जवाब देने के लिए झाकता फिरेगा। पुलिस का सहारा लेकर यह महिला कई लोगों को धमकियां देने से भी नही चूकती है ऐसे कई शिकायतो की जॉच करने के लिए छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को भी कई शिकायतें प्राप्त हो रही है। वही भारतीय जनता पार्टी की श्रीमती माया मिश्रा ने भी गंम्भीर आरोप लगाते हुए जॉच की मांग की है।

फर्जी संस्थाएॅ चजाने के कारण संध्या पाठक के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के लिए भी राज्यपाल को भी पत्र दिया गया है। सरगुजा भा.ज.पा. महिला मोर्चा, अम्बिकापुर ने विभिन्न छात्राओं पत्रकारों से प्राप्त जानकारी के आधार पर यह निष्कर्ष निकला है कि फर्जी संस्थाए चलानें के कारण संध्या पाठक निवासी दयानंद परिसर, आर्य नगर, दुर्ग के विरूद्ध उचित कार्यवाही हेतु माननीय मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया जाए।

राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दयानंद परिसर, आर्यनगर, दुर्ग नामक संस्थान का विज्ञापन रोजगार समाचार नई दिल्ली दिनॉक 29 मार्च 03 अप्रैल 03 एव 12 - 18 अपै्रल 03 प्रकाशित कराया जिसमें पत्राचार बी.एड. 1 वर्ष का 1000 सीटो के लिए प्रवेश सूचना का विज्ञापन प्रकाशित कराया तथा संस्था को श्री रावतपुरा सरकार अंतराष्ट्रीय विष्वविद्यालय, रायपुर से संम्बद्ध बताया। उक्त विज्ञापन से प्रभावित होकर कई छात्रा छात्राओं ने बी.एड. पत्राचार कोर्स में प्रवेष लिया तथा 9500/- की फीस जमा की जिससे संस्था के पा लाखों रूपये जमा हो गये।

अम्बिकापुर की छात्रा श्रीमती प्रतिभा शर्मा, पति श्री अनुपम शर्मा पुराना पोस्ट ऑफिस रोड़, दर्रीपारा, अम्बिकापुर ने राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दुर्ग के पत्राचार बी. एड. कोर्स में प्रवेश लिया तथा फीस जमा की। अत्यंत आश्चर्य का विषय है कि राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दुर्ग को पत्राचार बी. एड. कोर्स का संचालन करने की अनुमति रावतपुरा सरकार अंतराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, रायपुर ने नही दी थी जिसके कारण कई शिकायते राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दुर्ग के विरूद्ध राज्य शासन को मिलने के कारण जॉच करने के पष्चात् उक्त संस्था को जिला प्रशासन, दुर्ग ने फर्जी पाया।
संध्या पाठक ने राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दुर्ग संस्था बन्द होने के पश्चात इडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेट टेक्नोलॉजी, दयानंद परिसर, आर्यनगर, दुर्ग संस्था की स्थापना कर ली तथा फिर रोजगार समाचार, नई दिल्ली के 6-12 दिसम्बर, 03, 13-19 दिसम्बर 03 तथा 20-26 दिसम्बर 03 में पत्राचार पाठ्यक्रमों में प्रवेश का विज्ञापन प्रकाशित कराया उक्त पाठ्यक्रमों को किसी भी विश्वविद्यालय से संबंद्ध नहीं होने के कारण छात्र छात्राओं में भ्रम की स्थिति रही।

अत: फर्जी संस्था राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान, दयानंद परिसर, आर्यनगर, दुर्ग का संचालन करने वाली संस्था पाठक के विरूद्ध भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित कर अवैध बी.एड. पत्राचार पाठ्यक्रम का संचालन करने के खिलाफ कड़ी कार्यवाही आवष्यक है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान दयानंद परिसर, आर्यनगर, दुर्ग का कार्यालय बंद हो चुका है। संध्या पाठक मोहन नगर दुर्ग में निवास करती है। उनकी गिरफ्तारी होना शेष है।

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