Pages

click new

Friday, March 25, 2011

पंचायत मंत्री के गृहग्राम सनावल अस्पताल चपरासी व ड्रेसर के भरोसे

क्राइम रिपोर्टर // वसीम बारी (रामानुजगंज //टाइम्स ऑफ क्राइम)
क्राइम रिपोर्टर से सम्पर्क : 9575248127

toc news internet chainal
रामानुजगंज। कहते हैं दिया तले अंधेरा,शायद यह कहावत सनावल वासियों पर बिल्कुल फिट बैठ रहा है। जी हाँ.... ग्राम सनावल आज किसी परिचय का मोहताज नही है। प्रदेश का हर बच्चा-बच्चा ग्राम सनावल को बखुबी जानता है क्योंकि आज से ठिक 48 साल पहले इसी सनावल गाँव में एक ऐसे माँ के लाल ने जन्म लिया जो आज पुरे छत्तीसगढ प्रदेश में रामविचार नेताम के नाम से विख्यात मात्र नही हुआ बल्कि प्रदेष का नेतृत्व भी कर रहा है पूर्व में गृहमंत्री का नेतृत्व पुरी इमानदारी एवं जिम्मेदारी के साथ निभा चुके श्री नेताम आज पंचायत मंत्रालय का नेतृत्व कर रहें है। आज सनावल के साथ-साथ पुरे सरगुजावासीयों को रामविचार नेताम पर गर्व है क्योंकि क्षेत्र को विकास की मुख्य धारा से जोडने एवं क्षेत्र को भाजपई रंग में रंगने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह हैं श्री रामविचार नेताम। क्षेत्र की हर जनता श्री नेताम की पार्टी से जुड कर काम करना चाहती है।
....लेकिन..... स्वास्थ्य केन्द्र सनावल में पदस्थ डा. हरेन्द्र प्रजापति के हिम्मत को दाद देनी पडेगी, पंचायत मंत्री के गाँव में पदस्थ होते हुए छह माह तक नदारद रहना, और वह भी बिना अस्पताल में उपस्थिति दिये समय से वेतन लेना, यह तो वही बात हो गई के शेर के मांद में घुस कर मुंह चिढाना। अब शेर के गुस्सा का सामना कैसे करोगे डा.साहब । ग्रामीणों की आह....कराह.... पंचायत मंत्री श्री नेताम तक पहुंच चुकी है। और मंत्री महोदय स्वयं रायपुर से चल कर सनावल आ रहें है। इस क्षेत्र में अधिकारियों की थोडी सी लापरवाही सस्पेण्ड का कारण बन जाता है पर डा.साहब आप तो पुरे छह माह तक नदारद............।
प्राप्त सुत्रो के अनुसार उप स्वास्थ्य केन्द्र सनावल में यहां पर पदस्थ डा.हरेन्द्र प्रजापति विगत छह माह से नदारद हैं जिससे गरीब ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है। बेचारे ग्रामीण इलाज के अभाव में दर-दर भटक रहें हैं। स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डाक्टर बिना हास्पिटल में उपस्थि हुए वेतन ले रहे हैं। मात्र एक चपरासी व ड्रेसर के भरोसे पूरे क्षेत्र का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य केन्द्र के आस-पास लगभग पचास गाँव के मरीज इलाज करवानं सनावल आते हैं, लेकिन डाक्टर के अभाव में इलाज नही हो पाता है और गरीब ग्रामीण मजबुरन झोला छाप डाक्टर से इलाज करवाते है। जिसका दुष्परिणाम मरीज को भुगतना पड़ता है और मरीज की मौत जाती है। मलेरिया प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से विगत कई सालों से क्षेत्र में ग्रामीण काल के गाल में समा चुके हैं। स्वास्थ्य केन्द्र सनावल में डाक्टर के साथ-साथ स्टाफ नर्स व कम्पाउंडर की कमी विगत कई सालों से बनी हुई है।

योजनाओं में भी गडबडी:-
हास्पीटल में विगत कई सालों से जीवनदीप का रूपया एवं जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के राशि का घोलमाल कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है, जो जांच का विषय है। स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ कर्मचारी कार्यकर्ता अपने निर्धारित मुख्यालय में न रह कर दूसरे स्थान पर रहते है, जिससे समय पर मरीजों का इलाज नही हो पाता है। सनावल क्षेत्र में हजारों प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र में नियमित डाक्टर हेतु शासन का ध्यान आकृष्ट कराया है। जिससे कि दूरस्थ अंचल के ग्रामीणों को लाभ मिलते रहे। इस संबंध में युवा मोर्चा के महामंत्री प्रमोद गुप्ता द्वारा पंचायत मंत्री श्री नेताम को डाथ्टरों की पदस्थापना के संबंध में ज्ञापन प्रेषित किया गया है।

No comments:

Post a Comment