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Wednesday, April 6, 2011

वर्धमान का गंदा पानी नर्मदा में प्रशासन कुम्भाकरनी नींद में प्रदूषण मंडल बेपरवाह

तहसील प्रमुख // हरीशंर दम (बुदनी // टाइम्स ऑफ क्राइम)
तहसील प्रमुख से सम्पर् 90986 76150
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नदियों को प्रदूषित रहित बनाने के लिए योजनायें कितनी सफल है प्रदूषण मंडल की निगाहे कितनी पेनी है प्रदूषण मंडल नियमों का पालन कितनी कड़ाई से किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण वर्धमान का प्रदूषित एवं नर्मदा के पानी का संगम तय करता है उच्च पदों पर आसीन आला अधिकारी प्रदूषण मंडल चुप्पी साधे मूकदर्शक बने मौन क्यो है शासन प्रशासन की चुप्पी आम लोगों की समस्या से परे है हिन्दूत्व की पहचान आस्था के प्रतिक पुष्प सलिला मं माँ नर्मदा को प्रदूषित होते देख आम जनता के मन में कटुता का भाव उत्पन्न होता है वर्धमान का प्रदूषित पानी नर्मदा में मिलना आम जन जीवन के हितो में कतई नही है इंसानो के साथ साथ पशुओं पर और अधिक नुकसान दायक है जलचर हो या वनचर प्रदूषित पानी अपना असर नही छोड़ता यह शिकायत उन गांव निवासियो की है जिनके करीब से हो·र गुजरता यह नाला अपनी पनाहो में गंदे पानी के साथ साथ बदूबू से पर्यावरण के आसपास के वातावरण को दूषित क रता है महुकला ग्वाडिया पातालखो पंचायत के पंचगणों की शिकायत वर्धमान को चाहिए की वह अपनी अधिकृत भूमि में ही प्रदूषित पानी उपयोग करे प्रदूषित पानी से स्वच्छ वातावरण के साथ साथ हमारी आस्था पर भी चोट पहुचाई जा रही है वर्धमान का प्रदूषित पानी से आने वाली बदवू में हमराहगीरों का निकलना मुश्कील कर दिया है
शाम
ढले वदवू अपने पैर पसारने लगती है शिकायत कर्ताओ में अग्रणीय महुकला निवासी चारसा लाल, राजाराम, चौकीदार, महुकला, शंकरलाल, रज्जा, जीवनलाल मीना, लालजीराम पातालखो, भैयालाल, सीताराम दायमा, राजेश मीना, बृजलाल दायमा सरपंच ग्वाडिया, दोलतराम, केलाश, हेमराज अशोक, टीकाराम, माधव सिंह वरिष्ठ नेता बीजेपी होलीपुरा, अर्जुन सिंह मीना, जीवन लाल कीर, रामगोपाल बानियां, रमेश मालवीय आदि वरिष्ठ को एवं पंचायत के पंचगण के कथन अनुसार वर्धमान का प्रदूषित पानी मां नर्मदा में छोडऩा कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा यह बंद होना चाहिए सरकारी गैर सरकारी संस्थाओ नदियों को प्रदूषित रहित, रखने का ढोल पीटपीटकर, वाह वाही लूटते है, सूखी नदियों को पुर्नजीवित करने के नाम पर बड़े बड़े वादे किये जाते है लाखों खर्च किये जाते है परंतु जो वर्तमान में है जल से लबालव जन सामुदायिक जीवन स्त्रोत है उस ओर ध्यान देना अति आवश्यक है मां नर्मदा पर प्रदूषण की मार जिला होशंगाबाद से भी बड़ रही है सेठानी घाट से आगे पूरे शहर की गंदगी से भरा नाला सीना ताने मां नर्मदा के जल को प्रदूषित कर रहा है वर्धमान के उच्च अधिकारियों से उचित जानकारी हेतु संपर्क किया गया पंरतु वह जानकारी देने में यह कहकर टाल गये कि अभी हम महत्वपूर्ण मीटिंग में बैठे है

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