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Thursday, June 23, 2011

नागरिक आपूर्ति विभाग की प्रत्यक्ष रूप से लापरवाही 21 हजार क्विटल गेहूं मानसून की भेट चढ़ा

क्राइम रिपोर्टर // असलम खान (शहडोल //टाइम्स ऑफ क्राइम)
क्राइम रिपोर्टर से सम्पर्क : 9407170100
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शहडोल । मानसून के पहले बारिश के चलते जिले के रेलवे साइडिंग में उतरा 21 हजार क्विटल गेहूं में से 500 बोरी खराब हो गया। 42 बोगियों में भरके आया था गेहूं जिसे नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा ध्यान न दिए जाने के कारण गरीबों का गेहूं पानी में सड़ गया। यह घटना हर बार घटित होती है। परंतु आपूर्ति विभाग इस तरफ कतई ध्यान नहीं देता। इससे पहले भी कई हजार क्विटल गरीबों का गेहूं नष्ट हो चुका है। आपूर्ति विभाग है कि अपने जिम्मेदारी से हमेशा पलड़ा झाड़ता रहा है। हर बार अपनी कमियों का ठिकरा ठेकेदारों पर मढ़ दिया जाता है। इसमें ठेकेदार की भी गलती है समय रहते अगर वह साइडिंग से गेहूं उठा ले तो इस प्रकार के नुकसान से बचा जा सकता है। रेलवे द्वारा गेहूं खुली साइडिंग में उतार दिया जाता है। जिसके सुरक्षा की जिम्मेदारी ठेकेदार की बनती है। ठेकेदार को चाहिए कि गेहूं की सुरक्षा के लिए बरसात के मौसम में हर प्रकार की व्यवस्था की जाय। परंतु ठेकेदार इस ओर कतई ध्यान नहीं देते। 21 हजार क्विटल में से 500 बोरी गेहूं खराब होना बड़ी बात है। इस 500 बोरी की पूर्ति आपूर्ति निगम द्वारा कैसे की जाएगी। यह प्रश्र चिन्ह का विषय है। प्रशासन द्वारा जनता के लिए हजारों क्विटल गेहूं खरीदा जाता है जिसका इस तरह से दुरूपयेाग हो रहा है। न ही इस ओर आपूर्ति निगम ध्यान दे रहा है और न ही रेलवे। रेलवे को चाहिए जहां वह भारी मात्रा में किराए की उगाही करता है वहीं वह व्यवस्थाओं में कमियां क्यों रखता है। अगर साइडिंग में शेड का निर्माण करा दिया जाये तो ऐसे नुकसानों से बचा जा सकता है। वहीं आपूर्ति निगम चाहे तो जब रेलवे साइडिंग में आपूर्ति विभाग की सामग्री आती है उसे सुरक्षित करने के लिए तिरपाल या पालीथीन का प्रबंध स्वयं करे या ठेकेदार के माध्यम से कराए।
800 बोरी गेहूं लोडिंग सेंटर से खराब आई
नागरिक आपूर्ति अधिकारी एसएस द्विवेदी का यह कहना है कि जहां से गेहूॅ की लोडिग हुई है वहां से 800 बोरी गेहूं खराब आया है। इसकी जानकारी ऊपर विभाग में दिया जा चुका है। हमने ये गेहूं लेने से इनकार कर दिया था लेकिन फिर भी ये गेहूं भेज दिया गया था। कल हुई बर्षा के कारण कुछ गेहूं की बोरियां खराब हुई है लेकिन अधिकतर गेहूं लोडिग सेंटर से ही खराब आया है। हमारे द्वारा कल ठेकेदार को तिरपाल दिया गया था जो उसने लगवाया भी था लेकिन नीचे के पानी के भराव के कारण नीचे की कुछ बोरियां खराब हुई है। इसमें कमी ठेकेदार की है जो 6 दिन पहले उतरा गेहूं हटवाने में असमर्थ रहा। ठेकेदार को चाहिए कि ज्यादा लेबर लगा के इसे जल्द हटवाना था। हमारा अंदाजा है लगभग 10 प्रतिशत गेहंू खराबी शहडोल रेलवे साइडिंग में हुई है इसके लिए हम ठेकेदार अजीत प्रताप सिंह से बातचीत करेंगे, और उचित कार्यवाही भी करेंगे कलेक्टर द्वारा हमें आदेश दिया गया है कि पिछली बार हुई गेहूं की खराबी में ठेकेदार पर कितना जुर्माना किया गया था। इसकी जानकारी आज शाम तक कलेक्टर महोदय के पास भेज दी जाएगी।
जिला खाद्य अधिकारी का निरीक्षण
खाद्य अधिकारी सुकृति सिंह द्वारा रेलवे साइडिंग में रखे गेहूं की बोरियों का निरीक्षण किया गया जिसमें 500 बोरी गेहूं खराब मात्रा में पाई गई। सेम्पल उनके द्वारा निकाल कर ले जाया गया है जिसकी जांच जारी है।
- कलेक्टर के सख्त निर्देश - कलेक्टर नीरज दुबे द्वारा खाद्य आपूर्ति निगम के अधिकारी एसएस द्विवेदी को सख्त निर्देश दिए गए है जिस ठेकेदार द्वारा यह गलती की गई है उसकी जांच की जाय और आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाय और निरीक्षण के जबाव आने पर दंडात्मक कार्यवाही की जाय।

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