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Monday, June 6, 2011

आज भी बिक रही है सुखवंती ...............

बैतूल // राम किशोर पंवार (टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से सम्पर्क : 74895 92660
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बैतूल। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले मे 3 वर्षो में महिलाओं पर अत्याचार ,उत्पीडन ,बलात्कार , हत्या , दहेज को लेकर हत्याएं के अपराधों मे आई बाढ़ के चलते पूरे प्रदेश में नम्बर वन पर स्थापित बलात्कारी जिला बैतूल अपनी बहू - बेटियों की आबरू को सुरक्षित नही रख पा रहा है। जहां एक ओर मध्यप्रदेश सरकार बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत उसे बेटी का दर्जा दे कर उसके विवाह तक कि जिम्मेदारी लेने कि बात करती है वही दुसरी ओर जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों व् आदिवासी कस्बों में नवयुवतीयों के यौवन का सौदा करने वाले दलाल गिद्ध की तरह आदिवासी बालाओं के जिस्म को नोचने के लिए मंडरा रहे है। गांव की लाड़ली लक्ष्मियों के जवानी की दहलीज पर कदम रखने से पहले ही गांव - गांव में फैले दलाल उनको लोभ - लालच देकर अपने झांसे में फंसा कर ले जाते है।

बेचारे - बेबस उस माता -पिता का यह दुर्भाग्य रहता है कि उसकी लाड़ली लक्ष्मी को बहला फुसला एवं बरगला कर ले जाने वालो की नामजद शिकायत के बाद भी पुलिस मात्र गुम इन्सान में शिकायत दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है। पुलिस के गुमशुदा रिकार्ड के अनुसार बैतूल जिले में कई माँ बाप अपनी लाडली को पाने के लिए पुलिस विभाग से लेकर आला अफसरो तक के पास अपनी फरियाद लगाने के बाद थक हार कर घर बैठ चुके है। कुछ मामले जो पुलिस ने भारी दबाव के बाद उजागर कर अपनी पीठ थपथपाई हैं उनमें एक बहुचर्चित मामला सारनी थाना क्षेत्र का है।

ग्राम पंचायत बाकुड के ग्राम फाण्डका में कुछ सक्रिय दलालों ने गांव की कुछ नवयुवतियों को शादी का झांसा देकर या अच्छा काम दिलाने का सुनहरा सपना दिखा कर इंदौर, भोपाल, उज्जैन , रतलाम ले जाकर शादी के नाम पर बेचने का घिनौना कृत्य किया लेकिन बाद में वे पकड़ा गए। बैतूल जिले के घोडाडोंगरी घोड़ाडोंगरी विकासखण्ड एवं सारनी - आमला विधान सभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बाकुड के ग्राम फान्ड़का से 15 वर्षीया कक्षा 8 कि छात्रा को स्कूल जाते रास्ते समय कल्लू और उसकी कथिक पत्नी ने जबरन अगुआ कर उसे उज्जैन ले जा कर ग्राम सागौर में 50000 रुपये में बेच दिया। सबसे घिनौना कड़वा सच यह सामने आया कि शादी के नाम पर बेची गई छात्रा को बेचने वालो में उसका चचेरा भाई भी उन दलालों के झांसे में आ गए। अपनी बेटी एवं बहन को बेचने वाले आरोपी अब भले ही जेल की सलाखों के पीछे हो लेकिन इनकी हरकतो से एक पवित्र रिश्ता दागदार हो गया। हालाकि उक्त घटना काफी पुरानी हैं।
21 नव. 2010 ग्राम फांड़का निवासी ज्योति (परिवर्तित नाम) ने अपनी पुत्री सुखवंती (परिवर्तित नाम) के गुम होने की रिर्पोट सारनी थाने में दर्ज करवाई थी। रिर्पोट में आरोप लगाया था कि सुखवंती को गांव के ही गणेश नामक युवक जो रिश्ते में उसके बड़े भाई का बेटा है पर घटना में शामिल होने का आरोप लगाया था। उस पर शक जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई । पुलिस ने गुम इन्सान में मामला पंजीबद्ध कर छात्रा कि तलाश शुरू कर दी । इधर पिता पन्ना लाल का हाल बुरा था। उसने अपनी लाड़ली को ढूढऩे में रात दिन एक कर दिए । लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका । पिता पन्ना कि आस दम तोडऩे लगी, व्याकुल पन्ना अपनी बेटी को पागलों कि तरह तलाशता फिरता रहा और तभी पन्ना को उसकी खोई हुई बेटी का एक अधुरा फोन आया जिसमे बाते साफ समझ नहीं आ रही थी और फोन कट गया । पन्ना को अँधेरे में उजाले की एक किरण दिखाई दी । वह तुरंत फिर सारनी थाने पहुंचा और पुलिस को नंबर दखाया जिस नंबर से फोन आया था । फोन काल ट्रेस करने पर नंबर इंदौर के किसी बिहारी नामक युवक का निकला ।
पुलिस ने आपने हथकंडे अपना कर उक्त युवक को अपने साथ ले लिया, और फिर निकली सुखवंती तलाश में । पुलिस ने उज्जैन के पास ग्राम सागौर जिला धार में दबिश देकर सुखवंती सहित उसके पति सुनील एवं उसके पिता को अपने साथ सारनी ले आई। सुखवंती ने बताया की वह ग्राम फान्ड़का से सुबह 8 बजे स्कुल जाने को निकली रास्ते में नाले के पास एक अधेड़ उम्र युवक एक महिला और उसका बड़े बाप का लड़का गणेश मिले गणेश ने कहा तेरे को इनके साथ जाना है । जिस पर सुखवंती ने इंकार किया तो अधेड़ उम्र युवक कल्लू ने उस पर जोरदार तमाचा जड़ दिया और महिला ने कल्लू को पान जैसी कोई चीज दी । जिसे कल्लू ने सुखवंती के मुंह में ठूंस दिया थोड़ी देर बाद सुखवंती के हाथ पैर ढीले पडऩे लगे अब वे जो बोल रहे थे वैसा कर रही थी । गणेश ने जाजबोड़ी वाले गाँव ले आया वंहा से बैग में रको कपडे आदि दिए और वे पैदल चल कर फोफस नदी तक पहुंचे जहाँ पहले से मोटर साइकल खड़ी थी। सुखवंती का कहना है की वह सब देख तो रही थी लेकिन कर कुछ भी नहीं पा रही थी । फोफस नदी से कल्लू मोटर पर उसे बिठा कर सलैया ले आया उसके साथ कल्लू की पत्नी भी थी वहां से वे घोडाडोंगरी रेल्वे स्टेशन पहुंचे फिर घोडाडोंगरी से भोपाल और भोपाल से इंदौर पंहुचे ।
जहाँ उसे एक दिन रूकाया गया। इंदौर से फिर उज्जैन लाया गया । यहाँ वे लाज में ठहरे थे। इस बीच कल्लू ने उसके साथ बलात्कार किया जबकि कमरे में उसकी कथित बीबी भी थी। वहां से वे उज्जैन के ही किसी दूसरी लाज मे उसको लेकर गए जो किसी मंदिर के पास है। यहां पर सागौर के किसी चौधरी परिवार ने उसे 50000 हजार रुपये में खरीद कर अपने बेटे सुनील चौधरी से उसका विवाह रचा दिया। सुखवंती को छोड़ कल्लू और उसकी कथित पत्नी वहां से चले गए । तभी कुछ दिनों बाद इंदौर में रहने वाला बिहारी नामक युवक सागौर आया यह वही युवक है जो फान्ड़का में पहले रहता था। इंदौर में भी नाबालिक युवती को इसी के पास लाया गया था। नाबालिक युवती सुखवंती ने मौका पा कर उसी के मोबाईल से अपने पिता को फोन किया । लेकिन बात आधी अधूरी होने से पुलिस ने नंबर ट्रेस कर बिहारी को ढूंढ़ निकला । और इसी के माध्यम से सुखवंती तक पहुंची । पुलिस के रानू सहित उसके पति सुनील चौधरी और उसके पिता को तथा भागने में मदद करने वाके युवक गणेश को हिरासत में ले लाया है । सुखवंती के बयान पर सुनील चौधरी (पति) व् गणेश (चचेरा भाई) पर धारा 363, 366, 376 व् 344 के तहत मामला पंजीबद्ध कर, गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले के मुख्य आरोपी कल्लू व् उसकी पत्नी की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है कल्लू भी बीते माह की 24-25 मई को पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया जिससे पूछताछ कर पुलिस इस रैकेट का पर्दाफाश करने हेतु फिर उन स्थानों पर दबिश दे रही है जहाँ सुखवंती को ले जाया गया था । सुखवंती के पिता ने अपनी बेटी को हौसला गिरने नहीं दिया । सुखवंती का कहना है की मेरे साथ जो हुआ उसे बदला नही जा सकता लेकिन गाँव की भोली भली दूसरी लड़कियों को तो इन दलालों से बचाया जा सकता है।
युवती की खरीदी - ब्रिकी के मामले के बाद एक अन्य मामले में भी एक महिला दुराचार का शिकार बनी। बताया जाता है कि पीडि़त महिला यात्री को उसके पति के सामने सरेआम बस स्टेंड से ऑटो पर उठाकर ले जाने के बाद उससे चार युवको ने बलात्कार किया। इन युवको ने पहले महिला के पति की पिटाई की और जब वह डर कर भाग गया तब महिला को ऑटो में जबरदस्ती बैठा कर ले गये और शराब के नशे में धुत इन युवको ने महिला को सुनसान इलाके कई घंटो तक निर्वस्त्र रख कर उसके साथ एक के बाद एक ने दुराचार किया। पुलिस ने इस शर्मनाक घटना के चारो आरोपिओ के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बैतूल पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बैठी इस महिला के साथ घटी घटना सुन कर रोंगटे खड़े हो जाते है ।आँखों में झलकती दहशत और घबराहट देख कर कोई भी आशंका व्यक्त कर सकता है की इसके साथ साथ कोई बड़ी घटना घटी है । अपने पति के साथ भोपाल जाने के लिए आमला बस स्टेंड पर बैठी इस महिला को देख कर वही के एक ऑटो चालक और उसके तीन साथी शराब के नशे में धुत होकर उसके पास पहुचे और उसके पति की जमकर पिटाई कर दी जिसके करण वहा से पत्नी को छोड़ कर भाग गया मौका पाकर मनचले युवक महिला को अपने ऑटो में उठाकर सुनसान इलाके में ले गए और उसके साथ बारी-बारी से दुष्कृत किया।
हवस के भूखे इन युवको ने अपने से ज्यादा उम्र की इस महिला को कई घंटो तक अपने कब्जे में रखा। चिखलार ग्राम की इस महिला के साथ हुए इस सामूहिक दुराचार मामले में पकडे गये चारो युवक 21 से 22 साल की उम्र के है जिन्हें अब अपनी करतूत पर पछतावा हो रहा है । हवस की आग में अंधे हुए युवक मान रहे है की उनसे भारी भूल हो गई है और जिसके साथ वे अपना मुह काला कर रहे थे वह महिला उनकी माँ की उम्र की है ।इस मामले में आमला पुलिस की सक्रियता के चलते चारो युवक रात में ही गिरफ्तार कर लिए गये इनमे एक ऑटो चालक व तीन अन्य दुकानों में काम करते है । पकडे गये आरोपिओ में अजय बोरासी ,नरेन्द्र गोहर ,गोलू खंडाग्रे और असलम खान शामिल है इनके पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ऑटो भी जप्त कर लिया है ।
महिला आदिवासी होने के कारण विवेचना अजाक पुलिस को सौंप दी गई है जो मामले की तफ्तीश कर रही । पुलिस ने धारा 376 (जी ) और 325 के तहत युवको को गिरफ्तार कर लिया हैं । पहले भी थाने में ही महिला के साथ बलात्कार के बाद सुर्खियो में आया आमला थाना इस घटना के बाद एक बार फिर सुर्खियो में है ।

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